1. प्रिय मुक्तिदाता! जिस तरह आप क्रूस मरण तक अपने अंनत पिता के प्रिय आज्ञाकारी बने रहे उसी तरह मैं भी ईश्वर की इच्छा के प्रति आज्ञाकारी बनकर, मृत्यु तक दुःखभोग सकॅू ऐसा करने का अनुग्रह मुझे प्रदान कर।
2. मेरे पवित्र मुक्तिदाता! जब कभी भी आप मानव हृदयों द्वारा अस्वीकृत किये जाये तो आकर मेरे हृदय में निवास करिये।
3. हे ईश्वर मेरे पिता, मानवजाति की मुक्ति के लिये मैं आपको आपके पुत्र येसु ख्रीस्त का अमूल्य रक्त चढ़ाती हूँ ।
4. हे मेरे येसु! तेरे प्रेम की ज्योति से जलते हुये हृदय को मुझे दीजिये।
5. ईश्वर की माता, निष्कलंक कुँवारी मैं आपकी तीन लोकों की रानी के रूप में स्तुति करती हूँ ।
6. मेरे स्वर्गीय मुक्तिदाता, तेरी इच्छा मुझमें सदा पूरी हो।
7. हे पवित्रतम त्रित्व, स्वर्ग में विराजित सभी संतों एवं दूतों के साथ, आप को अंनतकाल तक देखने के लिये मेरी आत्मा सदैव तरसती है।
8. हे स्वर्ग की महारानी जब तक कि मैं स्वर्ग न पहुँच जाऊँ तब तक मुझे मत त्याग।
9. येसु, सबसे अधिक प्रेम करने योग्य, मेरे मधुर येसु, मेरे अकेले येसु, मेरा हृदय एक तेरे लिये जलता हुआ दीपक हो।
10. हे स्वर्ग! ईश्वर का निवास, मैं तेरी ओर देखती रहती हूँ ।
11. धन्य हो ईष्वर की पवित्र माता मरियम का निष्कलंक गर्भागमन।
12. अंनत पिता तेरी इच्छा को हमेशा और हर जगह भली-भांति स्थापित करने हेतु मैं स्वयं को आप को एक प्रेममय बलिदान के रूप में समर्पित करती हूँ ।
13. मेरे ईष्वर मैं उन सभी लोगों जो तुझमें विष्वास एवं भरोसा नहीं रखते है के लिये तुझसे क्षमा माँगती हूँ ।
14. मेरे ईष्वर मुझे अपना पवित्र चेहरा दिखाईये जिससे मेरा उद्धार हो सके।
15. क्रूस पर ही मेरी एकमात्र मुक्ति है।
16. पवित्र माता, पवित्र जल के उपयोग से, मेरी आत्मा को अपने प्रिय पुत्र के मूल्यवान रक्त से धोईये, शैतान के फंदों से मुझे बचाईये और माता मुझे आपकी आशिष प्रदान कर।
17. प्रभु मुझमें, मेरी अंतिम श्वास तक तेरी पवित्र इच्छा को भली-भांति पूरी कर।
18. हे मेरे ईश्वर! मुझे मेरे शरीर के बंधनों से मुक्त कर जिससे मैं अपने प्रिय, जिसे मेरी आँखें देखने को तरसती है, को जल्द ही देख सकूँ।
19. मेरे हृदय के आनन्द, लिलि के पुष्प, कुँवारियों के वधू, मेरे पास आ और सांत्वना पा।
20. पवित्र माता मुझे एक उदार हृदय प्रदान कर जिससे मैं येसु को हर कार्य में प्रेम कर सकूँ।
21. मेरी माँ मुझे येसु को प्रेम करना सिखाईये।
22. मेरे मुक्तिदाता मुझे भी आपके अत्यंत दुःखभोग का भागी बनने दीजिये।