📖 - समूएल का दुसरा ग्रन्थ

अध्याय ➤ 01- 02- 03- 04- 05- 06- 07- 08- 09- 10- 11- 12- 13- 14- 15- 16- 17- 18- 19- 20- 21- 22- 23- 24- मुख्य पृष्ठ

अध्याय 08

1) दाऊद ने फ़िलिस्तियों को पराजित कर उन्हें अपने अधीन कर लिया और उसने फ़िलिस्तियों का आधिपत्य समाप्त किया।

2) उसने मोआब को भी पराजित किया और उसके बन्दियों को ज़मीन पर लिटा कर एक डोरी की लम्बाई से नापा। दो लम्बाइयों तक के बन्दियों को मारा गया और तीसरी लम्बाई के बन्दियों को जीवित छोड़ दिया गया। इस प्रकार मोआबी दाऊद के अधीन हो गये और उन्हें उसे कर देना पड़ा।

3) दाऊद ने सोबा के राजा रहोब के पुत्र हददएज़ेर को पराजित किया, जब वह फ़रात नदी के पास अपना अधिकार दृढ़ करने गया था।

4) दाऊद ने उस से एक हज़ार सात सौ घुड़सवार ले लिये और बीस हज़ार पैदल सैनिकों को बन्दी बना लिया। दाऊद ने एक सौ को छोड़ कर रथ के सारे घोड़ो को लँगड़ा बना दिया।

5) दमिष्क के अरामी सोबा के राजा हददएज़ेर की सहायता करने आये। दाऊद ने उन अरामियों के बाईस हज़ार आदमियों को मार डाला।

6) इसके बाद दाऊद ने दमिष्क के अराम में रक्षक-सेना रखी। इस प्रकार अरामी दाऊद के अधीन हो गये और उसे कर देने लगे। दाऊद जहाँ भी जाता, प्रभु उसे वहाँ विजय दिलाता था।

7) दाऊद हददएजे़र के सेवकों की सोने की ढालें उठा कर येरूसालेम ले गया।

8) राजा दाऊद ने हददएजे़र के नगर बेटह और बेरोतय से बहुत-सा काँसा भी छीन लिया।

9) जब हमात के राजा तोई ने सुना कि दाऊद ने हददएजे़र की सारी सेना को पराजित कर दिया है,

10) तो तोई ने अपने पुत्र योराम को राजा दाऊद के यहाँ उसे प्रणाम करने और उसे बधाई देने के लिए भेजा कि उसने हददएज़ेर को युद्व में पराजित किया है; क्योंकि हददएजे़र से तोई का भी बैर था। योराम चाँदी, सोने और काँसे के सामान भी ले आया।

11) राजा दाऊद ने उन्हें और उस चाँदी और सोने को भी प्रभु को अर्पित किया, जिसे उसने सब पराजित राष्ट्रों से,

12) अर्थात्, एदोम, मोआब, अम्मोनियों, फ़िलिस्तियों, अमालेकियों से छीन लिया था। उसने सोबा के राजा रहोब के पुत्र हददएजे़र की लूट के साथ भी वही किया।

13) दाऊद ने लवण-घाटी में अठारह हज़ार एदोमियों को मारा। इस कारण उसका यष फैल गया।

14) उसने समस्त एदोम में रक्षक सेना रखी और सभी एदोमी दाऊद के अधीन हो गये। प्रभु दाऊद को उसके सारे कामों में विजयी बनाता गया।

15) दाऊद सारे इस्राएल पर शासन करता और अपनी सारी प्रजा के साथ निष्पक्ष और उचित व्यवहार करता था।

16) सरूया का पुत्र योआब सेनापति था। अहीलूद का पुत्र यहोशाफ़ाट अभिलेखी था।

17) अहीटूब का पुत्र सादोक और एबयातर का पुत्र अहीमेलेक याजक थे। सराया सचिव था।

18) यहोयादा का पुत्र बनाया करेतियों और पलेतियों का सेनाध्यक्ष था और दाऊद के पुत्र याजक थे।



Copyright © www.jayesu.com