सामान्य – 1 ...सामान्य – 2 ...सामान्य – 3 ...सामान्य – 4 ...सामान्य – 5 ...सामान्य – 6 ...सामान्य – 7 ...सामान्य – 8 ...सामान्य – 9 ...सामान्य – 10 ...सामान्य – 11 ...आगमन के समय – 12 ...ख्रीस्त-जयंती के समय – 13 ...चालीसे के समय – 14 ...चालीसे के समय – 15 ...दुखभोग के समय – 16 ...पास्का के समय – 17 ...पवित्र आत्मा के आदर में – 18 ...विवाह के अवसर पर – 19 ...विवाह के अवसर पर – 20 ...मृत विश्वासियों के लिए – 21 ...विभिन्न अभिप्राय– 22
पु. - प्यारे भाई-बहनो, हम यहाँ एकत्र हैं, - क्योंकि स्वयंम् प्रभु ख्रीस्त ने हमें बुलाया है, - कि हम पिता ईश्वर से – सारी कलीसिया के लिए निवेदन करें।
1- पुरोहित के साथ यहाँ उपस्थित कलीसिया में – इस ख्रीस्त-याग द्वारा ईश्वरीय जीवन की वृध्दि हो।
सब -
2- हमारे संत पिता ....... हमारे धर्माध्यक्ष ...... , अन्य धर्माध्यक्ष, पुरोहित और उनके सहयोगी, - अपने धर्म-कार्य में प्रचुर कृपा और सफलता पा सकें।
3- सभी राष्ट्रों के नेता, विशेष कर भारत के शासक, - विवेक और सच्चे हृदय से – अपना कर्त्तव्य निबाह सकें।
4- इस पवित्र बलिदान और हमारे सहयोग द्वारा, - प्रभु येसु ख्रीस्त सारे संसार का उध्दार करें।
5- इस प्रभु-भोज से पुष्ट होकर – हम दीन दुखियों पर – ख्रीस्त का प्रेम और दया दिखा सकें।
पु. - हे ईश्वर, हमारी शरण, हमारे बल और दया के स्रोत, अपनी कलीसिया की दीन प्रार्थनाएँ सुन। हमें ये कृपाएँ प्रदार कर, जिनको हम विश्वास के साथ तुझ से माँग रहे हैं, - हमारे प्रभु ख्रीस्त के द्वारा।
सब - आमेन।
पु. - प्यारे भाई-बहनो, - सर्वशक्तिमान पिता ईश्वर ने हमें इस वेदी के पास बुलाया है। उससे हम निवेदन करें, कि ख्रीस्तीय परिवार का यह एकमात्र बलिदान – हम उचित रीति से चढ़ा सकें, - तथा उसकी असीम दया और कृपा प्राप्त कर सकें।
1- सारे जगत में फैली हुई कलीसिया के लिए, - अपने संत पिता ..... के लिए – अपने धर्माध्यक्ष .... और अन्य अध्यक्षों के लिए – हम निवेदन करें।
सब -
2- समूचे भारत के लिए, - देश के शासकों और भारत के सब निवासियों के लिए, - तथा अपने देश के प्रत्येक परिवार के लिए हम निवेदन करें।
3- कलीसिया की एकता के लिए, - गैर ख्रीस्तीयों द्वारा सच्चे धर्म को अपनाने, - तथा राष्ट्रों के बीच शांति के लिए, हम निवेदन करें।
4- जो रोग से पीडित, - अनाथ और गरीब हैं, - और बुढ़ापे से लाचार है, - उन सब के लिए हम निवेदन करें।
5- पवित्र यूखारिस्तीय समारोह में उपस्थित भाई-बहनें – प्रभु ख्रीस्त का अनुकरण करें और एक दूसरे के प्रति सच्चा प्रेम दिखाएँ, - इस के लिए हम निवेदन करें।
पु. - हे सर्वशक्तिमान ईश्वर, हमें यह कृपा प्रदान कर, कि हम योग्य रीति से यह यूखारिस्तीय उत्सव मानाएँ, और अपने दैनिक जीवन में सच्चा ख्रीस्तीय प्रेम प्रकट करें, - हमारे प्रभु ख्रीस्त के द्वारा।
सब - आमेन।
पु. - प्यारे भाई-बहनो, इस सामुदायिक प्रार्थना में – हम न केवल निजी अभिप्रायों के लिए, - किन्तु विशेष कर संसार के उध्दार – और समस्त कलीसिया के कल्याण के लिए निवेदन करें।
1-
सब -
2- हम अपने धर्माध्यक्ष .... और इस धर्म प्रदेश के सभी पुरोहितों के लिए प्रार्थना करें, - कि वे पवित्र आत्मा के ज्ञान और प्रेम से परिपूर्ण हो जाएँ।
3- हम इस वेदी के सम्मुख उपस्थित भाई-बहनो के लिए प्रार्थना करें – कि हमारे बीच प्रभु ख्रीस्त का प्रेम सदा बना रहे।
