हे संत योहन मरिया वियान्नी, ईश्वरीय वचन ’’एक छोटा-सा नगर था; उस में बहुत कम लोग रहते थे। एक शक्तिशाली राजा ने आकर उसके चारों ओर बड़ी मोर्चाबंदी कर दी। वहाँ के एक दरिद्र और बुद्धिमान व्यक्ति ने अपनी प्रज्ञा से नगर की रक्षा की...’’ (उपदेशक 9:14-15) आपके पुरोहिताई जीवन के कार्यों को यथोचित अभिव्यक्त करते हैं। आपने स्वयं को ईश्वर के समक्ष दीन-हीन मानकर अपने पुरोहिताई के कार्यों को समर्पित किया तथा घोर त्याग, तप, धैर्य, प्रार्थना, उपवास एवं समर्पण आदि सदगुणों का अनुगमन करके आपकी छोटी सी पल्ली ’आर्स’ की शैतान रूपी राजा से रक्षा की। आपके पवित्र जीवन के कारण अनेक पापियों का मन परिवर्तन हुआ। हे वंदनीय संत योहन मरिया वियान्नी आपने विशेषकरके पाप-स्वीकार संस्कार द्वारा बहुतों को चंगाई एवं मन-फिराव का वरदान प्रदान किया। हमारे पापमय जीवन को भी याद कीजिये तथा हमारे मन-फिराव के लिये स्वर्ग से प्रार्थना कीजिये। क्षणभंगुर एवं रातोंरात किसी भी माध्यम से सफलता प्राप्त करने के इस दुनियावी चलन से हमारी रक्षा कीजिए तथा ईश्वर के सामने स्वयं को दीन-हीन भाव से समर्पण करने की प्रेरणा एवं सामर्थ्य प्रदान कीजिए। उन सभी भटके हुए लोगों को भी मन-परिवर्तन का अवसर प्रदान कीजिए जो शराब-नशेबाजी, व्यभिचार, लड़ाई-झगडे़ जैसी विनाशकारी आदतों के आदि बन चुके हैं। आपने अपने जीवन के दौरान ऐसे अनेक पापियों को स्वर्गराज्य का ’संकरा मार्ग’ दिखाया तथा उस पर चलना सिखाया था इसलिये मेरा विश्वास है कि आप आदतों से मजबूर ऐसे सभी मनुष्य को उनकी बुरी आदतों से छुटकारा दिलायेंगे। आप से मेरा निवेदन है कि आप मेरी भी इस आवश्यकता को अपनी शक्तिशाली मध्यस्थ-प्रार्थना के द्वारा पूरा करेंगे। निजी निवेदन..........................................................। आमेन।
हे पिता हमारे....................प्रणाम मरिया........पिता और पुत्र और पवित्रात्मा की महिमा....
हे संत योहन मरिया वियान्नी, हमारे लिये प्रार्थना कीजिए,
कि हम ख्रीस्त की प्रतिज्ञाओं के योग्य बन जायें।
हम प्रार्थना करें
हे पिता परमेश्वर, हमने संत योहन मरिया वियान्नी के जीवन एवं कार्यों द्वारा आपको और अधिक पहचाना तथा आपकी शिक्षाओं को जीवन की वास्तविकता बनते देखा है। हमारी आपसे प्रार्थना है, हमें यह वर दें कि संत योहन मरिया वियान्नी के जीवन के पुण्यफलों के द्वारा हम भी प्रभु येसु के जीवन, क्रूस एवं पुनरूत्थान में सहभागी बनकर उनकी प्रतिज्ञाओं के योग्य बन जाये। हम यह प्रार्थना करते हैं हमारे प्रभु येसु ख्रीस्त के द्वारा। आमेन।