स्मरणांजलि

मृत विश्वासियों के लिए प्रार्थना - 1

फादर फ्रांसिस स्करिया

संगीत: फादर शैल्मोन आन्टोणी

गीत

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मृत्यु बंधन तोड़कर, तेरे भक्तों को
ले चल जीवन राह पर, शाँति देकर तू।
मित्र को जीवन देकर, तूने सिखाया
उत्थान और जीवन तू, तूने दिखाया।

गेहॅू धरती पे गिरकर, पौधा बनता ज्यों
ले चल मृत्यु से हमें, नित्य जीवन में।
मार्ग सत्य जीवन है, तू प्रभु येसु
जिनकी आशा है तुझ में, वे नहीं मरते।

शाँति देना मृतकों को, आशा देना तू
दायें बिठाना उन्हें, स्वर्ग में सदा।
दूतों एवं संतों के, संग में तेरा
दर्शन पाने की कृपा, दे दे येसु तू।

आत्मा के संग तेरे, दर्शन करने दे
मरियम के संग तेरी, स्तुति करने दे।
आदि अन्त येसु तू, आस हमारी
पूँजी स्वर्ग में रखने, दे वरदान हमें।

दूत संत करें तेरी, जय जयकार प्रभु
स्वर्ग धरा गुण गाये, बारम्बार तेरी।
पिता की महिमा हो सदा, जय हो पुत्र की
आत्मा के कीर्तन से, जग ये गूँजित हो।

अगुआ: पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा के नाम पर।

सब: आमेन।

अगुआ: हमारे मृत्युंजय प्रभु येसु ख्रीस्त की कृपा, जीवन-स्रोत पिता ईश्वर का प्रेम तथा जीवनदाता पवित्र आत्मा का साहचर्य आप सबों को प्राप्त हो।

सब: और आप को भी।

अगुआ: प्रिय भाइयों और बहनों, हमारे भाई (बहन) .................. की मृत्यु (पुण्यतिथि) के अवसर पर उनके द्वारा ईश्वर ने हमें, उनके परिवार, कलीसिया तथा समाज को जो कृपायें प्रदान की है, उन के लिए सर्वशक्तिमान को धन्यवाद देने और उनकी आत्मा को ईश्वर को समर्पित कर मुक्ति की याचना करने हेतु हम यहाँ उपस्थित हैं। आईए हम भक्तिभाव से अपनी याचनाओं को ईश्वर के समक्ष समर्पित करें।

स्तोत्र 23 (दो दलों में बोलें)

अगुआ: प्रभु मेरा चरवाहा है,
मुझे किसी बात की कमी नहीं।

सब: वह मुझे हरे मैदानों में बैठाता
और शान्त जल के पास ले जा कर
मुझ में नवजीवन का संचार करता है।

अगुआ: अपने नाम के अनुरूप
वह मुझे धर्ममार्ग पर ले चलता है।

सब: चाहे अँधेरी घाटी हो कर जाना पड़े,
मुझे किसी अनिष्ट की शंका नहीं,

अगुआ: क्योंकि तू मेरे साथ रहता है।
मुझे तेरी लाठी, तेरे डण्डे का भरोसा है।

सब: तू मेरे शत्रुओं के देखते-देखते
मेरे लिये खाने की मेज सजाता है।

अगुआ: तू मेरे सिर पर तेल का विलेपन करता
और मेरा प्याला लबालब भर देता है।

सब: इस प्रकार तेरी भलाई और तेरी कृपा से
मैं जीवन भर घिरा रहता हूँ।
मैं चिरकाल तक प्रभु के मन्दिर में निवास करूँगा।

अगुआ: पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो।

सब: जैसे वह आदि में थी, अब है
और अनन्त काल तक सदा रहेगी। आमेन।

अगुआ: हे पिता, जीवन और मृत्यु के प्रभु, हमारा दृढ़विश्वास है कि मसीह सचमुच मृतकों में से जी उठे हैं। जो लोग मृत्यु में सो गये हैं, उनमें वे सब से पहले जी उठे। जिस तरह सब मनुष्य आदम के कारण मरते हैं, उसी तरह सब मसीह के कारण पुनर्जीवित किये जायेंगे। आज हम अपने भाई (अपनी बहन) ..................... के लिए प्रार्थना करते हैं कि तू उनके पापों को क्षमा कर। उनकी आत्मा को तेरे दर्शन करने तथा अनन्त काल तक तेरे दूतों तथा संतों के साथ तेरी स्तुति करने की कृपा प्रदान कर, हमारे प्रभु ख्रीस्त के द्वारा।