4- जो कोई अपने को येसु ख्रीस्त के अनुयायी कहते हैं, - वे तेरी इच्छा अनुसार एक ही विश्वास के भागी बनें।
5- हम सब अंतिम दिन प्रभु ख्रीस्त के राज्य में, - प्रेम और जीवन की पूर्णता प्राप्त करें।
पु. - हे सर्वशक्तिमान, शाश्वत ईश्वर, तू स्वर्ग और पृथ्वी की सब वस्तुओं का सृष्टिकर्त्ता है। दया पूर्वक अपनी प्रजा की याचनाएँ स्वीकार कर, और इस जीवन में हम लोगों को अपनी शांति और प्रेम प्रदान कर, - हमारे प्रभु ख्रीस्त के द्वारा।
सब -
पु. - प्यारे भाई-बहनो, हम यहाँ एकत्र हुए हैं, - क्योंकि स्वयं पिता ईश्वर ने हमारा उध्दार किया है। हम उससे कलीसिया की आवश्यकताओं के लिए प्रार्थना करें।
1- ईश्वर की कलीसिया प्रेम में बढ़ती जाए – जिस से दुनिया भर के सब विश्वासी, - प्रभु ख्रीस्त के द्वारा प्रदत्त मुक्ति की घोषणा करें, - तथा उनकी शक्ति से जीवन बिताएँ।
सब -
2- मानव-इतिहास के प्रभु येसु, - मनुष्यों के कार्य-कलापों का संचालन करें – और अपनी मुक्ति के दिन के लिए सब को एकत्र करें।
3- हम अपने पापों से मुक्त होकर ख्रीस्त का राज्य पृथ्वी के कोने-कोने तक फैला सकें।
4- ख्रीस्तीयों की उदारता और भ्रातृ-प्रेम द्वारा – एक नए और आदर्श जगत का शीघ्र निर्माण हो।
5- इस पवित्र याग के लिए एकत्र यह सम्पूर्ण मंडली, - इस बलिदान के द्वारा – स्वर्गिक पिता के प्रेम और दया से अनुप्राणित हो।
पु. - हे ईश्वर, हमारी शरण, हमारे बल और दया के स्रोत, अपनी कलीसिया की दीन प्रार्थनाएँ सुन। हमें ये कृपाएँ प्रदार कर, जिनको हम विश्वास के साथ तुझ से माँग रहे हैं, - हमारे प्रभु ख्रीस्त के द्वारा।
सब - आमेन।
पु. - प्यारे भाई-बहनो, बपतिस्मा के द्वारा ईश्वर ने – हमें अपनी मुक्ति का साक्ष्य देने के लिए बुलाया है। इस कार्य में विश्वस्त बने रहने के लिए हम उसकी सहायता माँगे।
1- कलीसिया के गड़ेरिए अपने को – ईशराज्य के उत्साही और ईमानदार संदेशवाहक प्रकट करें।
सब -
2- ख्रीस्त के नाम पर अत्याचार सहनेवाले सब विश्वासी, - अपनी सहनशीलता और धीरज के द्वारा ख्रीस्तीय विश्वास का दृढ़ साक्ष्य देते रहें।
3- सब विश्वासी, अपने अपराधों से मुक्त होकर, - ईश्वर के सुयोग्य संदेशवाहक बनें।
4- हमारे हृदय में ईश्वर की कृपा तथा शक्ति बढ़े कि हम उसका राज्य समस्त संसार में स्थापित करें – और उसे स्थिर बनाए रखें।
5- जो विश्वासी इस पावन यूखारिस्तीय समारोह में भाग ले रहे हैं, - वे ख्रीस्त के सुयोग्य संदेशवाहक बनें।
पु. - हे प्रभु ! हमारे कार्य तुझ से प्रेरित होकर तेरी सहायता से आगे बढ़ें, जिससे हमारी सब प्रार्थनाएँ और कार्य सदा तुझ से आरम्भ हों और तेरे द्वारा समाप्ति तक पहुँच सकें, - हमारे प्रभु ख्रीस्त के द्वारा।
सब - आमेन
पु. - प्यारे भाई-बहनो, हम सर्वशक्तिमान ईश्वर से विनती करें कि वह संसार को सब भ्रांतियों से मुक्त करे – और हमें सुख-शांति प्रदान करे।
1- हे ईश्वर, - तू कृपापूर्वक संत पिता और कलीसिया के सब अधिकारियों को उनकी पवित्र बुलाहट में सुरक्षित रखे।
सब -
2- तू कृपापूर्वक भटके हुओं को – कलीसिया की एकता में बुला ले – और सब अविश्वासियों को – सुसमाचार की ज्योति प्रदान करें।
3- तू कृपापूर्वक जमीन को पैदावर प्रदान करें और सुरक्षित रखे।
4- तू कृपापूर्वक हमें और हमारे भाई-बंधुओं – तथा उपकारकों को नरक से बचाए।
5- तू कृपापूर्वक हमारे मन में स्वर्गिक अभिलाषाएँ उत्पन्न करे।
