हे पवित्र माता के निर्मल हृदय, मैं तेरी पवित्रता की प्रशंसा करता हूँ। हे सर्वप्रिय माता, मैं तेरे वात्सल्य, प्रेम और गुणों की याद करता हूँ। मैंने और दूसरों ने तेरा अपमान किया। मैं अब तेरे सामने गिरकर तुझे नम्रतापूर्वक क्षमा चाहता हूँ। मैं अब स्वीकार करता हूँ कि मैं कृतघ्न बनकर भटकता रहा। तूने मुझे कई बार कृपा और क्षमा दिलाई। मुझे पूर्ण विष्वास है कि तू मुझे कभी त्यागेगी नहीं। इस दृढ़ विश्वास से साहस बटोरकर अब मैं तुझसे और अधिक भक्ति के साथ प्रार्थना करूँगा। मैं प्रतिज्ञा करता हूँ कि आगे मैं तेरे सम्मान के लिए भले कार्य करूँगा। तू उन्हें स्वीकार कर और प्रभु येसु को अर्पित कर। मेरी तुझसे विनती है कि तू ईश्वर से प्रार्थना कर कि प्रभु मुझ पर और मेरे सम्बन्धियों पर दया करें और अपनी कृपाएँ हमें प्रदान करें। आमेन।