केरल दक्षिण भारत का एक छोटा राज्य जिसकी विस्तृति 38,863 वर्ग किलोमीटर है। उसकी एक तरफ़ अरब सागर है और दूसरी तरफ़ ऊँची पहाडी श्रंखला है। प्राकृतिक सुन्दरता से आकर्षक होने तथा पुरानी संस्कृति के कारण लोग केरल को “ईश्वर का अपना देश” कहते हैं। केरल साक्षरता में भारत में प्रथम स्थान पर है।
परम्परा के अनुसार येसु के बारह प्रेरितों में से एक थॉमस सन 52 में केरल आये और उन्होंने केरल की कलीसिया की स्थापना की। केरल में तीन काथलिक कलीसियाएँ हैं –सीरो मलबार, सीरो मलंकरा और लातीनी। रानी मरिया का परिवार सीरो मलबार कलीसिया के सदस्य हैं।
पुल्लुवज़ि केरल का एक छोटा और शालीन ग्राम है जहाँ आध्यात्मिकता, प्राकृतिक सुन्दरता तथा सांस्कृतिक प्रताप एक साथ मिलते हैं। आध्यात्मिकता में अग्रसर यह गाँव आज अपनी इस बेटी पर गर्व करता है। रानी मरिया की याद को बनाये रखने हेतु पुल्लुवज़ि के पल्लिवासियों ने वहाँ पर रानी मरिया के नाम से एक संग्रहालय आरंभ किया है। वहाँ का गिरजा घर उस इलाके के सभी लोगों के सर्वांगीण विकास का केंन्द्र है।