अनुग्रह मुझे मिला हे दयालू प्रभु
तूने दिया है मुझे अपना यह वरदान
हुआ है पावन ये जीवन नमन करूँ, ओ भगवन ।
तूने भरे हैं मेरे हृदय में, सुन्दर सुमधुर भाव
तुम हो मेरी आवाज तुम हो सुर और सार
तेरे पावन सरगम से गाऊँ महिमा गान ।
तूने जलाया मेरे ही मन में प्रेम का दीपक ये
तुम हो वह बाती तुम हो जग उजियारा
तेरी दिव्य ज्योति से होवे जग रोशन ।
तूने चुना है मुझे ही अपना मीत एक हर जन में
तुम हो मेरे स्वामी तुम हो अपरम्पार
तेरे पावन दानों से मिले ये प्रेम अपार।
आ, आओ आओ प्रभु-2 तेरा दिल, मेरा दिल होवे एक समान ।
दिल में आ, दिल में आ, मेरे प्रभु तू आ राह दिखा,
छाया अंधेरा है, राह हुई है गुम,
तुम्हीं सहारा हो, राह दिखाओ तुम ।
दिल में आ, दिल में आ, मेरे प्रभु तू आ, दीप जला
तेरा प्रकाश आए, मुझ में समा जाए,
दीप तुम्हारे ही जग को जगा जाएँ ।
दिल में आ, दिल में आ, मेरे प्रभु तू आ, पार लगा,
नहीं ठिकाना है, भटक गया हूँ मैं, तू खेवैया है पार लगा नैया।
आओ दिल में आज, दे दो अपना प्यार,
मुझको तेरा दिल में मेरा, वास हो नित दिन आ, प्रभु जी।
तुम हो तारणहार पाप के मोचनहार,
प्रेम सितारा हो जग मग सारा हो।
जीवन है मझधार, नैया कर दो पार,
पापी लगाये पुकार, जग के खेवनहार ।
मुक्ति है तेरे हाथ, पापी नवाये माथ,
दया से प्रभुजी निहार, जीवन ज्योति सितार।
धन्यवाद तुझे नाथ, जीवन भर तू साथ,
दिल में आकर आज, वरदानों से भरो।
आओ दिल में मेरे, मुक्तिदाता न्यारे,
येसु खीस्त दुलारे, जीवनदाता प्यारे-2
सुन्दर स्वर्ग छोड़ के, आया तू संसार में,
बचाया हमको क्रूस पे, प्रस्तुत है बलिदान में - 2
प्यार किया है आदि से, ईश्वर ने हम लोगों से,
हम को बनाया स्नेह से, सब की मुक्ति चाह से -2
पाप किये हम भूल से, पतित हुए हम पाप से
दूर हुए हम ईश से, त्राणक आये स्वर्ग से -2
आओ ना, प्रभु आओ ना, मन मन्दिर में हमारे
तेरे बिना लाचार हूँ -2
पल भर भी जी सकते नहीं, तेरे बिना प्रभु तेरे बिना,
आजा मन मन्दिर में हमारे- 2 आजा प्रभु मन-मन्दिर में ।
पापों से दिल गन्दा है, तेरे बिना प्रभु तेरे बिना,
बस ले मन मन्दिर में हमारे-2 बस ले प्रभु मन मन्दिर में ।
नम्नता मेरे पास न आती, तेरे बिना प्रभु तेरे बिना,
पास रहो तुम नाथ हमारे -2, साथ रहो प्रभु साथ रहो ।
आओ रोटी खाओ, दाखरस पान करो,
तुम सबके हित रचा भोज यह स्वर्ग भोज स्वीकार करो ।
पूर्व देश से वे आए, आए हैं वे पश्चिम से,
स्वर्ग भोज के भोजन स्थल पर जमा हुए सब तन-मन से ।
इस भोजन में तुम पाओगे, वह रोटी जो बनी स्वर्ग में,
वह तन प्रभु का कारण बनता सौख्य भोग चिर जीवन में ।
जीवित रोटी प्रभु ने दी है पुनर्जागरण पर्व मनाने,
यह प्रतीक है पुनर्वचन का जिएं इसे ही दुहराने ।
दुखित हृदय को प्रमुदित करने रस का प्याला आज भरो,
लहू खीस्त के, रस सुमुक्ति के उदास मन को मुक्त करो।
आओ हम जाएँ प्रभु चरणों में, संजीवन जल पीने को ।
प्रभु ने कहा है - तुम जो प्यासे पास आओ
बनो विश्वासी मुझ में विश्वासी ।
प्रभु ने कहा है - पिता परमेश्वर जो सच्चा है
उसने मुझको जगत में भेजा ।
प्रभु ने कहा है -जिसने मुझको देख लिया है
समझो उसने पिता को देखा।
प्रभु ने कहा है - जो मैं कहता ईश वचन है .
ग्रहण करो तो मुक्ति मिलेगी ।
आजा प्रभु तू आजा
आजा प्रभु तू आजा, आकर मुझमें वास करो,
हृदय द्वार मैं खोल रहा, पावन आत्मा दे दर्शन ।
अयोग्य मानस हैं प्रभु हम, दे हमें तेरी कृपा निरंतर -2
तेरे दरस को हम तरसे, पावन आत्मा दे दर्शन ।
माँ शिशु को देती ममता, वैसे तुम मुझको स्पर्श करो -2
आनंद और खुशी तुम वर दो, आश्रित वत्सला-पावनात्मा ।
आजा प्रभु मन में, बस जा प्रभु दिल में
आजा प्रभु-3 जीवन में । आजा प्रभु ...
