प्रभु यह कहता है - "इस्राएल जब बालक था, तो मैं उसे प्यार करता था और मैंने मिस्त्र देश से अपने पुत्र को बुलाया। मैंने एफ्राईम को चलना सिखाया। मैं उन्हें गोद में उठाया करता था, किन्तु वे नहीं समझे कि मैं उनकी देख-रेख करता था। मैं उन्हें दया तथा प्रेम की बागडोर से टहलाता था। जिस तरह कोई बच्चे को उठा कर गले लगाता है, उसी तरह मैं भी उनके साथ व्यवहार करता था। मैं फुक कर उन्हें भोजन दिया करता था। मेरा हृदय यह नहीं मानता, मुझ में दया उमड़ आती है - मैं अपना क्रोध भड़कने नहीं दूँगा, मैं फिर एफ्राईम का विनाश नहीं करूँगा, क्योंकि मैं मनुष्य नहीं, ईश्वर हूँ। मैं तुम्हारे बीच परमपावन प्रभु हूँ- मुझे विनाश करने से घृणा है।
प्रभु की वाणी।
अनुवाक्य : तुम आनन्दित हो कर मुक्ति के स्त्रोत में से जल भरोगे।
1. ईश्वर मेरा उद्धार करेगा, वही मेरा भरोसा है। अब मैं नहीं डरूंगा, क्योंकि प्रभु मेरा बल है और मेरे गीत का विषय। वही मेरा उद्धार करेगा। तुम आनन्दित हो कर मुक्ति के स्त्रोत में से जल भरोगे।
2. प्रभु का धन्यवाद करो; उसके नाम की स्तुति करो। राष्ट्रों में उसके महान् कार्यों का बखान करो; उसके नाम की महिमा गाओ।
3. प्रभु की स्तुति करो; उसने चमत्कार दिखाये हैं। पृथ्वी भर में उनका बखान करने जाओ। सियोन की प्रजा ! प्रफुल्लित हो कर आनन्द के गीत गाओ। तुम्हारे बीच रहने वाला इस्राएल का परमपावन ईश्वर महान् है।
मुझे, जो संतों में सब से छोटा हूँ, यह वरदान मिला है कि मैं गैर-यहूदियों को मसीह की अपार कृपानिधि का सुसमाचार सुनाऊँ और मुक्ति-विधान का वह रहस्य पूर्ण रूप से प्रकट करूँ, जिसे समस्त विश्व के सृष्टिकर्त्ता ने अब तक गुप्त रखा था। इस तरह कसीलिया के माध्यम से स्वर्ग के दूतगण ईश्वर की वहुविध प्रज्ञा का ज्ञान प्राप्त करेंगे। ईश्वर ने अनन्तकाल से जो उद्देश्य अपने मन में रखा था। उसने उसे हमारे प्रभु येसु मसीह द्वारा पूरा किया है। हम मसीह में विश्वास करते हैं और इसलिए हम पूरे भरोसे के साथ निर्भय हो कर ईश्वर के पास जाते हैं। मैं उस पिता के सामने, जो स्वर्ग में और पृथ्वी पर प्रत्येक परिवार का मूल आधार है, घुटने टेक कर यह प्रार्थना करता हूँ कि वह अपने आत्मा के द्वारा आप लोगों को अपनी अपार कृपानिधि में से आभ्यन्तर शक्ति और सामर्थ्य प्रदान करे, जिससे विश्वास द्वारा मसीह आपके हृदयों में निवास करें, प्रेम में आपकी जड़ें गहरी हों और नींव सुदृढ़ हो। इस तरह, आप लोग अन्य सभी सन्तों के साथ मसीह के प्रेम की चौड़ाई, लम्बाई, ऊँचाई और गहराई समझ सकेंगे। आप लोगों को उनके प्रेम का ज्ञान प्राप्त होगा, यद्यपि वह ज्ञान से परे है। इस प्रकार आप लोग, ईश्वर की पूर्णता तक पहुँच कर, स्वयं परिपूर्ण हो जायेंगे।
प्रभु की वाणी।
(अल्लेलूया, अल्लेलूया !) ईश्वर ने हमें पहले प्यार किया है और हमारे पापों के प्रायश्चित के लिए अपने पुत्र को अर्पित किया है। (अल्लेलूया !)
वह तैयारी का दिन था। यहूदी यह नहीं चाहते थे कि शव विश्राम के दिन क्रूस पर रह जायें, क्योंकि उस विश्राम के दिन बड़ा त्योहार पड़ता था। उन्होंने पिलातुस से निवेदन किया कि उनकी टाँगें तोड़ दी जायें और शव हटा दिये जायें। इसलिए सैनिकों ने आ कर येसु के साथ क्रूस पर चढ़ाये हुए पहले व्यक्ति की टाँगे तोड़ दीं, फिर दूसरे की भी। जब उन्होंने येसु के पास आ कर देखा कि वह मर चुके हैं, तो उन्होंने उनकी टाँगे नहीं तोड़ीं लेकिन एक सैनिक ने उनकी बग़ल में भाला मारा और उस में से तुरन्त रक्त और जल बह निकला। जिसने यह देखा है, वही इसका साक्ष्य देता है और उसका साक्ष्य सच्चा है। वह जानता है कि वह सच बोलता है, जिससे आप लोग भी विश्वास करें। यह इसलिए हुआ कि धर्मग्रंथ का यह कथन पूरा हो जाये – उसकी एक भी हड्डी नहीं तोड़ी जायेगी; फिर धर्मग्रंथ का एक दूसरा कथन इस प्रकार है – उन्होंने जिसे छेदा है, वे उसी की ओर देखेंगे।
प्रभु का सुसमाचार।