येरुसालेम में कलीसिया पर घोर अत्याचार प्रारंभ हुआ। प्ररितों को छोड़ सब के सब यहूदिया तथा समारिया के देहातों में बिखर गये। भक्तों ने, स्तेफनुस पर करुण विलाप करते हुए, उसे कब्र में रख दिया। साऊल उस समय कलीसिया को सताने लगा। वह घर-घर घुस जाता था और स्त्री-पुरुषों को घसीट कर बन्दीगृह में डाल देता था। जो लोग बिखर गये थे, वे घूम-घूम कर सुसमाचार का प्रचार करने लगे। फिलिप समारिया के एक नगर जा कर वहाँ मसीह का प्रचार करने लगा। लोग उसकी शिक्षा पर अच्छी तरह ध्यान देते थे, क्योंकि सब उसके द्वारा दिखाये हुए चमत्कारों की चरचा सुनते अथवा उन्हें स्वयं देखते थे। दुष्ट आत्मा ऊँचे स्वर से चिल्लाते हुए बहुत-से अपदूत-ग्रस्त लोगों से निकलते थे और अनेक अर्धांगरोगी तथा लँगड़े भी चंगा किये जाते थे, इसलिए उस नगर में आनन्द छा गया।
प्रभु की वाणी।
अनुवाक्य : समस्त पृथ्वी ईश्वर को धन्य कहे। (अथवा : अल्लेलूया!)
1. समस्त पृथ्वी ईश्वर को धन्य कहे, उसके महिमामय नाम का गीत गाये और उसकी महिमा का स्तुतिगान करे। वह ईश्वर से यह कहे, "तेरे कार्य अपूर्व हैं।”
2. समस्त पृथ्वी तेरा दण्डवत् करती और तेरे महिमामय नाम का गीत गाती है। आओ, ईश्वर के कार्यों का ध्यान करो - उसने पृथ्वी पर अपूर्व कार्य किये हैं।3. उसने समुद्र को स्थल में बदल दिया और उन लोगों ने नदी को पैदल ही पार किया। हम प्रभु की सेवा करते-करते आनन्द मनायें। वह शक्तिमान है और उसका शासन अनन्तकाल तक बना रहेगा।
अल्लेलूया! जो पुत्र में विश्वास करता है, उसे अनन्त जीवन प्राप्त है। मैं उसे अंतिम दिन पुनर्जीवित कर दूँगा। अल्लेलूया!
येसु ने लोगों से यह कहा, "जीवन की रोटी मैं हूँ। जो मेरे पास आता है, उसे कभी भूख नहीं लगेगी और जो मुझ में विश्वास करता है, उसे कभी प्यास नहीं लगेगी। फिर भी, जैसा कि मैंने तुम लोगों से कहा, तुम मुझे देख कर भी विश्वास नहीं करते। पिता जिन्हें मुझ को सौंप देता है, वे सब मेरे पास आयेंगे और जो मेरे पास आता है, मैं उसे कभी नहीं ठुकराऊँगा, क्योंकि मैं अपनी इच्छा नहीं, बल्कि जिसने मुझे भेजा है, उसकी इच्छा पूरी करने के लिए स्वर्ग से उतरा हूँ। जिसने मुझे भेजा है, उसकी इच्छा यह है कि जिन्हें उसने मुझे सौंपा है, मैं उन में से एक का भी सर्वनाश न होने दूँ, बल्कि उन सबों को अंतिम दिन पुनर्जीवित कर दूँ। मेरे पिता की इच्छा यह है कि जो कोई पुत्र को पहचान कर उस में विश्वास करता है, उसे अनन्त जीवन प्राप्त हो। मैं उसे अंतिम दिन पुनर्जीवित कर दूँगा।”
प्रभु का सुसमाचार।