इस सुन्दर बगिया के, रंग-बिरंगे फूल
अंधकार और पाप यहाँ, मिटा गये ये सारे फूल
बन के बहार आजा, मेरे प्रभु तू आजा-2
आजा प्रभु -3 जीवन में ।
डूब रहे हैं जग के फैले जालों में,
उलझ गये हैं कितने, स्वार्थ के जंजालों में ।
खेवनहार आजा, मेरे प्रभु तू आजा-2
आजा प्रभु ...
आस लगाया हूँ मैं, कर दो बेड़ा पार,
समझ न पाऊँ रास्ता, जाऊँ कहाँ प्रभु मैं,
तारणहार आजा, मेरे प्रभु तू आजा-3 आजा प्रभु ...
आजा मसीहा तू आजा मेरे दिल में तू समा जा
कितने दिनों की अपेक्षा, तेरे आने की हमेशा
मेरी है यह अभिलाषा, तेरे दर्शन की है आशा, आजा, आजा, आजा
आजा सृजनहार आजा, हमारे बीच में रह जा
राजाओं का राजा तू आजा
शांति के दूत तू आजा, आजा, आजा, आजा
आजा हमारे द्वार आजा, सच्चा मानव भगवान आजा
तुझ में है आस हमारी, ऐ मुक्ति के राजा तू आजा,
आजा, आजा, आजा ।
आजा मेरे प्यारे प्रभु, इस रोटी रूप में -(2)
अयोग्य हूँ मैं फिर भी (2) मेरे दिल में आ प्रभु - (2)
समारी स्त्री के समान पानी भरता रहा (2)
लेकिन फिर भी प्यास लगी है (2)
प्यास बुझा दे प्रभु, दिल में आ प्रभु ।
नश्वर रोटी के लिए मैं श्रम करता रहा (2)
लेकिन फिर भी भूख लगी है (2)
भूख मिटा दे प्रभु, दिल में आ प्रभु ।
आजा मेरे येसु प्यारे, दे दे प्रभु जीवन तेरा,
प्यासा दिल पुकारे, तेरी एक नजर को, आजा प्रभु मन में मेरे ।
मुझको तुझसे प्यार है, तेरे वचन की प्यास है -2.
आजा मेरे मन में आस जगा-2 तू ही मेरे दिल की प्यास बुझा ।
भूखी मेरी आत्मा तेरे लिये, दे दे जीवन रोटी आज मुझे-2
तुझसे मैं पाऊँ जीवन सदा -2 यही मेरे दिल की है दुआ।
आ प्रभु मुझ में समा जा, मैं तुझ में समा जाऊँ -2
मेरे जीवन का साथी बन -2 मेरे संग तू ही चलता चल ।
आजा येसु राजा, आजा स्नेही राजा -2
आकर हमारे दिल में प्रभु बस जा, ओ ...तू समा जा
तू है प्राणदाता, तू है शांतिदाता
तू ही जीवन की शक्ति और आधार है, ओ आधार है।
नजा न जा राजा, लिन तेरे जी न पाक
तेरे लिए मैं मंदिर बना लूँ दिल में, ओ मेरे दिल में ...
तू करीब है तो, मैं गरीब नहीं
तेरे स्पर्श से जीवन मेरा कोमल है, ओ .. कोमल है
काबिल मैं हूँ नहीं, ज्योति मुझ में नही,
शक्ति तू ही है सहारा हर कदम में, ओ .. हर कदम में
जीबन मेरा मैला, तेरे बिना प्रभु
कौन है जीवन में बिन तुम्हारा सहारा, ओ तू सहारा
तू हमारा राजा है हम तेरी प्रजा
जैसे राजा है वैसी प्रजा होंगे हम, ओ ये कसम है
करूँ सदा प्रभु तेरा जय-जयकार, पाया वरदान तेरा,
आशिष सदा प्रभु दया कर बरसा, सफल हो जीवन मेरा ।
पुनर्जीवन तेरा जो मुझे दिया कृपा प्रसाद तेरा,
आशिर्बचन तेरा करेगा प्रभु अमर जीवन मेरा,
वर दे मुझे प्रभु जीवन में हरदम करूँ गुणगान तेरा ।
दाखरस रोटी स्वरूप मुझे दिया पावन शरीर तेरा,
दैवी भोजन तेरा प्रेरित करेगा पल-पल जीवन मेरा,
जीवनदायी भोजन हर दिन दे प्रभु करूँ गुणगान तेरा ।
खिलता चमन खिलता हर पल ये मन करता तुझे नमन ।
जबसे तेरा दर्शन पाया, जलने लगा मेरे मन का दीया,
तेरी शक्ति मुझको मिली, तेरी ही हाथों ने मुझको सँवारा।
जब मन तुझसे भटका रहा, तू ही तो राह दिखाता रहा,
तेरी भक्ति मुझको मिली, तेरे ही हाथों ने मुझको सजाया।
गाऊँ बधाई तुम्हारी, येसु जी मैं तुम पर बलिहारी,
भूखों की रोटी हो तुम, प्यासों का प्रभु पानी हो तुम ।
अन्न-जल जीवन-दाता हो तुम, येसु जी ...
अंधों की आँखें हो तुम, कोढ़ी की प्रभु काया हो तुम, अन्न-जल ...
भक्तों के प्यारे हो तुम, दुःखियों का प्रभु हर्ष हो तुम, अन्न-जल ...
