यूखरिस्तीय प्रार्थना - 3

(अनुष्ठाता पुरोहित अपने हाथों को फैलाए हुए बोलते हैं :)

पु० : हे प्रभु, तू वास्तव में पवित्र है। यह उचित है कि तेरी सारी सृष्टि तेरा गुणगान करे, क्योंकि तू अपने पुत्र हमारे प्रभु येसु खीस्त के द्वारा और पवित्र आत्मा की शक्ति से सभी प्राणियों को जीवन तथा पवित्रता प्रदान करता है। तू सब युगों में अपनी प्रजा एकत्र करता है, कि दसों दिशाओं में दिन-रात तुझे निर्मल बलि चढ़ती रहे।

(वे करबद्ध होते हैं; पुन: अपने हाथों को भेंट के ऊपर फैलाते हुए बोलते हैं :)

पु.पु० : इसलिए, हे प्रभु, हम तुझसे विनम्र निवेदन करते हैं ; हमारे इन उपहारों को पवित्र आत्मा की शक्ति से कृपापूर्वक पवित्र कर दे

(वे करबद्ध होते हैं और रोटी तथा कटोरे पर एक साथ एक बार क्रूस का चिह्न बनाते हुए बोलते हैं :

कि ये तेरे पुत्र हमारे प्रभु येसु ख्ीस्त के शरीर तथा + रक्त बन जाएँ।

(वे करबद्ध होते हैं।)

उन्हीं की आज्ञा से हम यूखरिस्त का यह समारोह मना रहे हैं।

(निम्नलिखित प्रार्थनाओं में प्रभु के शब्दों का स्पष्ट और अक्षरश: उच्चारण किया जाना चाहिए, क्योंकि यह इन शब्दों की प्रकृति द्वारा अपेक्षित है।)

जिस रात को येसु मृत्यु के लिए सौंपे गये,

(वे रोटी लेते हैं और उसे वेदी के थोड़ा-सा ऊपर उठाकर जारी रखते हैं : )

उन्होंने रोटी ली, तुझे धन्यवाद दिया और रोटी तोड़कर उसे अपने शिष्यों को देते हुए कहा :

(वे थोड़ा नतमस्तक होते हैं।)

तुम सब इसे लो और इसमें से खाओ, क्योंकि यह मेरा शरीर है, जो तुम्हारे लिए बलि चढ़ाया जाएगा।

(वे लोगों को प्रतिष्ठित होस्तिया दिखाते हैं, और उसे पुनः थालिका में रखकर आराधना में नतजानु होते हैं। तब वे जारी रखते हैं : )

इसी भाँति, भोजन के बाद

(वे कटोरा लेते हैं, और उसे वेदी के थोड़ा-सा ऊपर उठाकर जारी रखते हैं :)

उन्होंने कटोरा लिया, तुझे धन्यवाद दिया और उसे अपने शिष्यों को देते हुए कहा :

(वे थोड़ा नतमस्तक होते हैं।).

तुम सब इसे लो और इसमें से पिओ, क्योंकि यह मेरे रक्त का कटोरा है, नवीन और अनंत व्यवस्थान का रक्त, जो तुम्हारे और बहुतों के पापों की क्षमा के लिए बहाया जाएगा। तुम मेरी स्मृति में यह करो।

(वे लोगों को कटोरा दिखाते हैं; और उसे पुनः दिव्यान्नपट पर रखकर आराधना में नतजानु होते हैं। तब वे बोलते हैं)

पु० : विश्वास का रहस्य।

सब: हे प्रभु, हम तेरी मृत्यु और पुनरुत्थान की घोषणा तेरे पुनरागमन तक करते रहेंगे।

अथवा

हे प्रभु, जब हम यह रोटी खाते और यह कटोरा पीते हैं, तेरे पुनगगमन तक तेरी मृत्यु की घोषणा करते हैं।

अथवा

हे विश्व के उद्धारकर्त्ता, हमारा उद्धार कर। तूने अपने क्रूस तथा पुनरुत्थान द्वारा हमें मुक्त किया है।

(तब पुरोहित अपने हाथों को फैलाए हुए बोलते हैं :)

पु.पु० : इसलिए, हे प्रभु, हम तेरे पुत्र के मुक्तिप्रद दुखःभोग, प्रतापमय पुनरुत्थान और स्वर्गारोहण का स्मरण करते हैं, तथा उनके पुनरागमन की बाट जोहते हुए धन्यवाद स्वरूप तुझे यह जीवंत और पवित्र बलि चढ़ाते हैं। अपनी कलीसिया की भेंट पर कृपादृष्टि डाल और यह बलिदान स्वीकार कर, जिसके अर्पण से प्रसन्न होकर तूने हमें अपना बना लिया है। तेरे पुत्र के शरीर तथा रक्त से हमारा परिषोषण होता है; ऐसा वर दे कि उनके पवित्र आत्मा से परिपूर्ण होकर हम ख्रीस्त में एक शरीर तथा एक मन हो जाएँ।

