हे पवित्र आत्मा, हमारे हृदय में आ।
अपनी स्वर्गीय ज्योति की एक किरण
हमें भेज देने की कृपा कर।
हे दरिद्रों के पिता, वरदानों के दाता,
हमारे हॄदय की ज्योति।
हमारे पास आने की कृपा कर।
तू है सर्वोत्तम सान्त्वना-दाता,
तू है हमारी आत्मा का प्रिय पाहुना,
तू है प्रात:कालीन ओस जैसा सुखदायक।
परिश्रम में तू है विश्राम,
ग्रीष्म में तू है शीतल छाया;
विलाप में तू है दिलासा।
हे परम धन्य ज्योति।
अपने विश्वासियों का हृदय
आलोकित करने की कृपा कर।
तेरे कृपादान के अभाव में
पुण्य का काम कोई भी नहीं कर सकता,
पाप से कोई भी नहीं बचता।
जो मैला है, उसे धो डाल;
जो सूखा है, उसे सींच दे;
जो घायल है, उसे चंगा कर।
जो कड़ा है, उसे झुका दे;
जो ठण्ढा है, उसे गरम कर;
जो टेढा है, उसे सीधा के दे।
जो तुझमें विश्वास करते हैं,
जो तुझपर भरोसा रखते हैं,
उन्हें अपने साथ वरदान प्रदान कर।
तू हमको इहलोक में पुण्यमय जीवन दे,
इसके अंत में मुक्तिदायक मरण,
और परलोक में ईश्वरीय आनन्द। आमेन।