लँगड़ों के पाँव हो तुम ,दीनों की प्रभु ढाल हो तुम, अन्न-जल ...
जब से प्यारा येसु आया, मेरा जीवन बदल-बदल गया
जब से मैने तुझे पाया, मेरा जीवन बदल-बदल गया ।
इस जहाँ की जिन्दगी से मुझे छुड़ाया जान देकर,
जब से दिल, मेरा मन, मेरी काया, मेरा जीवन बदल-बदल गया।
रात व दिन बीत गया है, हुआ सबेरा सुबह का तारा,
इसलिए मैने यह गीत गाया, मेरा जीवन बदल-बदल गया।
तरस मिटाने रोटी बनकर, आजा मेरी जीह्वा में येसु
प्यास बुझाने रक्त बनकर, आ जा मेरे दिल में तू
तुझे पाने को योग्य नहीं मैं, तव यश गाने काबिल नहीं
मोह माया में मन लगाकर, राह से दूर गया,
प्यार को मैं समझ न पाया तुझ से दूर गया,
तेरे पावन लहू शरीर से तृप्त कर दे मुझे प्रभु,
तेरी राह पे ले के चल, मुक्तिदाता मेरे नाथ ।
धन्यवाद प्रभु आज तुझसे शुद्ध मैं हुआ,
मुझे बुलाया प्यार दिया तूने अपना लिया,
आज से मैं मेरा सब कुछ मेरे प्रभु को दे दूँगा,
सबको तेरे पास लाना, चाहता हूँ आज मै ।
तुम संग भोजन करने प्रभु हम आज आये,
प्यार भरा है निमंत्रण हर पल मन भाए,
इस भोजन में हमारा तन मन रम जाएँ
पा के तुम्हारा भोजन न्यारा नव जीवन पाएँ -2
येसु तुम ही भोजन हो, येसु तुम ही जीवन हो, -2
तुम हमारी पावन मंजिल हो । -2
भूखे तड़पते जनो को प्रभु तूने मन्ना खिलाया,
प्यासे व्याकुल जनों ने नव॒ जल पान किया,
याचना करते प्रभुजी हम पे कर दे दया,
तू ही हमारा भोजन प्यारा हम प्रभु तेरी प्रज्ञा - 2
बदल के गेहूँ की रोटी तेरे पावन तन में,
अंगूरी से भरा प्याला तेरे पावन लह में,
तन-मन तृप्त हो जाएँ प्रभु इस सेवन में,
इस भोजन से एक बने हम प्रभु तेरे जीवन में - 2
तू दिल में है प्रभु मधुर, माँगूँ यही दुआ,
भक्ति भरे हृदय से मैं, पूँजूँ तुझे सदा ।
पापों से तूने मुक्ति दिलायी, आया मेरे घर मेहमान बन,
पापी हूँ फिर भी भक्ति निभायी, देखा न तुझसा दूजा सजन ।
जब से तू आया संतोष पाया, दिल तो खुशियों से भरपूर है,
दर्शन मैं तेरा करता हूँ मन से, तेरा प्रभु मुझमें तो नूर है।
मैं तेरी पूजा, दर्शन करूँगा, तू मेरे दिल में हर क्षण रहे,
मैं तेरा साक्षी बन जाऊँ दाता, दिल मेरा तेरा दर्पण रहे ।
तू प्रभु दिल में आया दीये जले प्रभु प्यार के
तू प्रभु दिल में बसा बजे प्रभु तार दिल के ।
तेरे संग बैठ के तुझसे कुछ कहूँ, तेरे संग बैठ के तेरी बातें सुनूँ,
तू मेरी रक्षा करता है , भूख मिटाता है प्यास बुझाता है,
तू है भला गड़ेरिया ।
तेरे संग बैठ के तुझसे कुछ सीखूँ,तेरे संग बैठ के तुझसे कुछ पारऊँ,
तू मेरा जीवन सँवारता, बोझ उठाता है, थकान मिटाता है ,
सच्चा मीत तू मेरा ।
तेरे संग चल के तेरी राह चलूँ, तेरे संग रह के तेरी भाषा बोलूँ,
तू है मेरी प्रेरणा, तू मेरा सहारा जीवन का किनारा,
तू है मेरा साथी ।
तू मेरा परमात्मा, तू मेरा आधार, गा उठी मेरी आत्मा, प्रणाम हे प्रभु ।
परम पिता ने दी पवित्र रोटी तू, जिंदगी हमें जो दे अनन्त रोटी तू,
तू ही सरबस है, प्रभु तुम्हारे है, तेरे बिना सब, बिना सहारे हैं।
भगवन अपना हमें बुलाता है, सब जग जन को गले लगाता है,
प्रभु हर विपदा सदा मिटाता है, हमें सभी सुख वही दिलाता है।
तेरा रक्त शरीर प्रभु येसु , हमारा परमप्रसाद है,
तेरा रक्त शरीर प्रभु येसु, हमारा आत्मिक भोजन है ,
इसे स्वीकार करने आये हैं, जीवन साकार करने आये है।
तेरा रक्त शरीर प्रभु येसु, हमारी जीवन शक्ति है,
तेरा रक्त शरीर प्रभु येसु, हमारी जीवन मुक्ति है ,
