आधुनिक काल के संत जॉन पॉल द्वितीय, आप अपने जीवनकाल के दौरान ही दुनिया भर में ईश्वरीय भक्ति एवं कलीसिया की सेवा के लिये जाने जाते थे। पुरोहित बनकर कलीसिया की सेवा करने की दृढ़ इच्छाशक्ति के कारण आप कष्ट एवं खतरे उठाकर भी पुरोहित बने। पुरोहित बनकर आपने लोगों की सेवा की तथा बाद में संत पापा बनकर दुनिया को प्रार्थना के माध्यम से चमत्कारी रूप से परिवर्तन की राह पर अग्रसर किया। आपने दुनिया को मानवसेवा के लिये त्याग तथा संवेदनषीलता के पाठ पढाये। हे करिष्माई व्यक्तित्व के धनी संत जॉन पॉल द्वितीय, हमें आज भी आपकी प्रार्थनाओं और स्वर्गिक मार्गदर्शन की आवश्यकता है। अपने जीवनकाल के दौरान आपने अनेक दुर्बल एवं बोझल मनुष्यों को आत्मविश्वास तथा ईश्वर का प्रेम प्रदर्शित किया। आप से नम्र निवेदन है कि हमें भी जीवन में हमेषा आत्मविश्वासी बन कर तथा ईश्वर पर भरोसा रखकर प्रार्थना करना सिखाईये ताकि जीवन के उतार-चढाव में हम हिम्मत नहीं हारें। माता मरियम से प्रार्थना करने का वरदान हमें भी प्रदान कीजिये जिससे हम येसु की प्रतिज्ञाओं के योग्य बन जायें। आपकी मध्यस्थ-प्रार्थना के द्वारा अनेकों ने ईश्वर की कृपा प्राप्त की है अतः यह मेरा भी विश्वास है कि आप मेरे लिए ईश्वर से यह विशेष कृपा अवश्य प्राप्त करेंगे। निजी निवेदन......................। स्वर्ग से आपकी मध्यस्थ प्रार्थना हमेषा मेरा मार्गदर्शन करती रहे। आमेन।
हे पिता हमारे....................प्रणाम मरिया........पिता और पुत्र और पवित्रात्मा की महिमा....
हे संत जॉन पॉल द्वितीय हमारे लिये प्रार्थना कर।
कि हम ख्रीस्त की प्रतिज्ञाओं के योग्य बन जाये।
हम प्रार्थना करें
हे पिता परमेश्वर हमने संत जॉन पॉल द्वितीय के जीवन एवं कार्यों द्वारा आपको और अधिक पहचाना तथा आपकी शिक्षाओं को जीवन की वास्तविकता बनते देखा है। हमारी आपसे प्रार्थना है कि संत जॉन पॉल द्वितीय के जीवन के पुण्यफलों के द्वारा हम भी प्रभु येसु के जीवन, क्रूस एवं पुनरूत्थान में सहभागी बनकर उनकी प्रतिज्ञाओं के योग्य बन जाये। हम यह प्रार्थना करते हैं हमारे प्रभु येसु ख्रीस्त के द्वारा। आमेन।