जो संदेश तुमने प्रारंभ से सुना है, वह यह है कि हमें एक दूसरे को प्यार करना चाहिए। हम काइन की तरह नहीं बनें - वह दुष्ट की सन्तान था और उसने अपने भाई की हत्या की थी। उसने क्यों उसकी हत्या की थी? क्योंकि उसके अपने कर्म बुरे थे और उसके माइ के कर्म अच्छे। भाइयों ! यदि संसार तुम से बैर करे, तो उस पर आश्चर्य मत करो। हम जानते हैं कि हम मृत्यु से निकल कर जीवन में प्रवेश कर गये, क्योंकि हम अपने भाइयों को प्यार करते हैं। जो प्यार नहीं करता, वह मृत्यु में निवास करता है। जो अपने भाई से बैर करता है, वह हत्यारा है और तुम जानते हो कि किसी भी हत्यारे में अनन्त जीवन नहीं होता। हम प्रेम का मर्म इस से पहचान गये कि येसु ने हमारे लिए अपना जीवन अर्पित किया है और हमें भी अपने भाइयों के लिए अपना जीवन अर्पित करना चाहिए। किसी के पास दुनिया की धन-दौलत हो और वह अपने भाई को तंगहाली में देख कर दया न करे, तो ईश्वर का प्रेम उस में कैसे बना रह सकता है? बच्चो ! हम वचन से नहीं, कर्म से; मुख से नहीं, हृदय से एक दूसरे को प्यार करें। उसी से हम जान जायेंगे कि हम सत्य की सन्तान हैं। और जब कभी हमारा अंतःकरण हम पर दोष लगायेगा, तो हम ईश्वर के सामने अपने को आश्वासन दे सकेंगे, क्योंकि ईश्वर हमारे अंतःकरण से बड़ा है और वह सब कुछ जानता है। प्यारे भाइयो ! यदि हमारा अंतःकरण हम पर दोष नहीं लगाता है, तों हम ईश्वर पर पूरा भरोसा रख सकते हैं।
प्रभु की वाणी।
1. हे समस्त पृथ्वी ! प्रभु की स्तुति करो। आनन्द के साथ प्रभु की सेवा करो। उल्लास के गीत गाते हुए उसके सामने उपस्थित हो जाओ।
2. यह जान लो कि वही ईश्वर है। उसी ने हम को बनाया है - हम उसी के हैं। हम उसकी प्रजा, उसके चरागाह की भेडें हैं।
3. धन्यवाद देते हुए उसके मंदिर में प्रवेश करो, भजन गाते हुए उसके प्रांगण में आ जाओ, उसकी स्तुति करो और उसका नाम धन्य कहो।
4. ओह ! ईश्वर कितना भला है ! उसका प्रेम चिरस्थायी है, उसकी सत्यप्रतिज्ञता युगानुयुग बनी रहती है।
अल्लेलूया ! हम पर एक परमपावन दिवस का उदय हुआ है। राष्ट्र ! आ कर प्रभु की आराधना करो क्योंकि आज एक महत्ती ज्योति पृथ्वी पर उतरी है। अल्लेलूया !
येसु ने गलीलिया जाने का निश्चय किया। उनकी भेंट फिलिप से हुई और उन्होंने उस से कहा, “मेरे पीछे चले आओ।” फिलिप बेथसाइदा का, अंद्रेयस और पेत्रुस के नगर का निवासी था। फिलिप नथानाएल से मिला और बोला, “मूसा ने संहिता में और नबियों ने जिनके विषय में लिखा है, वही हमें मिल गये हैं। वह नाजरेत-निवासी, योसेफ के पुत्र येसु हैं”। नथानाएल ने उत्तर दिया, “क्या नाजरेत से भी कोई अच्छी चीज आ सकती है? '' फिलिप ने कहा, “आओ, और स्वयं देख लो।” येसु ने नथानाएल को अपने पास आते देखा और उसके विषय में कहा, “देखो, यह एक सच्चा इस्राएली है। इस में कोई कपट नहीं।” नथानाएल ने उन से कहा, ' आप मुझे कैसे जानते हैं?' ' येसु ने उत्तर दिया, “फिलिप द्वारा तुम्हारे बुलाये जाने से पहले ही मैंने तुम को अंजीर के पेड़ के नीचे देखा।” नथानाएल ने उन से कहा, “गुरुवर ! आप ईश्वर के पुत्र हैं, आप इस्राएल के राजा हैं।” येसु ने उत्तर दिया, “मैंने तुम से कहा, मैंने तुम्हें अंजीर के पेड़ के नीचे देखा, इसीलिए तुम विश्वास करते हो। तुम इस से भी महान् चमत्कार देखोगे।” येसु ने उस से यह भी कहा, “मैं तुम से कहे देता हूँ - तुम स्वर्ग को खुला हुआ और ईश्वर के दूतों को मानव पुत्र के ऊपर उतरते-चढ़ते हुए देखोगे।”
प्रभु का सुसमाचार।