इसे स्वीकार करने आये हैं, जीवन सफल बनाने आये हैं।
तेरा रक्त शरीर प्रभु येसु, हमारा नूतन मन्ना है,
तेरा रक्त शरीर प्रभु येसु, हमारी स्वर्गीय रोटी है,
इसे स्वीकार करने आये हैं, तुझमें जीवित रहने आये हैं।
तेरे दिल में मुझको जगह मिली, मेरा दिल पुकारे ग्रसीह- मसीह,
तेरा प्यार है मेरी जिन्दगी, मेरी जिन्दगी है मेरा मसीह।
मैं अंधेरी राह पे हो लिया, मैं गुनाह की वादी में खो गया,
तेरी आँख मुझ पे लगी रही, मेरे पास आई सलामती ।
मैं गुनाह के हाथ बिका हुआ, यह है सच कि मैं था मरा हुआ
तूने मेरी मौत कबूल की, मुझे बख्श दी तूने जिन्दगी ।
न फिरूँगा अब कहीं दर-ब-दर, तू हुआ है खुद मेरा हम सफर,
मुझे मंजिलें है पुकारती, मैं रहूँगा अब तेरे साथ ही ।
तेरे प्रेम में हे प्रभु, भक्ति में झूमता रहूँ,
तुझे धन्य पुकारुँ सदा, जीवन तुझे कुरबान ।
रोटी का रूप लिये दिल में आया, पाप का अंधेरा मिटा दिया,
स्वर्गीय ज्योति से रोशन किया, प्यार से मुझे तूने अपना लिया।
तूने मुझे दी यह जिन्दगी, इसलिए हूँ मैं तेरा आभारी,
रखता हूँ मैं श्री चरणों में आज, मेरा जीवन प्रभु सुन्दर सुमन ।
दाता ये दिल मेरा तूने भरा चैन से, जीवन मेरा पावन पावन हुआ
जब से तू आया है, मेरे दिल में प्रभु, मेरे दिल में तेरा अभिनंदन हुआ ।
दिल में मेरे जगा एक स्वर्ग यूँ,
तेरी हर भेंट पे एक अर्ध्य दूँ, -2 सर को झुकाकर एक अर्ध्य दूँ।
साथी मेरा बना तुझको नमन,
दी प्रेम कामना तुझको नमन, -2 तुझको हर भावना पे तुझको नमन ।
जन-जन को दूँ प्रभु ये भावना,
मिलके करें सभी एक प्रार्थना, -2 हर कोई पाये शुभ कामना ।
दिल का दरवाजा खुला हुआ, हमारे दिल में आओ प्रभु
कोई तुझसा, देखा न कहीं, सच है ये मेरे येसु
तेरी ही दया से चले जहाँ, तेरा नजारा कहाँ-कहाँ,
तेरी ये जमीं ये आसमाँ, सबका है तू मेहरबाँ ।
तेरे दर्शन से सुकूँ मिले, तेरे करम से दीया जले,
तेरी ये जमीं ये आसमाँ, सबका है तू मेहरबाँ ।
सोई तकदीरें जगाये तू, जो न बना वो बनाये तू,
तेरी ये ज़मीं ये आसमाँ, सबका है तू मेहरबाँ ।
तेरी ही अमानत, ये जिंदगी, जिये जहाँ में खुशी-खुशी,
तेरी ये ज़मीं ये आसमाँ, सबका है तू मेहरबाँ ।
दिल में आओ मसीह आ प्रेम का राज बसा
दिल तड़प रहा मुझे चैन नहीं (2)
मैं बिन तेरे जाऊँ कहाँ
एक अनेक राह में जाऊँ, शांति प्रभु मैं कहीं न पाऊँ -2
गुमराही तेरी गोद में आऊँ, शरण में आकर आनन्द पाऊँ। दिल में ...
पाप से मैला दिल है मेरा, पावन हो जब आना तेरा -2
चरवाहा मेरे प्रेम के राजा, मन मंदिर में ज्योति जला जा । दिल में ...
मैं सेवक यश गान सुनाऊँ, जग को तेरा पूजन कराऊँ,
दान कृपा वरदान मँँगाऊँ, नूतन खीस्तीय राज बसाऊँ। दिल में ...
दिल में तू आजा प्रभु, दिल में तू बस जा प्रभु
जीवन की रोटी, भक्तों की शक्ति, दिल में तू आजा प्रभु
दर्शन को तेरे कब से हूँ प्यासा, सबका सहारा, दूजा न तुझसा
दिल में तू आजा स्वामी मेरे, दिल में भर प्रेम तेरा
तुझसे ही पाते जीवन की शक्ति
तुझसे ही मिलती, हर जन को मुक्ति
मुक्तिदाता तू है प्रभु, मुक्ति की राह दिखा ।
दिल में मेरे आजा, मन में मेरे बस जा हर पल
हर पल हर क्षण मेरे प्रभु, जीवन में तू आजा
माँस और लहू तेरा, पोषण प्रभु मेरा - 2
दिल में रह जा प्रभु, मेरा मीत तू बन जा ॥
जीवन प्रभु मेरा वरदान प्रभु तेरा
तेरे पावन चरणों में प्रभु; अर्पित जीवन मेरा ।
दूर नहीं रहना, प्यारे मसीह मेरे
मंदिर खोला हूँ दिल में तुम्हारे लिए
तुमको मानता हूँ, और तुझे ही चाहता हूँ.