सब: आमेन।

बाइबिल से पाठ

(कोई एक पाठ पढ़ें।)

1 कुरिन्थियों 15:35-47

अगुआ: कुरिन्थियों के नाम संत पौलुस का पहला पत्र।
{ अब कोई प्रश्न पूछ सकता है, ”मृतक कैसे जी उठते हैं? वे कौन-सा शरीर ले कर आते हैं?“ अरे मूर्ख! तू जो बोता है, वह जब तक नहीं मरता तब तक उस में जीवन नहीं आ जाता। तू जो बोता है, वह बाद में उगने वाला पौधा नहीं, बल्कि निरा दाना है, चाहे वह गेहूँ का हो या दूसरे प्रकार का। ईश्वर अपनी इच्छा के अनुसार उसे शरीर प्रदान करता है- प्रत्येक दाने को उसका अपना शरीर। प्रत्येक देह एक-जैसी नहीं होती। मनुष्यों, पशुओं, पक्षियों और मछलियों की देह अपने-अपने प्रकार की होती है। आकाशीय देह-पिण्ड होते हैं और पार्थिव देह-पिण्ड, किन्तु आकाशीय देह-पिण्डों का तेज एक प्रकार का है और पार्थिव देह-पिण्डों का दूसरे प्रकार का। सूर्य, चन्द्रमा और नक्षत्रों का तेज अपने-अपने प्रकार का होता है, क्योंकि एक नक्षत्र का तेज दूसरे नक्षत्र के तेज से भिन्न है। मृतकों के पुनरुत्थान के विषय में भी यही बात है। जो बोया जाता है, वह नश्वर है। जो जी उठता है, वह अनश्वर है। जो बोया जाता है, वह दीन-हीन है। जो जी उठता है, वह महिमान्वित है। जो बोया जाता है, वह दुर्बल है। जो जी उठता है, वह शक्तिशाली है। एक प्राकृत शरीर बोया जाता है और एक आध्यात्मिक शरीर जी उठता है। प्राकृत शरीर भी होता है और आध्यात्मिक शरीर भी। धर्मग्रन्थ में लिखा है कि प्रथम मनुष्य आदम जीवन्त प्राणी बन गया और अन्तिम आदम जीवनदायक आत्मा। जो पहला है, वह आध्यात्मिक नहीं, बल्कि प्राकृत है। इसके बाद ही आध्यात्मिक आता है। पहला मनुष्य मिट्टी का बना है और पृथ्वी का है, दूसरा स्वर्ग का है। मिट्टी का बना मनुष्य जैसा था, वैसे ही मिट्टी के बने मनुष्य हैं और स्वर्ग का मनुष्य जैसा है, वैसे ही सभी स्वर्गी होंगे; जिस तरह हमने मिट्टी के बने मनुष्य का रूप धारण किया है, उसी तरह हम स्वर्ग के मनुष्य का भी रूप धारण करेंगे। भाइयो! मेरे कहने का अभिप्राय यह है कि निरा मनुष्य ईश्वर के राज्य का अधिकारी नहीं हो सकता और नश्वरता अनश्वरता की अधिकारी नहीं होती।} मैं आप लोगों को एक रहस्य बता रहा हूँ। हम सब नहीं मरेंगे, बल्कि क्षण भर में, पलक मारते, अन्तिम तुरही बजते ही हम सब-के-सब रूपान्तरित हो जायेंगे; तुरही बजेगी, मृतक अनश्वर बन कर पुनर्जीवित होंगे और हम रूपान्तरित हो जायेंगे; क्योंकि यह आवश्यक है कि यह नश्वर शरीर अनश्वरता को और यह मरणशील शरीर अमरता को धारण करे। जब यह नश्वर शरीर अनश्वरता को धारण करेगा, जब यह मरणशील शरीर अमरता को धारण करेगा, तब धर्मग्रन्थ का यह कथन पूरा हो जायेगाः मृत्यु का विनाश हुआ। विजय प्राप्त हुई। मृत्यु! कहाँ है तेरी विजय? मृत्यु! कहाँ है तेरा दंश? मृत्यु का दंश तो पाप है और पाप को संहिता से बल मिलता है। ईश्वर को धन्यवाद, जो हमारे प्रभु ईसा मसीह द्वारा हमें विजय प्रदान करता है!
-यह प्रभु की वाणी है।