पु. - हे प्रभु ! हमारे कार्य तुझ से प्रेरित होकर तेरी सहायता से आगे बढ़ें, जिससे हमारी सब प्रार्थनाएँ और कार्य सदा तुझ से आरम्भ हों और तेरे द्वारा स्माप्ति तक पहुँच सकें, - हमारे प्रभु ख्रीस्त के द्वारा।
सब - आमेन
पु. - प्यारे भाई-बहनो, हम पिता परमेश्वर से विनती करें – कि वह समस्त पृथ्वी पर – हमें शांति और एकता प्रदान करने की कृपा करे।
1- हे ईश्वर, तू अपनी पवित्र कलीसिया पर शासन करे – और उसे सुरक्षित रखें।
सब -
2- तू कृपापूर्वक सब ख्रीस्तीय तथा ईमानदार नेताओं को – शांति, मेल तथा सच्चा सहयोग प्रदान करे।
3- तू कृपापूर्वक सब ख्रीस्तीयों को – शांति और एकता प्रदान करे।
4- तू कृपापूर्वक सब मृत विश्वासियों को – अनंत शांति प्रदान करे।
5- तू कृपापूर्वक हम लोगों को – अपनी सेवा में स्थिर और सुरक्षित रखे।
पु. - हे ईश्वर ! तेरी कृपा से हम पवित्र इच्छा, अच्छे संकल्प और पुण्य कार्य कर सकते हैं। अपने भक्तों को वह शांति प्रदान कर जिसे संसार नहीं दे सकता; उसे प्राप्त कर हम सारे हृदय से तेरी आज्ञाएँ पूरी करते रहें – और शत्रुओं के भय से मुक्त होकर तेरी रक्षा में शांतिपूर्वक जीवन बिता सकें, समारे प्रभु ख्रीस्त के द्वारा।
सब - आमेन।
पु. - प्यारे भाई-बहनो, हम सर्वशक्तिमान ईश्वर से प्रार्थना करें कि वह संसार के समस्त परिवारों को अपने कृपादानों से भर दे और उन में एकता और शांति बनाए रखे। हम भी परस्पर प्रेम और सहयोग द्वारा स्वर्ग की ओर बढ़ें।
1- संत पिता .... अपने व्यक्तिगत उदाहरण और शिक्षा से मानव जाति की एकता बनाए रखें।
सब - हे पिता, हमारी प्रार्थना सुन।
2- सब लोग यह समझें कि मानव जाति एक परिवार है और सब लोग एक ही लक्ष्य के लिए बुलाए गए हैं, कि यहाँ शांतिपूर्वक जीवन बिता कर हम स्वर्ग पहुँच सकें।
3- हमारे धर्माध्यक्ष और कलीसिया के सब धर्माध्यक्ष अपनी शिक्षा से सब परिवारों को सच्चे जीवन का मार्गदर्शन करें।
4- सब लोग यह समझें कि विवाह एक पवित्र संस्कार है, अत: उसे उचित रीति से स्वीकार करें और उस में की गयी प्रतिज्ञाओं के अनुसार जीवन भर सुदृढ़ बने रहें।
5- यहाँ उपस्थित सब लोग विवाहित लोगों के लिए प्रार्थना करें कि वे अपने जीवन को सच्चे प्रेम से बिताने के लिए शक्ति और आशीर्वाद प्राप्त कर सकें।
पु. - हे सर्वशक्तिमान पिता, यहाँ उपस्थित हम सब की प्रार्थनाएँ सुन। सब परिवारों को अपने कृपादानों से भर दे कि वे यहाँ शांतिपूर्वक जीवन बिताकर स्वर्ग के बृहत परिवार में शामिल हों। ऐसी कृपा कर अपने पुत्र येसु ख्रीस्त के द्वारा।
सब - आमेन।
पु. - प्यारे भाई-बहनो, सर्वशक्तिमान पिता ईश्वर ने हमें इस वेदी के पास बुलाया है। उस से हम निवेदन करें कि जो शिक्षा हमने ग्रहण की है उसके अनुसार अपने जीवन मंश आचरण करें और स्वर्ग पहुँच सकें जहाँ हमारा वास्तविक निवास है।
1- सारे जगत में फैली कलीसिया के लिए, हमारे संत पिता ..... के लिए हम प्रार्थना करें कि वे इस संसार में प्रभु ख्रीस्त की शिक्षा का साक्ष्य दें।
सब -
2- हमारे धर्माध्यक्ष और पुरोहित भी ख्रीस्त की शिक्षा में अटल बने रहें, उसे संपूर्ण रूप से समझे और वही शिक्षा प्रेम से सब विश्वासियों को दें।
3- यहाँ उपस्थित हर एक विश्वासी अपने अच्छे आचरण द्वारा ख्रीस्तीय आदर्श प्रस्तुत करे और मन-वचन-कर्म से कभी किसी को ठोकर न दे।
4- हम ख्रीस्तीय दया और सहानुभूति के द्वारा दु:खियों को दिलासा तथा पीड़ितों को ढाढ़स दे सकें।
