प्रभात वन्दना

वर्ष का सामान्य सप्ताह 2 - बुधवार


अगुआ : प्रभु! हमारे अधरों को खोल दे।

समूह : और हम तेरे नाम का गुणगान करेंगे।


आमंत्रक स्तोत्र

आमन्त्रक अग्र. :समस्त पथ्वी! प्रभु की स्तुति करो। आनन्द के साथ उसकी सेवा करो।


मंगलगान


प्रभु तू मेरा रखवाला, प्रभु तू है मेरा उजाला
प्रभु तू सब देने वाला, प्रभु तू है प्रेम निवाला।

मेरे मन का तू ही सवेरा है, प्रभु तू ही मेरा बसेरा है,
प्रभु तू सब देने वाला, प्रभु तू है प्रेम निवाला॥

प्रभु तू ही भला गड़ेरिया है, प्रभु तू ही मेरा डगरिया है,
प्रभु तू सब देने वाला, प्रभु तू है प्रेम निवाला॥

मेरे जीवन का तू साथी है, मेरे कदमों की तू बाती है,
प्रभु तू सब देने वाला, प्रभु तू है प्रेम निवाला॥

अग्र. 1 : हे ईश्वर, तेरा मार्ग पवित्र है। कौन देवता हमारे महान इश्वर के समान है?


स्तोत्र 76 प्रभु के कार्यों का स्मरण।

मैं ऊँचे स्वर से ईश्वर को पुकारता हूँ।
मैं ईश्वर को पुकारता हूँ, वह मेरी सुनेगा।
अपने संकट के दिन मैं प्रभु को खोजता हूँ।
दिन-रात बिना थके उसके आगे हाथ पसारता हूँ।

मेरी आत्मा सान्त्वना अस्वीकार करती है।
मैं ईश्वर को याद करते हुए विलाप करता हूँ।
मनन करते-करते मेरी आत्मा शिथिल हो जाती है।
तू मेरी आँख लगने नहीं देता।

मैं व्याकुल हूँ और नहीं जानता कि क्या कहूँ।
मैं अतीत के दिनों पर, बहुत पहले बीते वर्षों पर विचार करता हूँ।
रात को मुझे अपना भजन याद आता है।
मेरा हृदय इस पर विचार करता है और मेरी आत्मा यह पूछती है:

क्या प्रभु सदा के लिए त्यागता है?
क्या वह फिर कभी हम पर दयादृष्टि नहीं करेगा?
क्या उसकी सत्यप्रतिज्ञता लुप्त हो गयी है?

क्या उसकी वाणी युगों तक मौन रहेगी?
क्या प्रभु दया करना भूल गया है?
क्या उसने क्रुद्ध हो कर अपना हृदय का द्वार बन्द कर लिया?"

मैं कहता हूँ, "मेरी यन्त्रणा का कारण यह है
कि सर्वोच्च प्रभु ने अपना दाहिना हाथ खींच लिया"।

मैं प्रभु के महान् कार्य याद करता हूँ,
प्राचीनकाल में उसके किये हुए चमत्कार।
मैं तेरे सभी कार्यों पर विचार करता हूँ,
तेरे अपूर्व कार्यों का मनन करता हूँ।

ईश्वर! तेरा मार्ग पवित्र है।
कौन देवता हमारे ईश्वर-जैसा महान है?
तू वह ईश्वर है, जो चमत्कार दिखाता है।
तूने राष्ट्रों में अपना सामर्थ्य प्रदर्शित किया।

तूने अपने बाहुबल से अपनी प्रजा का,
याकूब और युसूफ के पुत्रों का उद्धार किया।

ईश्वर! सागर ने तुझे देखा। सागर तुझे देख कर काँप उठा,
अगाध गर्त भी घबरा गया।
बादल बरसने लगे, आकश गरजने लगा,
बिजली चारों ओर चमकने लगी।

तेरा गर्जन बवण्डर में सुनाई पड़ा,
बिजली ने संसार को आलोकित किया,
पृथ्वी काँप उठी और डोलने लगी।

तेरा मार्ग समुद्र हो कर जाता था,
गहरे सागर हो कर तेरा पथ जाता था।
तेरे पदचिन्हों का पता नहीं चला।

तूने मूसा और हारून के द्वारा झुण्ड की तरह
अपनी प्रजा का पथप्रदर्शन किया।

अग्र. : हे ईश्वर, तेरा मार्ग पवित्र है। कौन देवता हमारे महान इश्वर के समान है?

