बेतलेहेम में येसु का जन्म, उनके लगभग साढ़े तीन दशकों का इस धरती पर जीवन, तीन साल का प्रभावशाली सार्वजनिक कार्य और पोंतियुस पिलातुस के समय उनका दुखभोग एवं क्रूसमरण - ये सब ऐतिहासिक घटनाएं थीं। अपने प्रवचनों के दौरान उन्होंने लोगों को परम पिता ईश्वर के पास पहुँचने का सच्चा मार्ग बताया। वास्तव में वे स्वयं वह मार्ग हैं। उन्होंने हमेशा सच्चाई का साक्ष्य दिया और वे स्वयं सत्य हैं। उन्होंने लोगों को अनन्त जीवन पाने का मार्ग बताया। वे स्वयं वह जीवन हैं। इस दुनिया में उनके जीवन काल में अनेकों ने उनको देखा, उनकी बात सुनी और उनका स्पर्श किया। प्रभु स्वयं कहते हैं, “मैं तुम से कहता हूँ - तुम जो बातें देख रहे हो, उन्हें कितने ही नबी और राजा देखना चाहते थे, परन्तु उन्होंने उन्हें नहीं देखा और जो बातें तुम सुन रहे हो, वे उन्हें सुनना चाहते थे, परन्तु उन्होंने उन्हें नहीं सुना।” (लूकस 10:24) उन्होंने हमारे लिए अपने जीवन की कुर्बानी दी।
हमारा यह विश्वास है कि वे जी उठे हैं। पुनर्जीवित प्रभु हमें साहस, आशा, नवजीवन, शांति, शक्ति और अधिकार देते हैं।
1. वे हमें उनके अनुसरण करने का साहस प्रदान करते हैं - नई सृष्टि बन कर एक सच्चा ख्रीस्तीय जीवन बिताने का साहस। “यदि कोई मसीह के साथ एक हो गया है, तो वह नयी सृष्टि बन गया है। पुरानी बातें समाप्त हो गयी हैं और सब कुछ नया हो गया है।“ (2 कुरिन्थियों 5:17)
2. पुनर्जीवित प्रभु का दूसरा वरदान है - आशा। हमें वे एक आशामय भविष्य प्रदान करते हैं - एक नया जीवन। मृतकों के परिवारजनों को यह कितनी आशा प्रदान करता है! वे कहते हैं, “पुनरुथान और जीवन में हूँ। जो मुझ में विश्वास करता है वह मरने पर भी जीवित रहेगा” (योहन 11:25)
3. पुनर्जीवित प्रभु एक ऐसी शांति प्रदान करते हैं, जिसे कोई दूसरा नहीं दे सकता। “उसी दिन, अर्थात सप्ताह के प्रथम दिन, संध्या समय जब शिष्य यहूदियों के भय से द्वार बंद किये एकत्र थे, ईसा उनके बीच आकर खडे हो गये। उन्होंने शिष्यों से कहा, “तुम्हें शांति मिले!” (योहन 20:19)
4. पुनर्जीवित प्रभु हमें प्रेरिताई कार्य करने के लिए शक्ति देते हैं - भूखों को खिलाने की, रोगियों को चंगा करने की, सत्य सिखाने की, गरीबों की सहायता करने की, जरूरतमंदों की सेवा करने की। “मैं तुम लोगों से यह कहता हूँ - तुमने मेरे भाइयों में से किसी एक के लिए, चाहे वह कितना ही छोटा क्यों न हो, जो कुछ किया, वह तुमने मेरे लिए ही किया’।“ मत्ती 25:40)
5. पुनर्जीवित प्रभु सभी विश्वासियों को अधिकार भी देते हैं - अपने मिशन को जारी रखने, संसार के कोने-कोने में जा कर लोगों को सुसमाचार सुनाने, विश्वास करने वालों को बपतिस्मा देने तथा प्रेम, सहानुभूति एवं शांति का सुसमाचार सुनाने का अधिकार। “इसके बाद ईसा ने उन से कहा, “संसार के कोने-कोने में जाकर सारी सृष्टि को सुसमाचार सुनाओ।” (मारकुस 16:15)
पुनर्जीवित प्रभु सभी विश्वासियों का आह्वान करते हैं कि हम उनके मुक्ति-कार्य को जारी रखें। 15 अप्रैल 2006 को पास्का जागरण के अवसर पर संत पिता बेनेडिक्ट सोलहवें ने कहा, “पुनरुत्थान एक ज्योति का धमाका था, प्रेम का धमाका, अघुलनशील में प्रवेश करने वाला धमाका। वह जीने के एक नये तरीके तथा नये पहलु का स्वागत करता है। वह एक परिवर्तित मार्ग की शिक्षा देता है जिसके द्वारा एक नया संसार रूप लेता है।”
हरेक बपतिस्मा प्राप्त व्यक्ति प्रेम के सन्देशवाहक बनने तथा सुसमाचार की घोषणा करने के लिए बुलाया गया है। सुसमाचार येसु ही है - करुणामय प्रभु। इस करुणा वर्ष में हम सब स्वर्गिक पिता के समान परिपूर्ण बनने के लिए बुलाये गये हैं। हम वह सब करने के लिए बुलाये गये हैं, जो येसु ने किया।
संत पापा फ्रांसिस ने क्रेदरे (Credere) नामक इटालियन साफ्ताहिक पत्रिका को दिये इंटरव्यू में कहा कि करुणा वर्ष दुनिया में “कोमलता की क्रान्ति” (Revolution of Tenderness) की ज़रूरत की प्रतिक्रिया है जिससे न्याय और बाकी सब कुछ उत्पन्न होते हैं।
जर्मन भाषा में करुणा या दया को Barmherzigkeit कहते हैं। यह शब्द करुणा या दया को समझने के लिए उपयोगी बन सकता है। Barmherzigkeit जर्मन भाषा के दो शब्दों से बना है – Armen जिसका अर्थ है गरीब और Herz जिसका अर्थ है हृदय। इस प्रकार Barmherzigkeit का अर्थ है गरीबों के लिए एक हृदय होना। करुणा के सन्देशवाहकों के पास गरीबों के लिए एक दिल होना ज़रूरी है। प्रभु येसु ने अपने लहू की कीमत से हमें मुक्त किया है।
पास्का त्योहार हम सबको आशा प्रदान करें। इस करूणा वर्ष में हमें येसु को हमारे हृदयों को करुणा से भरने दें ताकि हम पुनर्जीवित प्रभु को जरूरतमंदों में पायें और हम गरीबों का ख्याल करें। मैं आप सभी लोगों को पास्का पर्व की शुभकामनाएँ देता हूँ।
-फादर हैरीसन मार्कोस