5- धनी लोग अपनी धन-संपत्ति का सदुपयोग करें, हमारा सामाजिक जीवन ख्रीस्तीय सिध्दान्तों पर आधारित हो, मजदूरों को उचित वेतन मिले, तथा हम सब एक परिवार बनकर अपने वास्तविक देश अर्थात स्वर्ग की ओर अग्रसर होते रहें।
पु. - हे सर्वशक्तिमान ईश्वर, हमें यह कृपा प्रदान कर, कि हम योग्य रीति से ख्रीस्तयाग का उत्सव मनाएँ, उस में दी गयी शिक्षा को ग्रहण करें और उस शिक्षा के अनुसार जीवन बिताएँ जिससे हम अपने दैनिक जीवन में सच्चा ख्रीस्तीय प्रेम प्रकट कर सकें, हमारे प्रभु ख्रीस्त के द्वारा।
सब - आमेन।
पु. - प्यारे भाई-बहनो, येसु ख्रीस्त मृतकों में से जी उठे हैं। प्रत्येक रविवार हम यह पास्का सानन्द मनाते हैं। अत: हम कृतज्ञता के साथ ईश्वर से प्रार्थना करें।
1- सारे जगत में फैली कलीसिया के चरवाहे संत पिता, धर्माध्यक्ष और पुरोहितगण अपनी भेड़ों के लिए अपना जीवन संपूर्ण रूप से समर्पित करें, और ईश-प्रजा की आत्मिक भलाई के लिए लगन से काम करें।
सब - हे पिता, हमारी प्रार्थना सुन।
2- ईश्वर राष्ट्र के नेताओं, अध्यक्षों और सरकारी कर्मचारियों में सेवा-भाव भर दे कि वे जनता की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए ईमानदारी से कार्य करें।
3- जो लोग शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक कष्ट से फीड़ित हैं, वे उसे सहने की शक्ति प्राप्त करें और दु:ख का महत्व समझें। वे यह भी समझ सकें कि वे प्रभु ख्रीस्त के साथ सारी दुनिया के पापों का प्रायश्चित्त करते हैं।
4- सब लोग ईश्वर के दर्शन की इच्छा रखें और उसके लिए अपने को तैयार करें।
पु. - हे प्रभु। हमें पास्का रहस्य के कृपादानों से भर दे। यह स्वर्गिक भोजन उचित रीति से ग्रहण करने के लिए हमें शुध्द कर, कि हम पुनर्जीवित ख्रीस्त के साथ एक नया जीवन पथ अपना सकें उन्हीं प्रभु ख्रीस्त के द्वारा।
सब - आमेन।
पु. - हे सर्वशक्तिमान पिता ईश्वर, प्रभु येसु ने सिखाया है कि हम इस प्रकार प्रार्थना करें – हमारे अपराध क्षमा कर, जैसे हम भी अपने अपराधियों को क्षमा करते हैं।“ इसी शिक्षा के अनुसार हम अपने और दूसरों के पापों के लिए क्षमा माँगें।
1- हमारे संत पिता संसार भर के लोगों को परस्पर क्षमा और सहयोग के पाठ एवं उदाहरण द्वारा शिक्षा दें।
सब - हे पिता, हमारी प्रार्थना सुन।
2- ख्रीस्त की शांति के प्रभाव से राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय झगड़े एवं बैर दूर हों।
3- इस कलीसिया के सब परिवार ईश्वर की इच्छा के अनुसार मेल-मिलाप और शांति में गीवन बिताएँ।
4- यहाँ उपस्थित सब लोगों के मन और हृदय में दया-भाव उमड़ पड़े।
5- हम उनके लिए भी प्रार्थना करें जो (अनजाने में) लूट-पाट करते हैं आथवा दूसरों को कष्ट पहुँचाते हैं।
पु. - हे सर्वशक्तिमान ईश्वर, यहाँ उपस्थित विश्वासियों की प्रार्थनाएँ कृपापूर्वक सुन। हमारे हृदय एवं मन को दया और प्रेम से भर दे। सब को दूसरों के अपराध क्षमा करने का पाठ पढ़ा। हम यह प्रार्थना करते हैं हमारे प्रभु येसु ख्रीस्त के द्वारा।
सब - अमेन।
पु. - प्यारे भाई-बहनो, हम अपने प्रभु और मुक्तिदाता की प्रतीक्षा कर रहे हैं। परम दयालु ईश्वर से हम प्रार्थना करें – कि ख्रीस्त के पावन आगमन द्वारा – हृदय के दीन सुसमाचार की कृपा ग्रहण करें, - और दया व मुक्ति प्राप्त करें।
1- प्रभु येसु अपने आगमन द्वारा – कलीसिया को अधिक पवित्र करें – और उसे अपने आनन्द से भर दें।