सब: ईश्वर को धन्यवाद।

1 थेसलनीकियों 4:13-18

अगुआ: थेसलनीकियों के नाम संत पौलुस का पहला पत्र।
भाइयो! हम चाहते हैं कि मृतकों के विषय में आप लोगों को निश्चित जानकारी हो। कहीं ऐसा न हो कि आप उन लोगों की तरह शोक मनायें, जिन्हें कोई आशा नहीं है। हम तो विश्वास करते हैं कि ईसा मर गये और फिर जी उठे। जो ईसा में विश्वास करते हुए मरे, ईश्वर उन्हें उसी तरह ईसा के साथ पुनर्जीवित कर देगा। हमें मसीह से जो शिक्षा मिली है, उसके आधार पर हम आप से यह कहते हैं- हम, जो प्रभु के आने तक जीवित रहेंगे, मृतकों से पहले महिमा में प्रवेश नहीं करेंगे, क्योंकि जब आदेश दिया जायेगा और महादूत की वाणी तथा ईश्वर की तुरही सुनाई पड़ेगी, तो प्रभु स्वयं स्वर्ग से उतरेंगे। जो मसीह में विश्वास करते हुए मरे, वे पहले जी उठेंगे। इसके बाद हम, जो उस समय तक जीवित रहेंगे, उनके साथ बादलों में आरोहित कर लिये जायेंगे और आकाश में प्रभु से मिलेंगे। इस प्रकार हम सदा प्रभु के साथ रहेंगे। आप इन बातों की चर्चा करते हुए एक दूसरे को सान्त्वना दिया करें।
-यह प्रभु की वाणी है।

सब: ईश्वर को धन्यवाद।

स्तोत्र 91 (दो दलों में बोलें)

अगुआ: तुम, जो सर्वोच्च के आश्रय में रहते
और सर्वशक्तिमान् की छत्रछाया में सुरक्षित हो,

सब: तुम प्रभु से यह कहोः
”तू ही मेरी शरण है,

अगुआ: मेरा गढ़, मेरा ईश्वर;
तुझ पर ही भरोसा रखता हूँ“।

सब: वह तुम्हें बहेलिये के फन्दे से,
घातक महामारी से छुड़ाता है।

अगुआ: वह अपने पंख फैला कर तुम को ढँक लेता है,
तुम्हें उसके पैरों के नीचे शरणस्थान मिलता है।

सब: उसकी सत्यप्रतिज्ञता तुम्हारी ढाल है
और तुम्हारा कवच।

अगुआ: तुम्हें न तो रात्रि के आतंक से भय होगा
और न दिन में चलने वाले बाण से,

सब: न अन्धकार में फैलने वाली महामारी से
और न दोपहर को चलने वाली घातक लू से।

अगुआ: तुम्हारी बगल में भले ही हजारों
और तुम्हारी दाहिनी ओर लाखों ढेर हो जायें,
किन्तु तुम को कुछ नहीं होगा।

सब: तुम अपनी आँखों से देखोगे
कि किस प्रकार विधर्मियों को दण्ड दिया जाता है,

अगुआ: क्योंकि प्रभु तुम्हारा आश्रय है,
तुमने सर्वोच्च ईश्वर को अपना शरण-स्थान बनाया है।

सब: तुम्हारा कोई अनिष्ट नहीं होगा,
महामारी तुम्हारे घर के निकट नहीं आयेगी,

अगुआ: क्योंकि वह अपने दूतों को आदेश देगा
कि तुम जहाँ कहीं भी जाओगे, वे तुम्हारी रक्षा करें।

सब: वे तुम्हें अपने हाथों पर उठा लेंगे
कि कहीं तुम्हारे पैरों को पत्थर से चोट न लगे।

अगुआ: तुम सिंह और साँप को कुचलोगे,
तुम बाघ और अजगर को पैरों तले रौंदोगे।

सब: वह मेरा भक्त है,
इसलिए मैं उसका उद्धार करूँगा;