दिल प्यार से तेरे लिए, दिन रात तरसता है।
तुम हो मेरा प्यार, अब कर दो मुझको पार
दूर अब मुझ से न जाना, और प्यार से भर देना ।
धन्य हुआ प्रभु मेरा जीवन जब मैने तुझे पाया
अपने पावन दान से तूने, भर दिया मेरा जीवन ... 2
निर्धन को तूने धनी बनाकर उदारता का पाठ पढ़ाया-2
तूने मुझको धन्य बनाया।
भूखों को तूने रोटी खिलाकर, अमरता का पान कराया - 2
तूने अपना प्रेम दिखाया ।
प्यासों को तूने पानी पिलाकर, नवजीवन संचार कराया - 2
तूने मुझको अपना बनाया ।
न जाओ दूर मन से मेरे हे प्रभु, न जाओ अब दूर।
कहाँ पाऊँगा मैं तुम्हें -2 न जाओ अब दूर।
खोजा मैने भूतल सारा, पाया न मैने तुम-सा सहारा
तुम्हीं मेरे जीवन के प्राण-2 मेरी आशा करना न चूर ।
तुम्हीं मेरे जीवन मोती, संजोए रखूँगा जीवन में मेरे
पायी तुमसे सारी खुशियाँ-2 ओ मेरी आँखों के नूर ।
मैं हूँ तुम में तुम हो मुझमें, ऐसा होवे जीवन मेरा
होगा मेरा जीवन सारा -2 तेरे ही आनन्द से भरपूर ।
परम प्रसाद प्रभु येसु का, दिया हुआ बलिदान है
नेक नामी से ग्रहण करो तुम, प्रभु शक्ति महान् है।
सूली पर चढ़कर अमर हुआ वो, उसकी यही पहचान है
नेक नामी से ग्रहण करो तुम, प्रभु शक्ति महान् है।
पुरोहित हमारे सदा चढ़ाते, मिस्सा के दरमियान में
तेरा दिया हुआ तन मन, तेरे नाम पे कुरबान है।
रूप रोटी के अंगुरी रस में, छिपी हुई एक शक्ति है
आओ नर-नारी शरण में उसकी, प्रभु शक्ति महान् है।
परम प्रसाद में येसु, अपनी दिव्य ज्योति
दे दें मेरे जीवन में मेरे प्रभु, मेरे जीवन में
उस दिव्य ज्योति से मेरी, आत्मा की आँखों को
खोल दे प्रभु आत्म दर्शन दे ।
बलिदान अपना जीवन दिया वरदान प्रीति भोजन दिया
सम्पूर्ण जीवन का संदेश दिया सम्पन्न तूने सब को किया ।
ईश्वर के साथ ईश्वर है तू दास बना पुत्र येसु है तू
साथ हमारे रहने सदा जीवन की रोटी स्वयं तू बना ।
परम प्रसाद है येसु का बलिदान
हर जीवन प्यासे मन को दिया हुआ वरदान
सूली चढ़कर अमर हुआ उसकी हैं यही पहचान
दाख लहू में जीवित है वो मानव पुत्र महान
आओ सब मिल ग्रहण करें उसकी शक्ति है महान ।
इकलौता बेटा वो धरा पर परम पिता का लाल
उसके द्वारा हम सब पाएँ स्वर्ग धाम का ज्ञान
आओ सब मिल ग्रहण करें उसकी शक्ति है महान ॥
प्यारे प्रभु, आजा प्रभु तेरे बिना कौन है मेरा
तेरा ही इंतजार, मेरे जीवन में, तू ही एकमात्र सहारा मेरा ।
नई राह, नया सहारा मेरे जीवन में, तू ही एकमात्र, खेवैया मेरा ।
मेरा पापी मन भटका, इस दुनिया में, तू ही एक मेरा, अपना बना ।
प्यारे येसु को पास बुला ले, बुला के प्यार से दिल में बसा ले,
प्यारे येसु को पास बुला ले, मन के पाप मैल धोके छुड़ाले,
प्रेम-भक्ति-फूलों से दिल को सजा ले । बुलाके ...
सबके मालिक येसु भगवान, उसको धन्यवाद जो दिल का मेहमान,
धर के लगन मस्त मगन नाम सुमिर ले । बुलाके ...
पाप जाल से हमको बचा दे, स्वर्ग राज्य का मार्ग दिखा दे,
सदा ही उसे चुनके अपना दोस्त बना ले । बुलाके ...
हर सुख-दुःख उसको सुना दे, कर ले विश्वास ईश मान के
रोज कृपा आशिष वरदान माँग ले । बुलाके ...
प्रभु आओ (2) आज हृदय में बस जाओ ।
यहीं आज तुम बने रहो, प्रभु आओ, आओ प्रभु आओ ।
माँस तुम्हारा भोजन मेरा, लहू तुम्हारा हो रस मेरा
यह सामग्री हो जिसमें वह जीवन प्रभु का नित हो मेरा ।
यह रोटी है दिव्य, स्वर्ग से, धरा धाम पर यह है आयी।
अमर हुआ यह मानव जिसने यह पावन जो रोटी खायी।
माँस-रक्त प्रभु का अपनाता जो मानव है धन्य वही है
वह तुम में ही घुल मिल जाता, तुम भी उसमें सत्य यही है।
मानव को प्रभु अर्पित करते अपना सब कुछ जो उसका है
तब हम सब बंध जाते प्रभु से मानव उसका तब हो जाता।
प्रभु येसु मेरे दिल में तू आया, सुख लाया (2)
शुभ नाम सुबह शाम, दिल से मैने गाया (2)
दीया जो ये जला है, उसमें तू ही तो है,
जिसे पूजा है मैने, हे प्रभु तू ही वो है।
धन्य हूँ, तू मेरे घर आया (2)
मेरा तू पालनहारा, मुझको तूने ही पाला,
जहाँ मैं तो गिरा हूँ, मेरे प्रभु तूने संभाला । धन्य हूँ ...
