झूठा कौन है? वह, जो येसु को मसीह नहीं मानता। वहीं मसीह-विरोधी है - वह पिता और पुत्र, दोनों को अस्वीकार करता हैं। जो पुत्र को अस्वीकार करता है, उस में पिता का निवास नहीं। जो पुत्र को स्वीकार करता है, उस में पिता का निवास है। जो शिक्षा तुम लोगों ने प्रारंभ से सुनी है, वह तुम में बनी रहे। जो शिक्षा तुम लोगों ने प्रारंभ से सुनी हैं, यदि वह तुम में बनी रहेगी, तो तुम भी पुत्र तथा पिता में बने रहोगे। मसीह ने हमें जो प्रतिज्ञा की है, वह यह है - अनन्त जीवन। ये बातें मैंने तुम को उन लोगों के विषय में लिखी हैं, जो तुम्हें भटकाना चाहते हैं। तुम लोगों को मसीह से जो पवित्र आत्मा मिला है, वह तुम में विद्यमान रहता है। इसलिए तुम को किसी अन्य गुरु की आवश्यकता नहीं। वह तुम्हें सब कुछ सिखलाता है - उसकी शिक्षा सत्य है, असत्य नहीं। उस शिक्षा के अनुसार तुम मसीह में बने रहो। बच्चो ! अब तुम उन में बने रहो, जिससे जब वह प्रकट हों, तो हमें पूरा भरोसा हो और उनके आगमन पर उन से अलग होने की निराशा न हो।
प्रभु की वाणी।
1. प्रभु के आदर में नया गीत गाओ; क्योंकि उसने अपूर्व कार्य किये हैं। उनके दाहिने हाथ और पवित्र भुजा ने हमारा उद्धार किया है।
2. प्रभु ने अपना मुक्ति-विधान प्रकट किया, और उसने सभी राष्ट्रों को अपना न्याय दिखाया है। उसने अपनी प्रतिज्ञा का ध्यान रख कर इस्राएल के घराने की सुध ली है।
3. पृथ्वी के कोने-कोने में हमारे ईश्वर का मुक्ति-विधान प्रकट हुआ है। समस्त पृथ्वी आनन्द मनाये और ईश्वर की स्तुति करे।
अल्लेलूया ! प्राचीन काल में ईश्वर बार-बार और विभिन्न रूपों में हमारे पुरखों से नबियों द्वारा बोला था। आब अन्त में वह हम से पुत्र द्वारा बोला है। अल्लेलूया !
जब यहूदियों ने येरुसालेम से याजकों और लेवियों को योहन के पास यह पूछने भेजा कि आप कौन हैं, तो उसने यह साक्ष्य दिया - उसने स्पष्ट शब्दों में यह स्वीकार किया कि मैं मसीह नहीं हूँ। उन्होंने उस से पूछा, “तब आप कौन हैं? क्या आप एलियस हैं? '' उसने कहा, "मैं एलियस नहीं हूँ।” “या आप वह नबी हैं?'' उसने उत्तर दिया “नहीं''। तब उन्होंने उस से कहा, “तो आप कौन हैं? जिन्होंने हमें भेजा है, हम उन्हें कौन-सा उत्तर दें? आप अपने विषय में क्या कहते हैं? '' उसने उत्तर दिया, “मैं हूँ - जैसा कि नबी इसायस ने कहा है - निर्जन प्रदेश में पुकारने वाले की आवाज; प्रभु का मार्ग सीधा करो।” जो फ़रीसियों की ओर से भेजे गये थे, उन्होंने उस से पूछा, “यदि आप न तो मसीह हैं, न एलियस और न वह 'नबी, तो बपतिस्मा क्यों देते हैं? योहन ने उन्हें उत्तर दिया, “'मैं तो जल से बपतिस्मा देता हूँ। तुम्हारे बीच एक हैं, जिन्हें तुम नहीं पहचानते। वह मेरे बाद आने वाले हैं। मैं उनके जूते का फीता खोलने योग्य भी नहीं हूँ। यह सब यर्दन के पार बेथानिया में घटित हुआ, जहाँ योहन बपतिस्मा देता था।
प्रभु का सुसमाचार।