विश्वासियों का समुदाय एकहृदय और एकप्राण था। कोई भी अपनी सम्पत्ति अपनी ही नहीं समझता था। जो कुछ उनके पास था, उस में सबों का साझा था। प्रेरित बड़ी शक्ति से प्रभु येसु के पुनरुत्थान का साक्ष्य देते रहते थे। जनता उन सबों को बहुत मानती थी। उन में कोई कंगाल नहीं था, क्योंकि जिनके पास खेत या मकान थे, वे उन्हें बेच देते थे। और कीमत ला कर प्रेरितों के चरणों में अर्पित करते थे। प्रत्येक को उसकी आवश्यकता के अनुसार बाँटा जाता था। योसेफ नामक लेवी-वंशी का जन्म कुप्नुस में हुआ था। प्रेरितों ने उसका उपनाम बरनाबस अर्थात् सान्त्वना-पुत्र रखा था। उसके एक जमीन थी। उसने उसे बेच दिया और उसकी कीमत ला कर प्रेरितों के चरणों में अर्पित कर दिया।
प्रभु की वाणी।
अनुवाक्य : प्रभु, प्रताप से विभूषित होकर, राज्य करता है। (अथवा : अल्लेलूया!
1. प्रभु, प्रताप से विभूषित हो कर, राज्य करता है। उसने सामर्थ्य धारण कर लिया है।
2. तूने पृथ्वी को सुदृढ़ और सुस्थिरं बनाया है। तेरा सिंहासन प्रारंभ से ही सुदृढ़ है।
3. हे प्रभु! तेरे आदेश अपरिवर्तनीय हैं। तेरे मंदिर की पवित्रता अनन्तकाल तक बनी रहेगी।
अल्लेलूया! मानव पुत्र को ऊपर उठाया जाना है, जिससे जो कोई उस में विश्वास करे, वह अनन्त जीवन प्राप्त करे। अल्लेलूया!
येसु ने निकोदेमुस से कहा, "आप को दुबारा जन्म लेना है। पवन जिधर चाहता है, उधर बहता है। आप उसकी आवाज सुनते हैं, किन्तु यह नहीं जानते कि वह किधर से आता और किधर जाता है। वह, जो आत्मा से जन्मा है, ऐसा ही है।" निकोदेमुस ने उन से पूछा, "यह कैसे हो सकता है? येसु ने उसे उत्तर दिया, "इस्राएल के गुरु होते हुए भी आप यह नहीं समझ सकते हैं? मैं आप से कहे देता हूँ हम जो जानते हैं, वही कहते हैं और हमने जो देखा है, उसी का साक्ष्य देते हैं; किन्तु आप लोग हमारा साक्ष्य स्वीकार नहीं करते। मैंने आप को पृथ्वी की बातें बतायीं और आप विश्वास नहीं करते। यदि मैं आप को स्वर्ग की बातें बताऊँ, तो आप कैसे विश्वास करेंगे? "मानव पुत्र स्वर्ग से उतरा है। उसके सिवा कोई भी स्वर्ग नहीं पहुँचा है। जिस तरह मूसा ने मरुभूमि में साँप को ऊपर उठाया था, उसी तरह मानव पुत्र को भी ऊपर उठाया जाना है, जिससे जो कोई उस में विश्वास करे, वह अनन्त जीवन प्राप्त करे।"
प्रभु का सुसमाचार।