वह मनुष्य पेत्रुस और योहन के साथ लगा हुआ था, इसलिए सब लोग, आश्चर्यचकित हो कर, सुलेमान नामक मण्डप में उनके पास दौड़े आये। पेत्रुस ने यह देख कर उन से कहा, "इस्राएली भाइयो! आप लोग क्यों इस पर आश्चर्य कर रहे हैं और हमारी ओर इस प्रकार ताक रहे हैं मानो हमने अपने सामर्थ्य अथवा सिद्धि से इस मनुष्य को चलने-फिरने योग्य बना दिया। इब्राहीम, इसहाक और याकूब के ईश्वर ने, हमारे पूर्वजों के ईश्वर ने अपने सेवक येसु को महिमान्वित किया है। आप लोगों ने उन्हें पिलातुस के हवाले कर दिया और जब पिलातुस उन्हें छोड़ देने का निर्णय कर चुका था, तो आप लोगों ने उन्हें अस्वीकार कर दिया। आप लोगों ने सन्त तथा धर्मात्मा को अस्वीकार कर हत्यारे की रिहाई की माँग की; जीवन के अधिपति को आप लोगों ने मार डाला। किन्तु ईश्वर ने उन्हें मृतकों में से जिलाया हैं। हम इस बात के साक्षी हैं। येसु के नाम में विश्वास के कारण उसी नाम ने इस मनुष्य को, जिसे आप देखते और जानते हैं, बल प्रदान किया। उसी विश्वास ने इसे आप सबों के सामने पूर्ण रूप से स्वस्थ कर दिया।" "भाइयो! मैं जानता हूँ कि आप लोग, और आपके शासक भी, यह नहीं जानते थे कि वे क्या कर रहे हैं। ईश्वर ने इस प्रकार अपना वह कथन पूरा किया जिसके अनुसार उसके मसीह को दुःख भोगना था और जिसे उसने सब नबियों के मुख से घोषित किया था। आप लोग पश्चात्ताप कीजिए और ईश्वर के पास लौट कर आइए, जिससे आपके पाप मिट जायें और प्रभु आप को विश्राम का समय प्रदान करे। तब वह पूर्वनिर्धारित मसीह को, अर्थात् येसु को आप लोगों के पास भेजेगा। यह आवश्यक है कि वह उस विश्वव्यापी पुनरुद्धार के समय तक स्वर्ग में रहें, जिसके विषय में ईश्वर प्राचीन काल से अपने पवित्र नबियों के मुख से बोला है। मूसा ने तो कहा है, प्रभु-ईश्वर तुम्हारे भाइयों में से तुम्हारे लिए मुझ जैसा एक नबी उत्पन्न करेगा। वह जो कुछ तुम लोगों से कहेगा, तुम उस पर ध्यान देना। जो उस नबी की बात नहीं सुनेगा, वह प्रजा में से निकाल दिया जायेगा। समूएल और सभी परवर्ती नबियों ने इन दिनों की भविष्यवाणी की है।" "आप लोग नबियों की सन्तति और उस विधान के भागीदार हैं, जिसे ईश्वर ने आपके पूर्वजों के लिए उस समय निर्धारित किया था, जब उसने इब्राहीम से कहा था, तुम्हारी सन्तति द्वारा पृथ्वी भर के वंश आशीर्वाद प्राप्त करेंगे। ईश्वर ने सब से पहले आप लोगों के लिए अपने पुत्र येसु को पुनर्जीवित किया और आपके पास भेजा है, जिससे वह आप लोगों में से हर एक को कुमार्ग से विमुख कर आशीर्वाद प्रदान करे।"
प्रभु की वाणी।
अनुवाक्य : हे प्रभु! हमारे ईश्वर! तेरा नाम समस्त पृथ्वी पर कितना महान् है। (अथवा : अल्लेलूया!
1. हे प्रभु! हमारे ईश्वर! मनुष्य क्या है, जो तू उसकी सुध ले? आदम का पुत्र क्या है, जो तू उसकी देखभाल करे?
2. तूने उसे स्वर्गदूत से कुछ ही कम बनाया और उसे महिमा तथा सम्मान का मुकुट पहनाया। तूने उसे अपनी सृष्टि पर अधिकार दिया।
3. तूने सब कुछ उसके पैरों तले डाल दिया सब भेड़-बकरियों, गाय-बैलों और जंगल के बनैले पशुओं को; आकाश के पक्षियों, समुद्र की मछलियों और सारे जलचारी जन्तुओं को।
अल्लेलूया! यह प्रभु का ठहराया हुआ दिन है। हम आज प्रफुल्लित हो कर आनन्द मनायें। अल्लेलूया!
शिष्यों ने भी बताया कि रास्ते में क्या-क्या हुआ और कैसे उन्होंने येसु को रोटी तोड़ते समय पहचान लिया था। वे यह सब बता ही रहे थे कि येसु उनके बीच आ कर खड़े हो गये। उन्होंने उन से कहा, "तुम्हें शांति मिले!" परन्तु वे विस्मित और भयभीत हो कर यह समझ रहे थे कि वे कोई प्रेत देख रहे हैं। येसु ने उन से कहा, "तुम लोग घबराते क्यों हो? तुम्हारे मन में संदेह क्यों होता है? मेरे हाथ और मेरे पैर देखो मैं ही हूँ। मुझे स्पर्श कर देख लो - प्रेत के मेरे जैसा हाड़-मांस नहीं होता।" उन्होंने यह कह कर उन को अपने हाथ और पैर दिखाये। इस पर भी जब शिष्यों को आनन्द के मारे विश्वास नहीं हो रहा था और वे आश्चर्य चकित बने हुए थे, तो येसु ने कहा, "क्या यहाँ तुम्हारे पास खाने को कुछ है? " उन्होंने येसु को भूनी मछली का एक टुकड़ा दिया। उन्होंने उसे लिया और उनके सामने ही खाया। येसु ने उन से कहा, "मैंने तुम्हारे साथ रहते समय तुम लोगों से कहा था कि जो कुछ मूसा की संहिता में और नबियों में तथा भजनों में मेरे विषय में लिखा है, सब का पूरा हो जाना आवश्यक है।" तब उन्होंने उनके मन का अंधकार दूर करते हुए उन्हें धर्मग्रन्थ का मर्म समझाया और उनसे कहा, "ऐसा ही लिखा है कि मसीह दुःख भोगेंगे, तीसरे दिन मृतकों में से जी उठेंगे और उनके नाम पर येरुसालेम से ले कर सभी राष्ट्रों को पापक्षमा के लिए पश्चात्ताप का उपदेश दिया जायेगा। तुम इन बातों के साक्षी हो। देखो, मेरे पिता ने जिस वरदान की प्रतिज्ञा की है, उसे मैं तुम्हारे पास भेजूंगा। इसलिए तुम लोग शहर में तब तक बने रहो, जब तक ऊपर की शक्ति से सम्पन्न न हो जाओ।"
प्रभु का सुसमाचार।