सदा मैने ये चाहा, तू मेरे घर में रहे,
सदा मैं वो करूँगा, हे प्रभु तू जो कहे।
धन्य हूँ...
प्रभुवर तूने कहा, मैं ही जीवन की रोटी हूँ
मैं हूँ भूखा, मैं हूँ प्यासा
आस लगाये खड़ा हूँ, तेरे द्वारा, खड़ा हूँ तेरे द्वार ।
प्रभुवर तूने कहा, मैं ही जग का भला गड़ेंगिया हूँ
भव-सागर में डूब रहा हूँ।
पार लगा दे खड़ा हूँ तेरे द्वार
खड़ा हूँ तेरे द्वार ।
प्रभुवर तूने कहा, मैं ही दुनिया की ज्योति हूँ
ज्योति हमारी सुलग न पावे
ज्योति जला दे, खड़ा हूँ तेरे द्वार, खड़ा हूँ तेरे द्वार ।
प्राणों से प्यारे येसु मेरे, (2) तेरा ही है आसरा -2
बाहर देखा, घर में देखा, देखा मैं चारों दिशा -2
पर नहीं देखा येसु मैने, तुम-सा कोई दूसरा -2
तुम को पाकर मैने पायी, जीवन की सारी खुशी -2
प्रीत में तेरी येसु मेरे, ऐसा हुआ बावरा -2
ये तन तेरा, ये मन तेरा, जीवन का तू है धनी -2
किसको सुनाएँ किसको बताएँ, दिल का है ये माजरां-2
बस जाओ तुम मंदिर मेरे अंतरयामी प्रभु, ओ अंतरयामी प्रभु
प्यासा मन ये तुझे पुकारे अपना लो, अपनानो
वाणी मेरी नहीं निकलती तुम बोलो, तुम बोलो ।
साँझ सबेरा तूने बनाया दुनिया में, दुनिया में
कितनी सुन्दर रचना तेरी सृजनहार, सुजनहार ।
आस लगाये निरख रहा हूँ दर्शन दो, दर्शन दो
आशा होगी कब ये पूरी बतलाओ, बतलाओ।
भोजन के समय तूने रोटी तोड़ ली, अपने शरीर में उसे बदल ली
दाख का रस अपना लहू में बदलकर, अपने चेलों को पीने दिया,
आओ हे भगवान, तू है धन्य महान्,
आओ हे भगवान दे तू हमें वरदान ।
चट्टान से तू ने पानी पिलाया, मन्ना का भोजन तू ने खिलाया
हजारों को रोटी और मछली से पाला, हे भगवान तू है महान् ।
मेरे दिल में तू आओ प्रभु, अपना बना तू मेरा प्रभु
तन, मन, धन ले सब मेरा कर ले, तेरे प्रेम में मुझे भर ले ।
मन मंदिर में आओ प्रभु जी-2 मन का दीप जला-2
दीप जला, दीप जला, दीप जला
मन का अंधेरा मिटा दे स्वामी -2 कर जग उजियारा
येसु नाम की ज्योति बुझे न -2 जप विनती माला-2
परमप्रसाद की शक्ति अनोखी -2 सत्य येसु का बदन
उसको पाने से मिल जाता है -2 एक नया जीवन -2
सच्चे हृदय से उसको भजो तुम -2 जग में जो जन्म लिया
पाप जाल से जग को छुड़ाने -2 सूली पर प्राण दिया -2
मन मंदिर है तेरा, तू ही है जीवन मेरा, धन्य है नाम तेरा -2
रोशन हो जीवन मेरा
ज्योति तू अपनी जला -2 जगत की ज्योति है तू
अंधकार को दूर भगा,
प्रेमी हो जीवन मेरा प्रेम तू अपना जगा-2
प्रभुजी तू प्रेम है शैतान को दूर भगा।
मिल के चलें हम प्रभु के पास, पावन प्रसाद बाँटे मिलकर
प्रभु भोजन में हो के शामिल, एक हो जाएँ हम प्रेम में बैंधकर - 2
प्रभु का भोजन धन्यवाद बलिदान, स्वर्गीय आहार देता जीवन दान
प्रभु का मरण मुक्ति का कारण, पुनरुत्थान आशा किरण - 2
प्रभु भोजन में हम निरंतर बढ़े, उसकी महिमा हम मिल के गाएँ
आशिष माँगे हम सबके लिए, जीवन हमारा उस पे बारें -2
प्रभु का भोजन धन्यवाद बलिदान, स्वर्गीय आहार देता जीवन दान
प्रभु का मरण मुक्ति का कारण, पुनरुत्थान आशा किरण -2
मुझको अपना लो प्रभु, मुझे तुम से प्यार है,
बिन तेरे जाऊँ कहाँ, मेरा तू आधार है। मुझको ...
दिल में एक ही लगन, हो जाए तुझ से मिलन
तेरे दर्शन के लिए, तरसे है मेरे नयन
तुझसे मिलने के लिए, दिल बेकरार है
बिन तेरे जाऊ मैं कहाँ, मेरा तू आधार है। मुझको ...
जिन्दगी बीती मेरी, लेते हुए नाम तेरा
तेरे कदमों में मसीह, करूँगा मैं बसेरा
ले ले तेरे लिए, तन मन सारा है
बिन तेरे जाऊँ मैं कहाँ, मेरा तू आधार है। मुझको ...
