प्रभु ने मूसा और हारून से यह कहा, “यदि किसी मनुष्य के चमड़े पर सूजन, पपड़ी या फल दिखाई पड़े, और चमड़े में कोढ़ हो जाने का डर हो, तो वह मनुष्य याजक हारून अथवा उसके पुत्रों में से किसी याजक के पास लाया जाये। कोढ़ी फटे कपड़े पहन ले। उसके बाल बिखरे हुए हों। वह अपना मुँह ढक कर “अशुद्ध, अशुद्ध !” चिल्लाता रहे। वह तब तक अशुद्ध होगा, जब तक उसका रोग दूर न हो। वह अलग रहेगा और शिविर के बाहर निवास करेगा”।
प्रभु की वाणी।
अनुवाक्य : हे प्रभु ! तू मेरा आश्रय है। तू मुझे मुक्ति के गीत गाने देता है।
धन्य है वह, जिसका अपराध क्षमा हुआ है, जिसका पाप मिट गया है। धन्य है वह, जिसे ईश्वर दोषी नहीं मानता, और जिसका मन निष्कपट है।
2. मैंने अपना अपराध स्वीकार किया, मैंने अपना दोष नहीं छिपाया। मैंने कहा, “मैं प्रभु के सामने अपना अपराध स्वीकार करूँगा”। तब तूने मेरा दोष मिटा दिया, तूने मेरा पाप क्षमा किया।
3. हे धर्मियो ! प्रभु में आनन्द मनाओ ! हे प्रभु-भक्तो ! उल्लसित हो कर आनन्द के गीत गाओ।
आप लोग चाहे खायें या पियें, या जो कुछ भी करें सब ईश्वर की महिमा के लिए करें। किसी को ठोकर न खिलायें, न यहूदियों को, न युनानियों को और न ईश्वर की कलीसिया को। मैं भी अपने हित का नहीं, बल्कि दूसरों के हित का ध्यान रख कर सब बातों में सब को प्रसन्न करने का प्रयत्न करता हूँ; जिससे वे मुक्ति प्राप्त कर सकें। आप लोग मेरा अनुसरण करें, जिस तरह मैं मसीह का अनुसरण करता हूँ।
प्रभु की वाणी।
एक कोढ़ी येसु के पास आया और घुटने टेक कर उन से गिड़गिड़ाते हुए बोला, “आप चाहें तो मुझे शुद्ध कर सकते हैं।” येसु को तरस आया; उन्होंने हाथ बढ़ा कर यह कहते हुए उसका स्पर्श किया, “मैं यही चाहता हूँ - शुद्ध हो जाओ”। उसी क्षण उसका कोढ़ दूर हुआ और वह शुद्ध हो गया। येसु ने उसे यह कड़ी चेतावनी देते हुए तुरन्त विदा किया, “सावधान ! किसी से कुछ न कहो। जा कर अपने को याजकों को दिखाओ और अपने शुद्धीकरण के लिए मूसा द्वारा निर्धारित भेंट चढ़ाओ, जिससे तुम्हारा स्वास्थ्यलाभ प्रमाणित हो जाये”। परन्तु वह वहाँ से विदा हो कर चारों ओर खुल कर इसकी चरचा करने लगा। इस से येसु के लिए प्रकट रूप से नगरों में जाना असम्भव हो गया, और वह निर्जन स्थानों में रहने लगे। फिर भी लोग चारों ओर से उनके पास आते थे।
प्रभु का सुसमाचार।