अगुआ: वह मेरा नाम जानता है,
इसलिए मैं उसकी रक्षा करूँगा।

सब: यदि वह मेरी दुहाई देगा,
तो मैं उसकी सुनूँगा,

अगुआ: मैं संकट में उसका साथ दूँगा;
मैं उसका उद्धार कर उसे महिमान्वित करूँगा।

सब: मैं उसे दीर्घ आयु प्रदान करूँगा
और उसे अपने मुक्ति-विधान के दर्शन कराऊँगा।

अगुआ: पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो।

सब: जैसे वह आदि में थी, अब है
और अनन्त काल तक सदा रहेगी। आमेन।

अगुआ: हे पिता ईश्वर, हम मृत विश्वासियों के पुनरुत्थान पर विश्वास करते हैं। हमारा नश्वर, दीनहीन और दुर्बल शरीर बोया जाता है, परन्तु तू हमें एक अनश्वर, महिमान्वित तथा शक्तिशाली शरीर प्रदान करता है। हमारे विश्वास को दृढ़ बना। हमारे भाई (हमारी बहन) ............ की आत्मा पर कृपादृष्टि डाल और उन्हें स्वर्ग का अनन्त सुख प्रदान कर। हम यह प्रार्थना करते हैं, हमारे प्रभु ख्रीस्त के द्वारा।

सब: आमेन।

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शांति दे प्रभु येसु, नित शांति दे इनको-2
हे करुणामय शांतिप्रदाता
विनती हमारी सुन ले-3


तू है पुनरुत्थान तू ही है जीवन
हे दयालू येसु-2
इनके सारे अपराधों को
तू क्षमा कर येसु-2 तू क्षमा कर येसु।


तू है जगत का पावन ईश्वर हे कृपालू येसु-2
धो दे इनके पापों को तू
येसु तेरे लहू से-2 येसु तेरे लहू से ।

विश्वासियों के निवेदन

अगुआ: प्यारे भाइयो और बहनो, हम स्वर्ग और पृथ्वी के पिता ईश्वर से विनयपूर्वक निवेदन करें कि वे हमारे मृत भाई (हमारी मृत बहन) की आत्मा को अनन्त शांति प्रदान करें और कहें: हे प्रभु, मृत विश्वासियों को अनन्त शांति प्रदान कर।

सब: हे प्रभु, मृत विश्वासियों को अनन्त शांति प्रदान कर।

अगुआ: जिन मृत विश्वासियों को आज हम याद कर रहे हैं, उनकी आत्माओं को पवित्र कर उन्हें स्वर्ग-प्रवेश के योग्य बना दे।

सब: हे प्रभु, मृत विश्वासियों को अनन्त शांति प्रदान कर।

अगुआ: हमें अपने जीवन काल में प्राप्त सभी वरदानों के लिए कृतज्ञतापूर्ण हृदय से ईश्वर को निरंतर धन्यवाद देने की कृपा प्रदान कर।

सब: हे प्रभु, मृत विश्वासियों को अनन्त शांति प्रदान कर।

अगुआ: सभी मरणासन्नों को यह कृपा दे कि वे तुझ में अपना विश्वास अटल बनाये रख सकें।

सब: हे प्रभु, मृत विश्वासियों को अनन्त शांति प्रदान कर।

अगुआ: हमें इस दुनिया में रहते समय, परलोक की बातों पर ध्यान देने की प्रज्ञा प्रदान कर।

सब: हे प्रभु, मृत विश्वासियों को अनन्त शांति प्रदान कर।

अगुआ: शोधक-स्थल की आत्माओं के पापों को क्षमा कर उन्हें तेरे दर्शन की कृपा दे।

सब: हे प्रभु, मृत विश्वासियों को अनन्त शांति प्रदान कर।

अगुआ: हे पिता ईश्वर, तेरी प्रज्ञा हमें सिखाती है कि ”जिस तरह हमने मिट्टी के बने मनुष्य का रूप धारण किया है, उसी तरह हम स्वर्ग के मनुष्य का भी रूप धारण करेंगे (1 कुरिन्थियों 15:49)। हे प्रभु, सभी मृत विश्वासियों को स्वर्ग का आनन्द प्रदान कर। उन्हें अक्षय, अनश्वर तथा अदूषित विरासत प्रदान कर, हमारे प्रभु ख्रीस्त के द्वारा।

सब: आमेन।

अगुआ: आईए हम सब मिल कर ईश्वर के समक्ष इस आत्मा को समर्पित करते हुए वही प्रार्थना दोहरायें जिसे हमारे भाई (हमारी बहन) ने अपने जीवन काल में कई बार दोहराया था। हे पिता हमारे ....

