एफ्राईम के पहाड़ी क्षेत्र के रामतईम में एल्काना नामक सूफ-वंशी मनुष्य रहता था। एल्काना येरोहम का, येरोहम एलीहू का, एलीहू तोहू का और तोहू एफ्राईम-वंशी सूफ का पुत्र था। एल्काना के, अन्ना और पेनिन्ना नामक दो पत्नियाँ थीं। पेनिन्ना के सन्तान थी, किन्तु अन्ना के कोई सन्तान नहीं थी। एल्काना प्रतिवर्ष विश्वमंडल के प्रभु की आराधना करने और उसे बलि चढ़ाने अपने नगर से शिलो जाया करता था। वहाँ एली के दोनों पुत्र होफनी और पीनहास प्रभु के याजक थे। एल्काना जिस दिन बलि चढ़ाता था, अपनी पत्नी पेनिन्ना और उसके सब पुत्र-पुत्रियों को मांस का एक-एक अंश दिया करता था; किन्तु वह अन्ना को दो हिस्से देता था, क्योंकि वह अन्ना को प्यार करता था, यद्यपि प्रभु ने उसे बाँझ बनाया था। अन्ना की सौत उसे चिढ़ाने के लिए उसकी निन्दा किया करती थी; क्योंकि प्रभु ने उसे बाँझ बनाया था। प्रति वर्ष यही होता था। जब अन्ना प्रभु के मंदिर जाती, तो पेनिन्ना उसे उसी तरह चिढ़ाया करती थी और अन्ना रोती और भोजन करने से इनकार करती थी। उसके पति एल्काना ने उस से कहा, “अन्ना ! तुम क्यों रोती हो? क्योंा नहीं खाती हो? तुम क्यों उदास हो? क्या मैं तुम्हारे लिए दस पुत्रों से बढ़ कर नहीं हूँ?”
प्रभु की वाणी।
अनुवाक्य : हे प्रभु ! मैं तुझे धन्यवाद का बलिदान चढ़ाऊँगा। (अथवा : अल्लेलूया !)
1. प्रभु के उपकारों के लिए मैं उसे क्या दे सकता हूँ? मैं मुक्ति का प्याला उठा कर प्रभु का नाम लूँगा।
2. मैं प्रभु की सारी प्रजा के सामने प्रभु के लिए अपनी मन्नतें पूरी करूँगा। मैं प्रभु का नाम लेते हुए धन्यवाद का बलिदान चढ़ाऊँगा।
3. हे येरुसालेम ! मैं तेरे मध्य में, ईश्वर के मंदिर के आँगन में, प्रभु की सारी प्रजा के सामने प्रभु के लिए अपनी मन्नतें पूरी करूँगा।
< h2>जयघोष : मारकुस 1:15अल्लेलूया ! प्रभु कहते हैं, “ईश्वर का राज्य निकट आया है। पश्चात्ताप करो और सुसमाचार में विश्वास करो।” अल्लेलूया !
योहन के गिरफ्तार हो जाने के बाद येसु गलीलिया आये और यह कहते हुए ईश्वर के सुसमाचार का प्रचार करने लगे, “समय पूरा हो चुका है। ईश्वर का राज्य निकट आ गया है। पश्चात्ताप करो और सुसमाचार में विश्वास करो।” गलीलिया के समुद्र के किनारे से हो कर जाते हुए येसु ने सिमोन और उसके भाई अंद्रेयस को देखा। वे समुद्र में जाल डाल रहे थे, क्योंकि वे मछुए थे। येसु ने उन से कहा, “मेरे पीछे चलें आओ। मैं तुम्हें मनुष्यों के मछुए बनाऊँगा।” और वे तुरन्त अपने जाल छोड़ कर उनके पीछे हो लिये। कुछ आगे बढ़ने पर येसु ने जेबेदी के पुत्र याकूब और उसके भाई योहन को देखा। वे भी नाव में अपने जाल मरम्मत कर रहे थे। येसु ने उन्हें उसी समय बुलाया। वे अपने पिता जेबेदी को मजदूरों के साथ नाव में छोड़ कर उनके पीछे हो लिये।
प्रभु का सुसमाचार।