मेरी आत्मा, मेरी खुशी में, गीत खुशी के तुम भी गाओ।
मेरा प्रभु अब मुझमें रहता, मेरे साथ तुम भी सुख पाओ ।
मेरे प्रभु तेरी इच्छा से, सभी काम है मेरे होते
हर विचार हर एक प्रार्थना, पिता स्वर्ग के तुझ से आते ।
मेरे प्रभु तू यही चाहता, अपना जीवन ऐसा ढालूँ
पाठ प्यार का मानव सीखे, बंधु-प्रेम नित रहे बढ़ाते ।
मेरे प्रभु तेरी शरण में आता, याचंक मन मेरा रो पड़ता
तेरे प्यार से झूम उठे मन, मेरे दुःख सब मिट जाते ।
मेरे प्रभु तेरी अभिलाषा, मेरा जीवन-वृक्ष फले
राज्य स्वर्ग के हित तेरे वह, अगणित फल जिसमें आवें।
मेरे भगवन दिल में आओ, मेरे दिल को अपना समझो
मेरा दिल, तेरा घर, घर में आओ -2
तेरा मेरा, जो है नाता, वो है प्यारा, हे विधाता
तू अँधेरे को मिटाता, तू उजाला ले के आता
तू है मेरा - तू स्वामी तू दाता ।
कोई जाने या न जाने, कोई माने या न माने
मेरे होठों पे रखे हैं, प्रभु तेरे ही तराने
इक तू मेरा, और सब है अनजाने ।
हो अंधेरा या सबेरा, तू ही सदा रहे मेरा
तेरे आगे मेरा क्या है जो है मेरा वो है तेरा
तू ही मेरा, बस तू ही है मेरा ।
मेरे मन में हो तुम, मेरे तन में हो तुम
मेरे रोम-रोम समाया येसु नाम है, मेरे होठों पे तेरा ही नाम है
तुम हो स्वामी अन्तर्यामी, द्वार तेरे मैं खड़ा हूँ -2
जैसे काँटों में चुभन, जैसे बागों में लुभन,
वैसे दिल में समाया येसु नाम है । मेरे होठों पे ...
दाता कहकर तुझको पुकारें, सुनले विनती हमारी
जैसे तारों में झिलमिल, जैसे बागों में हलचल
वैसे दिल में समाया येसु नाम है। मेरे होठों में ...
मेरे येसु मैं स्वागत करूँ अपने इस दिल में तेरा
माँस और लहू अपना देके प्रभु, पूरण करो जीवन मेरा ।
भूखे जो आये थे सुनने वचन, तूने उन्हें भोजन दिया
प्यासे जो आये थे सुनने वचन, तूने उन्हें पानी दिया
मेरे येसु इन सबका दिल, खुशियों से तूने भरा।
निर्धन जो आये थे सुनने वचन, तूने उन्हें धन दे दिया
निर्बल जो आये थे सुनने वचन, तूने उन्हें बल दे दिया। मेरे ...
गूँगे जो आये थे सुनने वचन, तूने उन्हें स्वर दे दिया
अंधे जो आये थे सुनने वचन, तूने उन्हें दर्शन दिया ।
मेरे ही जीवन को मेरे ही प्राणों को मैने प्रभु को पाया
स्वर्गीय रोटी को जीवन की धारा को मैने प्रभु को पाया
आदि में तू ही था मानव को ज्योति दी तेरे बिन ज्योति नहीं
प्रभु मैं बिन तेरे राहों में भटका हूँ तेरे बिन ज्योति नहीं।
जीवन को लेके तू संसार में आया था तेरे बिन जीवन नहीं
प्राणों की शक्ति तू आत्मा की चाह तू तेरे बिन जीवन नहीं।
मैने जीवित प्रभु को पाया, मेरा हृदय नाच उठा, नाच उठा।
वह मुझ से कहता मैं हूँ रोटी', तेरी आत्मा जिससे पलती
माँस मेरा सेवन करता स्वर्ग धाम है वह पाता।
वह मुझ से कहता दाखलता हूँ” जो हर अंकुर को सहलाए
जीवन रस का पान करे जो अगणित फल है वह पाता ।
वह मुझसे कहता मैं हूँ जीवन” जो अनन्त का भाग्य बदल दे
जो कोई मुझ में है बस जाता निज समाधि से उठ पाता ।
वह मुझसे कहता 'राह वही हूँ” परम पिता जहाँ तुझको ढूँढे
पद-चिह्नों पर चल तू मेरे, साथ मेरे उसको पाता ।
मैने प्रभु को पाया है, परम प्रसाद में प्रभुजी को
जीवित आत्मा पाया है, प्रभु के बदन और लहू में ।
आज खुशी भी आई है जग मग तारे चमके हैं ...
जीवित आत्मा पाया है प्रभु के बदन और लहू में ।
नवजीवन भी पाया है प्रेम का रस अपनाया है ...
जीवित आत्मा गया है प्रभु के बदन और लहू में ।
स्वर्गीय सुख भी पाया है प्रभु में मन भी रम गया है ...