सब - हे पिता, हमारी प्रार्थना सुन।
2- प्रभु येसु, हमारे संत पिता ..., - हमारे धर्माध्यक्ष ... और अन्य धर्माधक्षों, - पुरोहितों और सब विश्वासियों को – अपने आगमन के आनन्द से भर दें।
3- सभी भारतवासी प्रभु येसु को अपना स्वामी और मुक्तिदाता मानें।
4- सभी मनुष्य, शारीरिक और आध्यात्मिक पीड़ाओं से मुक्त होकर, प्रभु येसु की शिक्षा और प्रेम से परिपूर्ण हो जाएँ।
5- आगमन काल हम सब के लिए – प्रार्थना और त्याग – तथा परस्पर प्रेम का पुण्य काल बन जाए।
पु. - हे ईश्वर, हम पर यह अनुग्रह कर कि इस नश्वर संसार में तेरे पुत्र येसु ख्रीस्त के आगमन द्वारा, हम अंधकार के कर्म त्यागकर, ज्योति के शस्त्र धारण करें, तथा अंतिम दिन में, जब वे हमारा न्याय करने लौटेंगे, हम उनके साथ अविनाशी जीवन के लिए जी उठें। हम यह विनती करते हैं उन्हीं हमारे प्रभु ख्रीस्त के द्वारा।
सब - आमेन।
पु. - प्यारे भाई-बहनो, बेथलेहेम के बालक येसु के द्वारा पिता ईश्वर ने – हम पर अपनी कृपालुता और करुणा प्रकट की है; - आज यही प्रभु येसु हमारी दीन प्रार्थना – अपने पिता के सम्मुख अर्पित करें।
1- प्रभु येसु इस शुभावसर पर – अपनी कलीसिया को मुक्ति की अपार कृपा प्रदान करें।
सब - हे पिता, हमारी प्रार्थना सुन।
2- हमारे संत पिता ..., - हमारे धर्माध्यक्ष और पुरोहितगण, - तथा सब विश्वासी, - ज्ञान और उत्साह से परिपूर्ण होकर, - मुक्ति का संदेश सब को सुनाएँ।
3- सब राष्ट्र प्रभु येसु की ज्योति और कृपा स्वीकार करें, - और हमारे नेता न्याय और शांति के मार्ग पर चलें।
4- ख्रीस्त-जयंती की कृपा से – रोगियों को दिलासा, - गरीबों को सहायता – और पापियों को पश्चात्ताप का वरदान मिले।
5- युवक-युवतियाँ प्रभु येसु के समान विनीत और आज्ञाकारी बनें – और हर परिवार में ख्रीस्त की शांति बनी रहे।
पु. - हे पिता ईश्वर, - हम आनन्दपूर्वक तेरे पुत्र की जयंती मना रहे हैं। इस जीवन में हम इन्हीं प्रभु का अनुकरण कर एक दिन इनकी महिमा के सहभागी बनें। यह वर दे इन्हीं हमारे प्रभु ख्रीस्त के द्वारा।
सब - आमेन।
पु. - प्यारे भाई-बहनो, तपस्या करने का समय आ गया है। हम पिता ईश्वर से विनय करें – कि वह इस पुण्य कार्य में हमारी सहायता करे।
1- प्रभु के प्रतिनिधि, संत पिता ..., - हमारे धर्माध्यक्ष ..., पुरोहित और धर्मसमाजी – तथा ईश्वर की सारी प्रजा, - ख्रीस्त के उदाहरण के अनुसार, - तपस्या का समय पवित्रतापूर्वक बिता सके।
सब - हे पिता, हमारी प्रार्थना सुन।
2- प्रत्येक व्यक्ति अपने को पापी स्वीकार करे – तथा ईश्वर से दया और क्षमा की याचना करे।
3- आध्यात्मिक और शारीरिक कष्ट झेलनेवाले – अपने तथा दूसरों के पापों के प्रायश्चित्त में – अपना दुख स्वीकार करें।
4- जो लोग पाप में पड़े हैं, - वे सच्चा पछतावा करके – अपने स्वर्गिक पिता के पास जल्द लौटें।
5- अधिक से अधिक ख्रीस्तीय जन अपनी बुलाहट पहचानें – और यथाशक्ति कलीसिया की सेवा में लगे रहें।
पु. - हे ईश्वर, तू हर मनुष्य की प्रार्थना सुनने को सदा तत्पर रहता है; हमारा निवेदन भी ध्यानपूर्वक सुन और तपस्या तथा प्रायश्चित्त की इस पुण्य अवधि में हमारी सहायता कर, - हमारे प्रभु ख्रीस्त के द्वारा।
सब - आमेन।
पु. - प्यारे भाई-बहनो, यह चालीसे का पुण्य समय है। इस में हम येसु ख्रीस्त की मृत्यु और पुनरुत्थान की स्मृति मनाने की तैयारी करते हैं। इसलिए हम परम दयालु पिता से निवेदन करें।
