प्रत्येक महायाजक मनुष्यों में से चुना जाता और ईश्वर-सम्बन्धी बातों में मनुष्यों का प्रतिनिधि नियुक्त किया जाता है, जिससे वह भेंट और पापों के प्रायश्चित्त की बलि चढ़ाये। वह अज्ञानियों और भूले-भटके लोगों के साथ सहानुभूतिपूर्ण व्यवहार कर सकता है, क्योंकि वह स्वयं दुर्बलताओं से घिरा हुआ है। यही कारण है कि उसे न केवल जनता के लिए बल्कि अपने लिए भी पापों के प्रायश्चित्त की बलि चढ़ानी पड़ती है। कोई भी अपने आप यह गौरवपूर्ण पद नहीं अपना लेता है। प्रत्येक महायाजक हारून की भाँति ईश्वर द्वारा बुलाया जाता है। इसी प्रकार मसीह ने अपने को महायाजक का गौरव नहीं प्रदान किया। ईश्वर ने उन से कहा - तुम मेरे पुत्र हो, आज मैंने तुम्हें उत्पन्न किया है। अन्यत्र भी वह कहता है - तुम मेलकीसेदेक की तरह सदा ही पुरोहित बने रहोगे। मसीह ने इस पृथ्वी पर रहते समय पुकार-पुकार कर और आँसू बहा कर ईश्वर से, जो उन्हें मृत्यु से बचा सकता था, प्रार्थना और अनुनय-विनय की। श्रद्धालुता के कारण उनकी प्रार्थना सुनी गयी। ईश्वर का पुत्र होने पर भी उन्होंने दुःख सह कर आज्ञापालन सीख लिया। वह पूर्ण रूप से सिद्ध बन कर और ईश्वर से मेलकीसेदेक की तरह महायाजक की उपधि प्राप्त कर उन सबों के लिए अनन्त मुक्ति के स्रोत बन गये, जो उनकी आज्ञाओं का पालन करते हैं।
प्रभु की वाणी।
अनुवाक्य : तुम मेलकीसेदेक की तरह सदा ही पुरोहित बने रहोगे।
1. ईश्वर ने मेरे प्रभु से कहा - तुम मेरे दाहिने बैठ जाओ। मैं तुम्हारे शत्रुओं को तुम्हारे पैरों तले डालूँगा।
2. ईश्वर तुम्हें सियोन में महान् राज्याधिकार प्रदान करेगा, तुम अपने शत्रुओं पर शासन करोगे।
3. जिस दिन तुम्हारा जन्म हुआ था, उस दिन से तुम्हें पवित्र पर्वत, सियोन पर, राज्याधिकार प्राप्त है।
4. ईश्वर की यह शपथ अपरिवर्तनीय है - तुम मेलकीसेदेक की तरह सदा ही पुरोहित बने रहोगे।
अल्लेलूया ! ईश्वर का वचन जीवन्त और सशक्त है, वह हमारी आत्मा के अन्तरतम तक पहुँच जाता है। अल्लेलूया !
योहन के शिष्य और फरीसी किसी दिन उपवास कर रहे थे। कुछ लोग आकर येसु से कहने लगे, “योहन के शिष्य और फरीसी उपवास कर रहे हैं। आपके शिष्य उपवास क्योंे नहीं करते?” येसु ने उत्तर दिया, “क्या जब तक दुलहा साथ है, बाराती शोक मना: सकते हैं? जब तक दुलहा उनके साथ है, वे उपवास नहीं कर सकते हैं। किन्तु वे दिन आयेंगे, जब दुलहा उन से बिछुड जायेगा। उन दिनों वे उपवास करेंगे। “कोई कोरे कपड़े का पैवन्द पुराने कपड़े पर नहीं लगाता। नहीं तो नया पैवन्द सिकुड् कर पुराना कपड़ा फाड़ देगा और चीर बढ़ जायेगी। कोई नयी अंगूरी पुरानी मशकों में नहीं भरता। नहीं तो अंगूरी मशकों को फाड़ देगी और अंगूरी तथा मशकें, दोनों बरबाद हो जायेंगी। नयी अंगूरी को नयी मशकों में भरना चाहिए।”
प्रभु का सुसमाचार।