चक्र - ब - वर्ष का आठवाँ सामान्य रविवार



पहला पाठ : होशेआ का ग्रन्थ 2:16-17, 21-22

16) "प्रभु की यह वाणी हैः उस समय तुम मुझे ’अपना पति’ कह कर पुकारोगी। तुम फिर कभी मुझे ’अपना बाल’ कह कर नहीं पुकारोगी।

17) मैं उसके होठों के बाल-देवताओं के नाम मिटा दूँगा, जिससे वे फिर कभी याद नहीं रहेंगे।

21) "प्रभु की यह वाणी हैः मैं उस दिन उत्तर दूँगा। मैं आकाश को आदेश दूँगा कि वह पृथ्वी पर वर्षा करे;

22) मैं पृथ्वी को आदेश दूँगा, कि वह अन्न, अंगूरी और तेल उत्पन्न करे; मैं यिज्रएल को धनसंपन्न बनाऊँगा।


दूसरा पाठ : कुरिन्थियों के नाम सन्त पौलुस का दूसरा पत्र 3:8-6

1) क्या हम फिर अपनी प्रशंसा करने लगे? क्या कुछ अन्य लोगों की तरह यह हमारे लिए आवश्यक है कि हम आप को सिफारिशी पत्र दिखायें या आप से माँगे?

2) आप लोग तो हैं- हमारा पत्र, जो हमारे हृदय पर अंकित रहता है और जिसे सब लोग देख और पढ़ सकते हैं।

3) आप लोग निश्चय ही मसीह का वह पत्र हैं, जिसे उन्होंने हम से लिखवाया है। वह पत्र स्याही से नहीं, बल्कि जीवन्त ईश्वर के आत्मा से, पत्थर की पाटियों पर नहीं, बल्कि मानव हृदय की पाटियों पर लिखा हुआ है।

4) हम यह दावा इसलिए कर सकते हैं कि हमें मसीह के कारण ईश्वर पर भरोसा है।

5) इसका अर्थ यह नहीं कि हमारी कोई अपनी योग्यता है। हम अपने को किसी बात का श्रेय नहीं दे सकते। हमारी योग्यता का स्त्रोत ईश्वर है। उसने हमें एक नये विधान के सेवक होने के योग्य बनाया है

6) और यह विधान अक्षरों का नहीं, बल्कि आत्मा का है; क्योंकि अक्षर तो घातक हैं, किन्तु आत्मा जीवनदायक हैं।

सुसमाचार : सन्त मारकुस 2:18-22

18) योहन के शिष्य और फ़रीसी किसी दिन उपवास कर रहे थे। कुछ लोग आ कर ईसा से बोले, "योहन के शिष्य और फ़रीसी उपवास कर रहे हैं। आपके शिष्य उपवास क्यों नहीं करते?"

19) ईसा ने उत्तर दिया, "जब तक दुल्हा साथ है, क्या बाराती शोक मना सकते हैं? जब तक तक दुल्हा उनके साथ हैं, वे उपवास नहीं कर सकते हैं।

20) किन्तु वे दिन आयेंगे, जब दुल्हा उनसे बिछुड़ जायेगा। उन दिनों वे उपवास करेंगे।

21) "कोई पुराने कपड़े पर कोरे कपड़े का पैबन्द नहीं लगाता। नहीं तो नया पैबन्द सिकुड़ कर पुराना कपड़ा फाड़ देता है और चीर बढ़ जाती है।

22) कोई पुरानी मशकों में नयी अंगूरी नहीं भरता। नहीं तो अंगूरी मशकों फाड़ देती है और अंगूरी तथा मशकें, बरबाद हो जाती हैं। नयी अंगूरी को नयी मशको में भरना चाहिए।"


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