पु०1 : वही पवित्र आत्मा हमको अनंत उपहार स्वरूप तुझे चढ़ाये और ईश्वर की माता परम धन्य कुँवारी मरियम, उनके वर धन्य योसेफ, तेरे धन्य प्रेरितों, प्रतापी शहीदों, ((संत ... दिन-विशेष के संत या संरक्षक संत का नाम)) और सब संतों के साथ हमें भी उनके स्वर्गिक आनंद का सहभागी बनाये। हमें इनकी सतत् प्रार्थनाओं का अटल भरोसा है।

पु०2 : हे प्रभु, तुझसे निवेदन है : हमारे पुनर्मिलन की यह बलि समस्त संसार में शांति तथा कल्याण की वृद्धि करे। अपने सेवक संत पिता (नाम), हमारे धर्माध्यक्ष (नाम) सभी धर्माध्यक्षों, सभी याजकों तथा इस पृथ्वी पर समस्त यात्री कलीसिया को विश्वास तथा प्रेम में दृढ़ रखने की कृपा कर।

पु०3 : हे दयालु पिता, तेरी सेवा में उपस्थित अपनी प्रजा की याचनाएँ कृपापूर्वक स्वीकार कर; : दया से द्रवित होकर तू अपने सभी पुत्र-पुत्रियों को, वे जहाँ कहीं भी हों, अपने साथ एक बना ले।

In Masses for the Dead, go to special prayers

पु० :: हमारे मृत भाई-बहनों को अपने राज्य में प्रवेश पाने दे; और उन सबको भी, जो तेरी सेवा करते हुए परलोक सिधार चुके हैं। हमलोग भी वहीं पहुँचने की आशा करते हैं, ताकि हम सब एक साथ तेरी महिमा के दर्शन से अनंत काल तक तृष्त होते रहें

(वे करबद्ध होते हैं।)

हमारे प्रभु खीस्त के द्वारा, जिनसे संसार को सभी शुभ दान प्राप्त होते हैं।

(वे कटोरे, और थालिका में होस्तिया लेते हैं और दोनों को ऊपर उठाते हुए बोलते हैं :

पु.पु० : इन्हीं प्रभु खीस्त के द्वारा, इन्हीं के साथ और इन्हीं में, हे सर्वशक्तिमान पिता ईश्वर, पवित्र आत्मा के साथ सारा गौरव तथा सम्मान युगानुयुग तेरा ही है।

सब: आमेन।

Go to Communion Rite (परम प्रसाद की विधि)


(यदि इस यूखरिस्तीय प्रार्थना का उपयोग मृतकों के लिए मिस्सा में किया जाना हो, तो निम्नलिखित प्रार्थना बोली जा सकती है : )

पु० : अपने सेवक (अपनी सेविका) (नाम) की सुधि ले, जिनको तूने (आज) इस लोक से अपने यहाँ बुला लिया है। इन्हें यह वर दे कि जैसे ये बपतिस्मा में तेरे पुत्र की मृत्यु के (की) सहभागी हुए थे (हुई थीं ), वैसे ही उनके पुनरुत्थान का भी सौभाग्य प्राप्त करें। उस दिन प्रभु येसु हमारे मृत शरीर को फिर से जीवित करेंगे और हमारे नश्वर शरीर को अपने तेजोमय शरीर के अनुरूप बना देंगे। हमारे मृत भाई-बहनों को, और उन सबको भी, जो तेरे प्रति विश्वस्त बने रहे, दयापूर्वक अपने राज्य में प्रवेश पाने दे। हमलोग भी वहीं पहुँचने की आशा करते हैं, वहाँ हम सब एक साथ तेरी महिमा के दर्शन से अनंत काल तक तृप्त होते रहेंगे। उस समय, हे हमारे ईश्वर, तू हमारे सब आँसू पोंछ देगा, क्योंकि हम तेरा यथार्थ दर्शन करेंगे, और तेरे अनुरूप बनकर अनंत काल तक तेरी स्तुति करते रहेंगे,

(वे करबद्ध होते हैं।)

हमारे प्रभु खीस्त के द्वारा, जिनसे संसार को सभी शुभ दान प्राप्त होते हैं।

(वे कटोरे, और थालिका में होस्तिया लेते हैं और दोनों को ऊपर उठाते हुए बोलते हैं :)

पु.पु० : इन्हीं प्रभु खीस्त के द्वारा, इन्हीं के साथ और इन्हीं में, हे सर्वशक्तिमान पिता ईश्वर, पवित्र आत्मा के साथ सारा गौरव तथा सम्मान युगानुयुग तेरा ही है।

सब:आमेन।

Go to Communion Rite (परम प्रसाद की विधि)