1- कलीसिया अपने प्रभु येसु के समान चालीस दिनों तक – प्रार्थना और तपस्या करती रहे।
सब - हे पिता, हमारी प्रार्थना सुन।
2- हमारे संत पिता ..., हमारे धर्माध्यक्ष ... , पुरोहित और धर्म-समाजी – अपने नि:स्वार्थ जीवन द्वारा सभी विश्वासियों को प्रेरित करें।
3- भारत के सभी ख्रीस्त-भक्त सांसारिक प्रलोभनों का सामना कर सकें – और सच्चे प्रेम का आदर्श बनें।
4- जो लोग अन्याय और विभिन्न कठिनाइयाँ सहते हैं, वे धैर्यवान बनें, - तथा दु:ख और कष्ट देनेवालों को – अपने प्रभु येसु के समान – क्षमा कर सकें।
5- जो मंडली इस वेदी के चारों और एकत्र है, - वह त्याग करने में हिम्मत न हारे, - प्रार्थना में दृढ़ बनी रहे – और अपने पडोसी की भलाई करने में उदार हो।
पु. - हे ईश्वर, अपने विश्वासियों की याचनाएँ सुन। तू अपनी अपार शक्ति के द्वारा हमें सब बुराई से बचा, कि हम तेरे पुत्र येसु ख्रीस्त के विश्वस्त अनुयायी बन सकें, उन्हीं हमारे प्रभु ख्रीस्त के द्वारा।
सब - आमेन।
पु. - प्यारे भाई-बहनो, यह दुखभोग का समय है। पिता ईश्वर से हम निवेदन करें – कि सभी मनुष्य येसु ख्रीस्त के दुखभोग और मृत्यु द्वारा मुक्ति पा सकें।
1- जिन्होंने बपतिस्मा ग्रहण किया है, - वे पाप से सदा दूर रहें – तथा अपने पवित्र जीवन से यह प्रकट करें – कि क्रूस से ही मुक्ति प्राप्त होती है।
सब - हे पिता, हमारी प्रार्थना सुन।
2- ख्रीस्त के दुख और मृत्यु पर मनन-ध्यान करके – हम अपने और सब मनुष्यों के लिए पुण्य कमा सकें।
3- हमें अपने जीवन का भार उठाने का साहस मिले; अपने प्रतिदिन के कार्यों में, - चाहे घर अथवा खेत में, - कारखाने अथवा दफ़्तर में, - हम क्रूसित प्रभु येसु का अनुकरण कर सकें।
4- हम ख्रीस्तीय दया और सहानुभूति के द्वारा – दुखियों को दिलासा – तथा पीड़ितों को ढाढ़स दे सकें।
5- हम मृत्यु की घड़ी क्रूस पर दृष्टि डालें – कि हमें सुखद मरण की कृपा मिले।
पु. - हे ईश्वर, हमारा निवेदन ग्रहण कर जिसे हम तेरे एकलौते पुत्र येसु ख्रीस्त के पुण्यफलों के द्वारा तुझे अर्पित करते हैं। हम उन्हीं के साथ अनन्त जीवन में प्रवेश पा सकें। ऐसा वर दे उन्हीं हमारे प्रभु येसु ख्रीस्त के द्वारा।
सब - आमेन।
पु. - प्यारे भाई-बहनो, येसु ख्रीस्त मृतकों में से जी उठे हैं – (और स्वर्ग पर चढ़े हैं)। यह आनन्द का समय है, - जिसे प्रभु ने रचा है। इसलिए हम कृतज्ञता के साथ ईश्वर से प्रार्थना करें।
1- प्रभु ख्रीस्त ने क्रूस की पीड़ा और अपमान को – सब की मुक्ति एवं विजय में बदल दिया; - उन्हीं को सब कोई मानें – तथा उनकी आराधना करें।
सब - हे पिता, हमारी प्रार्थना सुन।
2- सभी राष्ट्र और उनके नेता – मित्र-भाव और सहयोग से रहना सीखें।
3- पास्का का दिव्य प्रकाश – हमारे सभी ख्रीस्तीय भाई-बहनों पर चमके – और प्रभु के आनन्द और शांति से – उनका हृदय भर दे।
4- जो ख्रीस्तीय धर्म के नाते – दुख सहते और मर जाते हैं, - उन्हें पुनर्जीवित मुक्तिदाता मन का साहस – और अनन्त जीवन की आशा प्रदान करें।
5- जो विश्वासी इस वेदी से – ख्रीस्त का शरीर और रक्त ग्रहण करने वाले हैं, - वे प्रभु के प्रतापी पुनरुत्थान के सहभागी बन जाएँ।
पु. - हे प्रभु, हमें पास्का के कृपादानों से भर दे। यह स्वर्गिक भोजन उचित रीति से ग्रहण करने के लिए हमें शुध्द कर, कि हम पुनर्जीवित ख्रीस्त के साथ एक नया जीवन-पथ अपना सकें; - उन्हीं प्रभु ख्रीस्त के द्वारा।