जीवित आत्मा पाया है प्रभु के बदन और लहू में ।
यह दिव्य संस्कार प्रभु येसु का दान है
जो उसकी कृपाओं का साधन है।
दिल का द्वार खोलो स्वागत में कुछ तो बोलो
खड़े हैं मसीहा दर पे तुम्हारे आने को भीतर पुकारे
आकर करेंगे वो माफ, आदि और निजी पाप ॥
दिव्य रोटी खा लो पावन कटोरा पी लो
आये मसीहा दिल में तुम्हारे, देने को जीवन सहारे
आकर रहेंगे वो साथ, इस पल और अनन्तकाल ॥
क्रूस प्रभु का उठा लो, आज्ञाएँ उसकी पा लो
बुलायें मसीहा घर में पिता के, स्वर्गीय सुख को लुटाने
आकर तोहफा देंगे, तीस, साठ और सौ गुना प्यार ॥
यह रोटी नहीं, यह मेरा' तन है,
जो अर्पित है सबके पाप क्षमा के लिये
यह. दाखरस नहीं, यह मेरा लहू है
सेवन करो इसको जीवन अमर के लिए ॥
पुरखों ने खायी मन्ना रोटी, फिर भी बुझ गई जीवन बाती ।
जो इस रोटी को खायेगा, साथ मेरे वह जीवित रहेगा ।
मेरे वचनों पर अमल करोगे, कर विश्राम मुझे ग्रहण करोगे।
साथ पिता के मैं आऊँगा दिल में तुम्हारे बस जाऊँगा ॥
धोकर पाँव तुम सेवा करोगे आपस में सब मेल रखोगे
पावनात्मा को भेजूँगा जानेगी दुनिया तुम मेरे हो ।
येसु तू अच्छा दिल का तू सच्चा, हम सब करें तुझे प्यार
हमारा तू भाई, हम तेरे साथी, ले चले जीवन की गाड़ी ।
आजा आजा हमारे पास तू आ जा
रह जा रह जा हमारे साथ तू रह जा
जीवन में रंग तू लाता, हर गम को तू मिटाता
तुझे पाकर प्रभु जीवन खुशियों से खिलता ।
येसु तू आजा हमको सिखा तू, माँ-बाप का करना आदर
येसु तू आजा हमको सिखा तू, कैसे बने हम उदार ।
येसु तू आजा दिल का तू राजा, हम करें तेरी पूजा
हम हैं नादान और है अंजान, हमको तू राह दिखा।
येसु तू आया प्रेम तू लाया, भेदभाव न तूने किया
हम तेरे मीत गाके प्रेमगीत, सिखाये जीवन की रीत।
येसु मन में आओ, दिल में मेरे बस जाओ
सारे पापों को क्षमा कर, मुझको अपना बनाओ।
मेरे दिल की धड़कनों में, मैने तुझको पाया, माँ की आँखों के आँसू देख
मैने तुमको अपनाया, सारे दु:खों को हटाने आओ
करुणासागर आओ. मेरे दिल में आओ
दिल में आजा मुझमें तू आजा, मेरे प्यारे मसीहा -2
मन को जगाने राग और लय से, जब तू मुझमें आया
मेरे जीवन में शांति दिलाकर, लाया खुशियाँ हमेशा
सारे घावों को. मिटाने आओ, करुणासागर आओ ...
येसु मेरे दिल में आजा -3
तेरे बिन है यह दिल मेरा भूख प्यास से तड़पता -2
अब देर न कर स्वामी आ जा मेरे हृदय में -2 येसु ...
मैं दुःख से पीड़ित हूँ मैं पाप में गिरा हूँ -2
भगवान जाऊँ कहाँ मैं तेरे बिना रहूँ कहाँ मैं -2 येसु ...
प्रभु तू है मेरा दाता प्रभु तू है मेरा त्राता -2
प्रभु तू है मेरा पालक प्रभु तू है मेरा मालिक - 2 येसु
येसु येसु आजा दिल में आजा मेरे मन में
मेरी आत्मा में तू बस जा, मेरे दिल में तू समा जा ...
परम प्रसाद के रूप में हृदय में तू समा जा
आ कर ले वास तू अपना, बदल के मुझे हर जा
आकर तू रहना मेरी आत्मा में, मेरे दिल में ...
बन के रोटी तू दिल में आया, आकर मुझे नया बनाया ।
कर्ज ये तेरा न भूलूँगा, मुझकों तूने अपनाया
तू आ ही गया है, मेरी आत्मा में, मेरे दिल में ...
खीस्तयाग पावन में शांति मिली मुझे अपार
प्यार मिला जो प्रभु तुझसे धन्य कहूँ मैं बारम्बार
तू साथ रहना, मेरी आत्मा में, मेरे दिल में ...
लेकर खाओ यह मेरा शरीर है, इस में से पीओ यह मेरा रक्त है
देखो यह कितना महान जीवन का बलिदान ।
जब जब हम करते यह भोजन याद करें प्रभु जीवन
पीड़ा सहन मरण और उत्थान ... देखो ... लेकर ...
रोटी यह देती अनन्त जीवन, वही है दूतों का भोजन
सारी दुनिया के पापों का मोचन.. देखो ... लेकर ...
हम पा चुके हैं रोटी, प्रभुवर तेरे बदन की
हमको है आज ज्योति, तेरे ही प्रेम रस की ।
जिन्हें मिल गयी यह रोटी, पापों की जिन्दगी में
सब धुल गये गुनाह भी, मिली राह जिन्दगी में ।
हमको प्रभु तुम्हारा, हर दम रहे सहारा
पापों की आँधियों में, गिर जाये न कभी भी ।
प्रभु जी तेरे चरण पर, पाते खुशी सदा की
लाता है तू जीवन में, एक राह भी आशा की।