3 जनवरी

पहला पाठ

सन्त योहन का पहला पत्र 2:29-3:6

“जो उन में निवास करता है, वह पाप नहीं करता।”

यदि तुम जानते हो कि वह निष्पाप हैं, तो यह भी समझ लो कि जो धर्माचरण करता है, वह ईश्वर की सन्तान है। पिता ने हमें कितना प्यार किया है ! हम ईश्वर की सन्तान कहलाते हैं और हम वास्तव में वही हैं। संसार हमें नहीं पहचानता, क्योंकि उसने ईश्वर को नहीं पहचाना है। प्यारे भाइयो ! हम तो ईश्वर की सन्तान बन गये हैं, किन्तु यह अब तक प्रकट नहीं हुआ है कि हम क्या बन जायेंगे। हम इतना ही जानते हैं : जब ईश्वर का पुत्र प्रकट हो जायेगा, तो हम उसके सदृश बन जायेंगे; क्योंकि हम उसे वैसा ही देखेंगे जैसा कि वह वास्तव में है। जो उस से ऐसी आशा रखता है, उसे वैसा ही शुद्ध बनना चाहिए, जैसा कि वह शुद्ध है। जो पाप करता हैं, वह ईश्वर की आज्ञा भंग करता है, क्योंकि पाप तो आज्ञा का उल्लंघन है। तुम जानते हो कि मसीह पाप हरने के लिए प्रकट हुए। उन में कोई पाप नहीं है। जो उन में निवास करता है, वह पाप नहीं करता। जो पाप करता है, उसने उन्हें देखा नहीं और वह उन्हें नहीं जानता।

प्रभु की वाणी।

भजन : स्तोत्र 97:1,3-6

अनुवाक्य : पृथ्वी के कोने-कोने में हमारे ईश्वर का मुक्ति-विधान प्रकट हुआ है।

1. प्रभु के आदर में नया गीत गाओ; क्योंकि उसने अपूर्व कार्य किये हैं। उसके दाहिने हाथ और उसकी पवित्र भुजा ने हमारा उद्धार किया हैं।

2. पृथ्वी के कोने-कोने में हमारे ईश्वर का मुक्ति-विधान प्रकट हुआ है। समस्त पृथ्वी आनन्द मनाये और ईश्वर की स्तुति करे।

3. वीणा बजा कर प्रभु के आदर में भजन गा कर सुनाओ, तुरही और नरसिंघा बजा कर अपने प्रभु-ईश्वर का जयकार करो।

जयघोष : योहन 1:14,12

अल्लेलूया ! शब्द ने शरीर धारण कर हमारे बीच निवास किया। जितनों ने उसे अपनाया, उन सबों को उसने ईश्वर की सन्तति बनने का अधिकार दिया है। अल्लेलूया !

सुसमाचार

योहन के अनुसार पवित्र सुसमाचार 1:29-34

“देखो - ईश्वर का मेमना।”

दूसरे दिन योहन ने येसु को अपनी ओर आते देखा और कहा, “देखो - ईश्वर का मेमना, जो संसार का पाप हर लेता है। यह वही हैं जिनके विषय में मैंने कहा, मेरे बाद एक पुरुष आने वाले हैं। वह मुझ से बढ़कर हैं, क्योंकि वह मुझ से पहले थे। मैं भी उन्हें नहीं जानता था, परन्तु मैं इसलिए जल से बपतिस्मा देने आया हूँ कि वह इस्राएल पर प्रकट हो जायें।” फिर योहन ने यह साक्ष्य दिया, “मैंने पवित्र आत्मा को कपोत के रूप में स्वर्ग से उतरते और उन पर ठहरते देखा। मैं भी उन्हें नहीं जानता था, परन्तु जिसने मुझे जल से बपतिस्मा देने भेजा, उसने मुझ से कहा था, 'तुम जिन पर पवित्र आत्मा को उतरते और ठहरते देखोगे, वही पवित्र आत्मा से बपतिस्मा देते हैं'। मैंने देखा और साक्ष्य दिया कि वह ईश्वर के पुत्र हैं।”

प्रभु का सुसमाचार।