पास्का का चौथा सप्ताह – शुक्रवार

पहला पाठ

प्रेरित-चरित 13:26-33

"ईश्वर ने येसु को पुनर्जीवित कर अपनी प्रतिज्ञा पूरी कर दी।”

पिसिदिया के अंताखिया पहुँच कर पौलुस ने सभागृह में यह कहा, "भाइयो! इब्राहीम के वंशजो और यहाँ उपस्थित ईश्वर के भक्तो! मुक्ति का यह संदेश हम सबों के पास भेजा गया है। येरुसालेम के निवासियों तथा उनके शासकों ने येसु को नहीं पहचाना। उन्हें दण्डाज्ञा दिला कर उन्होंने अनजाने ही नबियों के वे कथन पूरे कर दिये, जो प्रत्येक विश्राम-दिवस को पढ़ कर सुनाये जाते हैं। उन्हें प्राणदण्ड के योग्य कोई दोष उन में नहीं मिला, फिर भी उन्होंने पिलातुस से अनुरोध किया कि उनका वध किया जाये। उन्होंने उनके विषय में जो कुछ लिखा है, सब पूरा कर, उन्हें क्रूस के काठ से उतारा और कब्र में रख दिया। ईश्वर ने उन्हें तीसरे दिन मृतकों में से पुनर्जीवित किया और वह बहुत दिनों तक लोगों को दर्शन देते रहे जो उनके साथ गलीलिया से येरुसालेम आये थे। वे ही अब जनता के सामने उनके साक्षी हैं। "हम आप लोगों को यह सुसमाचार सुनाते हैं कि ईश्वर ने हमारे पूर्वजों से जो प्रतिज्ञा की थी, उसे उनकी सन्तति के लिए, अर्थात् हमारे लिए पूरा किया है - उसने येसु को पुनर्जीवित किया, जैसा कि द्वितीय स्तोत्र में लिखा है, तुम मेरे पुत्र हो। आज मैंने तुम को उत्पन्न किया है।

प्रभु की वाणी।

भजन : स्तोत्र 2:6-11

अनुवाक्य : 'तुम मेरे पुत्र हो, आज मैंने तुम को उत्पन्न किया है।' (अथवा : अल्लेलूया!)

1. मैंने अपने पवित्र पर्वत सियोन पर अपने राजा को नियुक्त किया है। मैं ईश्वर की राजाज्ञा घोषित करूँगा। प्रभु ने मुझ से कहा, "तुम मेरे पुत्र हो, आज मैंने तुम को उत्पन्न किया है।”

2. मुझ से माँगो और मैं तुम्हें सभी राष्ट्रों का अधिपति तथा समस्त पृथ्वी का स्वामी बना दूँगा। तुम लोहे के दण्ड से उन पर शासन करोगे, तुम उन्हें मिट्टी के बरतनों की तरह चकनाचूर कर दोगे।

3. हे राजाओ! अब भी समझो। हे पृथ्वी के शासको! शिक्षा ग्रहण करो! डरते-काँपते हुए प्रभु की सेवा करो और उसकी आज्ञाओं का पालन करो।

जयघोष

अल्लेलूया! प्रभु कहते हैं, "मार्ग, सत्य और जीवन मैं हूँ। मुझसे हो कर गये बिना कोई पिता के पास नहीं आ सकता।” अल्लेलूया!

सुसमाचार

योहन के अनुसार पवित्र सुसमाचार 14:1-6

"मार्ग, सत्य और जीवन मैं हूँ।”

येसु ने अपने शिष्यों से यह कहा, "तुम्हारा जी घबराये नहीं। ईश्वर में विश्वास रखो और मुझ में भी विश्वास रखो। मेरे पिता के यहाँ बहुत-से निवासस्थान हैं। यदि ऐसा नहीं होता, तो मैं तुम्हें बता देता; क्योंकि मैं तुम्हारे लिए स्थान का प्रबंध करने जाता हूँ। मैं वहाँ जा कर तुम्हारे लिए स्थान का प्रबंध करने के बाद फिर आऊँगा और तुम्हें अपने यहाँ ले जाऊँगा, जिससे जहाँ मैं हूँ, वहाँ तुम भी रहो। मैं जहाँ जा रहा हूँ, तुम वहाँ का मार्ग जानते हो।” थोमस ने उन से कहा, "प्रभु! हम यह भी नहीं जानते कि आप कहाँ जा रहे हैं, तो वहाँ का मार्ग कैसे जान सकते हैं?” येसु ने उस से कहा, "मार्ग, सत्य और जीवन मैं हूँ। मुझ से हो कर गये बिना कोई पिता के पास नहीं आ सकता।”

प्रभु का सुसमाचार।