सब - आमेन। अल्लेलूया।
पु. - प्यारे भाई-बहनो, वही पवित्र आत्मा, - जिसने प्रथम पेन्तेकोस्त के दिन – प्रेरितों को प्रकाश और बल प्रदान किया था, - आज भी कलीसिया में कार्यशील है। हम पिता ईश्वर से विनती करें – कि वह हमारे हृदय को – पवित्र आत्मा के वरदानों से भर दे।
1- पवित्र आत्मा कलीसिया को – हर तरह के पाखण्ड से बचाए रखे।
सब - हे पिता, हमारी प्रार्थना सुन।
2- पवित्र आत्मा हमारे संत पिता .., - हमारे धर्माध्यक्ष ... और सभी विश्वासियों को – परामर्श तथा प्रकाश प्रदान करे।
3- पवित्र आत्मा राष्ट्रों के नेताओं का मार्ग-दर्शन करे – और हर नागरिक को – प्रेम तथा सेवा-भाव से भर दे।
4- पवित्र आत्मा हर विश्वासी को – प्रेरितिक साहस प्रदान करे – कि वह ख्रीस्त का साक्ष्य दे सके।
5- पवित्र आत्मा यहाँ एकत्र मंडली को – प्रबल और प्रौढ़ ख्रीस्तीय बनाए।
पु. - हे पिता ईश्वर, तूने अपने प्रिय पुत्र की कलीसिया में पवित्र आत्मा को भेजा, कि वह इन्हीं प्रभु येसु के कार्य पूरा करता रहे। उस आत्मा के प्रभाव से हमारा जीवन पवित्र और सुदृढ़ बनता जाए, जिस से हम ख्रीस्त के नाम पर अपने पड़ोसी से सच्चा प्रेम कर सकें। ऐसी कृपा कर उन्हीं हमारे प्रभु ख्रीस्त के द्वारा।
सब - आमेन।
पु. - प्यारे भाई-बहनो, हम प्रार्थना करें – कि ईश्वर की आशिष कलीसिया और समस्त संसार पर उतरे, - विशेष कर इस भाई-बहन (भाई-बहनो) पर, - जो पवित्र विवाह-संस्कार ग्रहण कर रहे हैं।
1- प्रभु ख्रीस्त के विश्वासी – प्रतिदिन प्रेम और पवित्रता में उन्नति करें।
सब - हे पिता, हमारी प्रार्थना सुन।
2- प्रभु येसु इन नव-विवाहितों को – काना के दम्पती की तरह आशिष दें, - तथा शुध्द और उदार प्रेम में – इनके हृदयों को एक बना दें।
3- ये नव-विवाहित अपनी सन्तान में - ईश्वर की आशिष का अनुभव करें, - तथा पारस्परिक सेवा द्वारा – एक दूसरे की भलाई खोजें।
4- ख्रीस्त की शांति और सहनशीलता – इनके हृदय और परिवार में निरन्तर बनी रहे।
5- सब ख्रीस्तीय परिवार – विश्वास, प्रार्थना तथा त्यागपूर्ण प्रेम से – अच्छा उदाहरण प्रस्तुत करें।
पु. - हे सर्वशक्तिमान ईश्वर, इन नव-विवाहितों पर दयादृष्टि डाल। ये तेरी सहायता पर विश्वास कर पवित्र विवाह द्वारा एक हो गए हैं। इन्हें अपनी कृपा से सँभाल कि ये प्रेम में बढ़ें तथा दोनों मिलकर इस जीवन के कष्टों और संकटों का सामना कर सकें – हमारे प्रभु ख्रीस्त के द्वारा।
सब - आमेन।
पु. - प्यारे भाई-बहनो, आज हमारे भाई-बहन (बहनों) ने – पवित्र विवाह संस्कार ग्रहण किया है। हम इनकी भालाई – और कलीसिया की आवश्यकताओं के लिए भी प्रार्थना करें।
1- विवाहित विश्वासी लोग – इस पुण्य संस्कार के कृपादानों का सदुपयोग करें।
सब - हे पिता, हमारी प्रार्थना सुन।
2- विपत्ति और समुध्दि दोनों में, इनका पारस्परिक प्रेम स्थिर रहे।
3- इनका परिवार – धीरज और उदारता, - शांति और करुणा, - तथा हर सद्गुपण का केन्द्र बने।
4- ये तेरे नियमों के पालन में – एक दूसरे की सहायता करें।
5- ये संसार के सम्मुख – पवित्र और शुध्द विवाह का आदर्श प्रस्तुत कर सकें।
पु. - हे प्रभु, सदा कुँवारी मरियम का निवेदन सुनकर, इन नव-विवाहितों से हर प्रकार की विपत्ति दूर कर; और जो लोग दीनतापूर्वक तुझ से विनती करते हैं उन्हें तू बैरियों के फंदों से बचा, - हमारे प्रभु ख्रीस्त के द्वारा।
सब - आमेन।