सब: जो स्वर्ग में है, तेरा नाम पवित्र किया जाये, तेरा राज्य आवे, तेरी इच्छा जैसे स्वर्ग में है, वैसे इस पृथ्वी पर भी होवे। हमारे प्रतिदिन का आहार आज हमें दे, और हमारे अपराध हमें क्षमा कर, जैसे हम भी अपने अपराधियों को क्षमा करते है, हमें परीक्षा में न डाल, परन्तु बुराई से बचा। आमेन।

अगुआ: हे पिता ईश्वर, तेरी शक्ति हमें जन्म देती है, तू इस दुनिया में हमारे लिए प्रबन्ध करता है। तेरे बुलाने पर हम उस मिट्टी में मिल जाते हैं जिस से हम बने हुए हैं। मृत्यु के बाद भी हम तेरे सामने जीवित रहते हैं। मृत्यु पर हमारा अन्त नहीं होता, बल्कि हम बदल जाते हैं। मृत विश्वासियों को अपने दर्शन का सौभाग्य प्रदान कर, हमारे प्रभु ख्रीस्त के द्वारा।

सब: आमेन।

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(दिवंगत धर्मबहन के लिए)

अगुआ: हे प्रभु ईश्वर, तू ने हमारी बहन, सिस्टर........... को बुला कर उन्हें अपनी दुलहन बनाया था। निर्धनता, ब्रह्मचर्य तथा आज्ञापालन के वृतों का पालन कर उन्होंने धर्मसंघीय जीवन के द्वारा तेरी तथा तेरी प्रजा की सेवा की। इस आत्मा पर कृपादृष्टि डाल तथा समझदार कुँवारियों के लिए तैयार किये गये निवास स्थान में तेरे दर्शन करने तथा तेरे साथ अनन्त काल तक स्वर्ग के आनन्द में भाग लेने की कृपा इन्हें दे, हमारे प्रभु ख्रीस्त के द्वारा।

सब: आमेन।

(दिवंगत पुरोहित के लिए)

अगुआ: हे प्रभु ईश्वर, तूने हमारे भाई, फादर....... को अपनी प्रजा के बीच में से चुन कर अपनी रेवड का गडेरिया नियुक्त किया था। सुसमाचार की घोषणा तथा संस्कारों के अनुष्ठान के द्वारा इन्होंने तेरी प्रजा की सेवा की। अब ये अपनी दौड़ पूरी कर तेरे पास अपना मुकुट ग्रहण करने आ गये हैं। इन्हें अपने महिमामय स्वर्ग में प्रवेश देकर अनुग्रहित कर। जाने अनजाने में किये गये इनके पापों को दयापूर्वक क्षमा कर इन्हें अपने संतों और दूतों के साथ सम्मिलित कर। हमारे प्रभु ख्रीस्त के द्वारा।

सब: आमेन।

(किसी की आकस्मिक मृत्यु पर)

अगुआ: हे परम दयालु ईश्वर, तू अपनी प्रज्ञा के अनुसार हमें उत्पन्न करता तथा संभालता है। तेरे नियत समय पर तू हमें वापस बुलाता है। मृत्यु रूपी रहस्य के सामने कभी-कभी हम विचलित होते हैं। विपत्ति में तू ही हमारी सान्त्वना है और तू हमें नव जीवन प्रदान करता है। हमें यह कृपा दे कि हम इस रहस्य को तेरी पवित्र योजना के परिपेक्ष्य में ही देखें और तेरी इच्छा को स्वीकार कर सकें। हमारे प्रभु ख्रीस्त के द्वारा।

सब: आमेन। ------------------------------------------

अगुआ: मृत विश्वासी ईश्वर की दया से स्वर्ग का अनन्त सुख प्राप्त करें।

सब: आमेन।
(पुरोहित या उपयाजक पवित्र जल छिडकते हैं)


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