वर्ष का दूसरा सप्ताह – शुक्रवार, वर्ष 2

पहला पाठ

समूएल का पहला ग्रन्थ 24:3-21

“मैं उस पर हाथ नहीं डालूँगा; क्योंकि वह प्रभु का अभिषिक्त है।”

साऊल समस्त इस्राएल के तीन हजार चुने हुए योद्धाओं को ले कर, ‘जंगली बकरों की चट्टानों' के पूर्व में दाऊद और उसके साथियों का पता लगाने निकला। वह रास्ते के किनारे पर भेड़-बाड़ों के पास पहुँचा। वहाँ एक गुफा थी और साऊल शौच करने के लिए उस में घुस गया। दाऊद और उसके साथी उस गुफा के भीतरी भाग में बैठे हुए थे। दाऊद के साथियों ने उस से कहा, “वह दिन आ गया है जिसके विषय में प्रभु ने आप से कहा था - मैं तुम्हारे शत्रुं को तुम्हारे हवाले कर देता हूँ; उसके साथ वही करो, जो तुम्हें उचित लगे।” “ दाऊद ने उठ कर चुपके से साऊल के वस्त्र का टुकड़ा काट दिया। दाऊद का हृदय धड़कने लगा, क्योंकि उसने साऊल के वस्त्र का टुकड़ा काट दिया और उसने अपने साथियों से कहा, “'प्रभु यह न होने दे कि मैं अपने स्वामी, प्रभु के अभिषिक्त पर हाथ डालूँ, क्यों कि प्रभु ने उनका अभिषेक किया है।” दाऊद ने यह कहते हुए अपने साथियों को रोका और उन्हें साऊल पर आक्रमण करने नहीं दिया। साऊल उठ कर गुफा से बाहर निकला और अपने रास्ते चला गया। दाऊद भी गुफा से निकला और उसने साऊल से पुकार कर कहा, “'हे मेरे स्वामी, मेरे राजा !” साऊल ने मुड़ कर देखा और दाऊद ने मुँह के बल गिर कर उसे दण्डवत्‌ किया। तब दाऊद ने साऊल से कहा, “आप क्यों उन लोगों की बातें सुनते हैं, जो कहते हैं कि दाऊद आपकी हानि करना चाहता है? आपने आज अपनी आँखों से देखा कि प्रभु ने आज गुफा में आप को मेरे हवाले कर दिया था और मेरे साथी चाहते थे कि मैं आप को मारूँ। किन्तु मैंने यह कहते हुए आप को बचाया, “मैं अपने स्वामी पर हाथ नहीं डालूँगा, क्योंकि वह प्रभु का अभिषिक्त है'! देखिए, पिता जी! अपने वस्त्र का टुकड़ा मेरे हाथ में देखिए। मैंने आपके वस्त्र का टुकड़ा तो काट दिया, किन्तु आप को नहीं मारा - इस से यह जान लीजिए कि मुझ में न तो आपकी बुराई करने का विचार है और न विश्वासघात। मैंने आपके साथ कोई अन्याय नहीं किया, फिर भी आप मेरे प्राण लेने पर उतारू हैं। प्रभु हम दोनों का न्याय करे। प्रभु आप को मेरा बदला चुकाये। मैं आप पर हाथ नहीं डालूँगा। यह पुरानी कहावत है - बुरे लोगों से ही बुराई पैदा होती है। इसलिए मैं आप पर हाथ नहीं डालूँगा। इस्राएल के राजा किस से लड़ने निकले। आप किसका पीछा कर रहे हें? मरे हुए कुत्ते का या किसी पिस्सू का? प्रभु निर्णय देगा और हम दोनों का न्याय करेगा। वह विचार करे, मेरा पक्ष ले और मुझे आपके हाथों से छुड़ा कर न्याय दिलाये।” जब दाऊद साऊल से यह सब बातें कह चुका था, तो साऊल ने कहा, “दाऊद बेटा ! क्या यह तुम्हारी आवाज है?' इसके बाद साऊल फूट-फूट कर रोने लगा और दाऊद से बोला, “न्याय आपके पक्ष में है। तुमने मेरे साथ भलाई और मैंने तुम्हारे साथ बुराई की है। तुमने आज इसका प्रमाण दिया कि तुम मेरी भलाई चाहते हो। प्रभु ने मुझे तुम्हारे हवाले कर दिया था और तुमने मुझे नहीं मारा। जब शत्रु वश में आ गया हो, तो कौन उसे यों ही जाने देता है? तुमने आज मेरे साथ जो भलाई की है, प्रभु तुम को उसका बदला चुकाये। अब मैं जान गया हूँ कि तुम अवश्य राजा बन जाओगे और तुम्हारे राज्यकाल में इस्राएल फलेगा-फूलेगा।”

प्रभु की वाणी।

भजन : स्तोत्र 56:2-4,6,11

अनुवाक्य : हम पर दया कर। हे ईश्वर ! हम पर दया कर।

2. हम पर दया कर। हे ईश्वर! हम पर दया कर। मैं तेरी शरण में आ गया हूँ। जब तक यह महा संकट न टल जाये, मैं तेरे पंखों की छाया में रहूँगा।

2. मैं सर्वोच्च ईश्वर की दुहाई देता हूँ। उसने सदा ही मुझ पर कृपा की है। वह स्वर्ग से मेरी सहायता करे और मुझे बचाये, वह मेरे शत्रु को पराजित कर दे। प्रभु अपना प्रेम और सत्यप्रतिज्ञता प्रदर्शित करे।

3. हे ईश्वर! आकाश के ऊपर उठ खड़ा हो जा। समस्त पृथ्वी पर तेरी महिमा प्रकट हो। हे प्रभु ! मैं राष्ट्रों के बीच तुझे धन्य कहूँगा, मैं देश-विदेश में तेरा स्तुतिगान करूँगा।

जयघोष

अल्लेलूया ! ईश्वर ने मसीह के द्वारा अपने से संसार का मेल कराया। और इस मेल-मिलाप का सेवा-कार्य हमें सौंपा है। अल्लेलूया !

सुसमाचार

मारकुस के अनुसार पवित्र सुसमाचार 3:13-19

“वह जिन को चाहते थे उन को उन्होंने बुलाया, जिससे वे उनके साथ रहें।”

येसु पहाड़ी पर चढ़े। वह जिन को चाहते थे, उन को उन्होंने अपने पास बुला लिया। वे उनके पास आये और येसु ने उन में से बारह को नियुक्त किया, जिससे वे लोग उनके साथ रहें और वह उन्हें अपदूतों को निकालने का अधिकार दे कर सुसमाचार का प्रचार करने भेज सकें। येसु ने इन बारहों को नियुक्त किया - सिमोन को, जिसका नाम उन्होंने पेत्रुस रखा; जेबेदी के पुत्र याकूब और उसके भाई योहन को, जिनका नाम उन्होंने बोआनेर्गेस अर्थात्‌ गर्जन के पुत्र रखा; अंद्रेयस, फिलिप, बरथोलोमी, मत्ती, थोमस, अलफाई के पुत्र याकूब, थद्देयूस और सिमोन को, जो उत्साही कहलाता है; और यूदस इसकारियोती को, जिसने येसु को पकड़वाया।

प्रभु का सुसमाचार।