पु. - प्यारे भाई-बहनो, पिता ईश्वर से हम प्रार्थना करें। जिस प्रकार उसने अपने पुत्र हमारे प्रभु येसु को – मृतकों में से जिलाया, - उसी प्रकार वह सब मृत विश्वासियों को भी अनन्त जीवन प्रदान करे।
1- मृत पुतोहित और धर्मसंघी, - तथा इस लोक से गुजरे हुए सब विश्वासी – अनन्त विश्राम प्राप्त कर सकें।
सब - हे पिता, हमारी प्रार्थना सुन।
2- हमारे भाई (हमारी बहन) ...... , जिन्होंने बपतिस्मा द्वारा – ईश्वरीय जीवन की धरोहर प्राप्त की थी, - अनन्त शांति में निवास करें।
3- जो लोग ख्रीस्त के पुनरुत्थान में – सहभागी होने की दृढ़ आशा करते हैं, - वे उन्हीं प्रभु की ज्योति में प्रवेश कर सान्त्वना पा सकें।
4- हमारे उन भाई-बहनो पर, जो आज मरने पर हैं, - ईश्वर अपनी दया प्रकट करे – और उन्हें अनन्त जीवन की दृढ़ आशा प्रदान करे।
पु. - हे ईश्वर, अपने दीन सेवक-सेविकाओं की विनय सुन ले। हमारे मृत बन्धुओं के पाप-दंड क्षमा कर, कि वे मुक्ति का आनन्द निरन्तर भोग सकें, - हमारे प्रभु ख्रीस्त के द्वारा।
सब - आमेन।
जिन्होंने हाल ही में बपतिस्मा ग्रहण किया है, - (नाम.....) वे कलीसिया के ईमानदार सेवक बने रहें – और अपने विश्वास का साक्ष्य साहस पूर्वक देते रहें।
जिन्होंने आज दृढ़ीकरण संस्कार ग्रहण किया है, - (नाम .....) उन पर पवित्र आत्मा प्रचुर मात्रा में – ज्ञान और साहस के वरदान बरसा दे।
हमारी पल्ली, स्कूल और परिवारों में से – युवक-युवतियाँ प्रभु की पुकार सुनें – और कलीसिया की सेवा के लिए - अपने आप को सहर्ष अर्पित करें।
ईश्वर हमारी पल्ली के नव-विवाहितों (नाम ...) को आशिष दे – कि विपत्ति और समृध्दि दोनों में – उनका पारस्परिक प्रेम स्थिर रहे।
ईश्वर हमारी दीक्षार्थियों का विश्वास और विवेक बढ़ाए – कि वे जल्द ही उसकी पवित्र प्रजा में – सम्मिलित होने के योग्य बन जाएँ।
बीते सप्ताह में हमारी पल्ली के – जो भाई-बहन (नाम ....) परलोक सिधारे / सिधारी हैं, - उन्हें ईश्वर अनन्त जीवन का पुरस्कार प्रदान करे।
-प्रभु ईश्वर सब राष्ट्रों के बीच – सुसमाचार के प्रचारकों को भेज दे।
सभी ख्रीस्तीयों के बीच एकता हो : - वे ईश्वर के इच्छानुसार अपने मतभेद त्याग कर – कलीसिया के गडेरिये से संयुक्त हो जाएँ।
इस पल्ली के सब परिवार – पिता ईश्वर के इच्छानुसार – मेल-मिलाप में सदा बने रहें।
-पवित्र आत्मा इस पल्ली (या: स्कूल) के विद्यार्थियों को परिश्रमी और ईमानदार बनाए।
ख्रीस्त की शांति के प्रभाव से – राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय झगड़े मिट जाए~।
ईश्वर हम सब को आकाल की पीड़ा से बचाए रखे। वह श्रमिकों को अच्छा वेतन पाने का अवसर दे – कि वे अपने परिवार के दैनिक भोजन का उचित प्रबन्ध कर सकें।
ईश्वर हमें इस वर्ष भरपूर फसल दे – और उपज को विनाशक जीवों तथा बाढ़ या सूखे से – सुरक्षित रखे।
इस ऋतु में ईश्वर पर्याप्त वर्षा भेजे, - तथा खेतों को हरा-भरा बनाए – कि उन में अच्छी पैदावर हो सके।
जिस प्रकार प्रभु ने गलीली सागर पर – आँधी को शान्त किया था, - उसी प्रकार वह हमें अच्छा मौसम प्रदान करे।
-ईश्वर हमारे गाँवों, और घरों को – हर प्रकार के रोग [अर्थात् चेचक, क्षय-रोग, मलेरिया, महामारी, हैज़ा, अन्त्र-ज्वर (मोती-झिरा) बुखार ...] से बचाए।
ईश्वर हमारे घरेलू पशुओं (गाय-बैलों) की रक्षा करे, - तथा हमारी पशु-शालाओं को – महामारी और सब प्रकार के रोगों से बचाए रखे।