मैं एक नये आकाश और एक नयी पृथ्वी की सृष्टि करूँगा। पुरानी बातें भूला दी जायेंगी, उन्हें कोई याद नहीं करेगा। मेरी उस सृष्टि में सदा आनन्द और उल्लास रहेगा। मैं येरुसालेम को आनन्दित और उसकी प्रजा को उल्लसित करूँगा। तब येरुसालेम मुझे आनन्द प्रदान करेगा और मेरी प्रजा मेरे उल्लास का कारण बनेगी। उस में फिर न तो रुदन सुनाई देगा और न विलाप। वहाँ न तो कोई ऐसा शिशु मिलेगा, जो थोड़े ही दिनों तक जीवित रहे और न कोई ऐसा वृद्ध, जो अपने दिन पूरे न कर पाये। हर युवक सौ वर्ष तक जीवित रहेगा - जो उस उमर तक नहीं पहुँचता, वह शापित माना जायेगा। वे घर बनायेंगे और उन में निवास करेंगे; वे दाखबारियाँ लगायेंगे और उनके फल खायेंगे।
प्रभु की वाणी।
अनुवाक्य : हे प्रभु! मैं तेरी स्तुति करूँगा। तूने मेरा उद्धार किया।
1. हे प्रभु! मैं तेरी स्तुति करूँगा, तूने मेरा उद्धार किया। तूने मेरे शत्रुओं को मुझ पर हँसने नहीं दिया। हे प्रभु! तूने मेरी आत्मा को अधोलोक से निकाला, तूने मुझे मृत्यु से बचा लिया।
2. प्रभु के भक्त उसके आदर में गीत गायें और उसके पवित्र नाम की महिमा करें। उसका क्रोध क्षण भर का है, किन्तु उसकी कृपा जीवन भर बनी रहती है। संध्या को भले ही रोना पड़े, किन्तु प्रात:लाल आनन्द ही आनन्द होता है।
3. हे प्रभु! मेरी सुन। मुझ पर दया कर। हे प्रभु! मेरी सहायता कर। तूने मेरा शोक आनन्द में बदल दिया। हे प्रभु! मेरे ईश्वर! मैं अनन्त काल तक तेरी स्तुति करता रहूँगा।
भलाई करो और बुराई से बचते रहो, तुम जीवन प्राप्त करोगे और प्रभु तुम्हारे साथ होगा।
येसु समारिया से विदा हो कर गलीलिया गये। येसु ने स्वयं यह कहा था कि अपने देश में नबी का आदर नहीं होता। जब वह गलीलिया पहुँचे, तो लोगों ने उनका स्वागत किया; क्योंकि येसु ने पर्व के दिनों येरुसालेम में जो कुछ किया था, वह सब उन्होंने देखा था। पर्व के लिए वे भी वहाँ गये थे। वह फिर गलीलिया के काना नगर आये, ज़हाँ उन्होंने पानी को अंगूरी बना दिया था। कफरनाहूम में राज्य के किसी पदाधिकारी का पुत्र बीमार था। जब उस पदाधिकारी ने सुना कि येसु यहूदिया से गलीलिया आ गये हैं, तो वह उनके पास आया। उसने उन से यह निवेदन किया कि वह चल कर उसके पुत्र को चंगा कर दें, क्योंकि वह मरने-मरने को था। येसु ने उस से कहा, 'आप लोग चिह्न तथा चमत्कार देखे बिना विश्वास ही नहीं करेंगे।” इस पर पदाधिकारी ने उन से कहा, “महोदय! कृपया चलिए, कहीं मेरा बच्चा न मर जाये।” येसु ने उत्तर दिया, “जाइए, आपका पुत्र अच्छा हो गया है।” वह मनुष्य येसु के वचन पर विश्वास कर चला गया। वह रास्ते में ही था कि उसके नौकर मिल गये और उस से कहने लगे, “आपका पुत्र अच्छा हो गया है।” उसने उन से पूछा कि वह किस समय अच्छा होने लगा था। उन्होंने कहा कि कल दिन के एक बजे उसका बुखार उतर गया। तब पिता समझ गया कि ठीक उसी समय येसु ने उस से कहा था, ‘आपका पुत्र अच्छा हो गया है' और उसने अपने सारे परिवार के साथ विश्वास किया। यह येसु का दूसरा चमत्कार था, जिसे उन्होंने यहूदिया से गलीलिया आने के बाद दिखाया।
प्रभु का सुसमाचार।