📖 - स्तोत्र ग्रन्थ

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अध्याय 133

1) ओह! भाइयों का एक साथ रहना कितना भला है, कितना सुखद!

2) यह सिर पर सुगन्धित तेल-जैसा है, जो दाढ़ी पर, हारून की दाढ़ी पर उतरता है। जो उसके कुरते की गरदनी तक उतरता है।

3) यह हेरमोन पर्वत की ओस-जैसा है, जो सियोन के पर्वतों पर उतरती है। प्रभु वहाँ अपना आशीर्वाद प्रदान करता है-सदा-सर्वदा बना रहने वाला जीवन।



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