अग्र. 2 : मेरा हृदय प्रभु के कारण प्रफुल्लित हो उठा। वह नीचे गिराता है और ऊँचे उठाता है।


भजन स्तुति : 1 समुएल 2:1-10

मेरा हृदय प्रभु के कारण आनन्दित हो उठा,
मुझे अपने प्रभु से बल मिलता है।
मैं अपने शत्रुओं का सामना कर सकता हूँ,
क्योंकि तेरा सहारा मुझे उत्साहित करता है।

प्रभु-जैसा कोई पावन नहीं, तुझे छोड़ कर कोई नहीं,
हमारे ईश्वर- जैसी कोई चट्टान नहीं।
घमण्ड-भरी बातें मत करो,
तुम्हारे मुख से ढिठाई के शब्द नहीं निकलें।
प्रभु सर्वज्ञ ईश्वर है, वह कर्मों का लेखा रखता है।

शक्तिशालियों के धनुष टूट गये,
और जो दुर्बल थे, वे शक्तिसम्पन्न बन गये।
जो तृप्त थे, वे रोटी के लिए मज़दूरी करते है।
और जो भूखे थे, वे सम्पन्न बन गये।

जो बाँझ थी, वह सात बार प्रसव करती है।
और जो पुत्रवती थी, उसकी गोद ख़ाली है।
प्रभु मारता और जिलाता है,
वह अधोलोक पहुँचाता और वहाँ से निकालता है।

प्रभु निर्धन और धनी बना देता है,
वह नीचा दिखाता और ऊँचा उठाता है।

वह दीन-हीन को धूल से निकालता
और कूड़े पर बैठे कंगाल को ऊपर उठा कर
उसे रईसों की संगति में पहुँचाता
और सम्पन्न के आसन पर बैठाता है;

क्योंकि पृथ्वी के खम्भे प्रभु के हैं, उसने उन पर जगत् को रखा है।
वह अपने भक्तों के क़दमों की रक्षा करता है,
किन्तु दुष्ट जन अन्धकार में लुप्त हो जायेंगे;
क्योंकि मनुष्य अपने बाहुबल के कारण विजयी नहीं होता।

प्रभु के विरोधी नष्ट हो जायेगे,
वह उनके विरुद्ध आकाश में गरज उठेगा।
प्रभु समस्त पृथ्वी का न्याय करेगा
वह अपने राजा को सामर्थ्य प्रदान करेगा।
वह अपने अभिषिक्त का सिर ऊँचा उठायेगा।

अग्र. : मेरा हृदय प्रभु के कारण प्रफुल्लित हो उठा। वह नीचे गिराता है और ऊँचे उठाता है।

अग्र. 3 : प्रभु राजा राज्य करता है, पृथ्वी हर्षित होती है।


स्तोत्र 96 प्रभु के शासन की महिमा

प्रभु राज्य करता है। पृथ्वी पर उल्लास हो!
असंख्य द्वीप आनन्द मनायें।
अन्धकारमय बादल उसके चारों ओर मँडराते हैं।
उसका सिंहासन धर्म और न्याय पर आधारित है।

अग्नि उसके आगे-आगे चलती है
और उसके शत्रुओं को चारों ओर जलाती है।
उसकी बिजली संसार पर चमकती है,
पृथ्वी यह देख कर काँपने लगती है।

पृथ्वी के अधिपति के आगमन पर
पर्वत मोम की तरह पिघलने लगते हैं।
आकाश प्रभु का न्याय घोषित करता है।
सभी राष्ट्र उसकी महिमा के दर्शन करते हैं।

जो लोग देवमूर्तियों की पूजा करते हैं,
जो उन मूर्तियों पर गौरव करते हैं,
उन्हें निराश होना पड़ेगा।
सभी देवताओं! प्रभु को दण्डवत् करो।

प्रभु! तेरा निर्णय सुन कर सियोन आनन्दित हो उठता है,
याकूब के गाँव उल्लास के गीत गाते हैं;
क्योंकि तू समस्त पृथ्वी पर सर्वोच्च प्रभु है।
तू ही सभी देवताओं से महान् है।

प्रभु-भक्तो! बुराई से घृणा करो!
प्रभु अपने भक्तों की रक्षा करता
और उन्हें दुष्टों के पंजे से छुड़ाता है।

धर्मी के लिए ज्योति का उदय होता है,
निष्कपट लोग आनन्द मनाते हैं।
धर्मियों! प्रभु में आनन्द मनाओ!
उसके पवित्र नाम को धन्य कहो।

अग्र. : प्रभु राजा राज्य करता है, पृथ्वी हर्षित होती है।


धर्मग्रन्थ-पाठ : रोमियो 8:35-37

कौन हम को मसीह के प्रेम से वंचित कर सकता है? क्या विपत्ति या संकट? क्या अत्याचार, भूख, नग्नता, जोखिम या तलवार? किन्तु इन सब बातों पर हम उन्हीं के द्वारा सहज ही विजय प्राप्त करते है, जिन्होंने हमें प्यार किया।

लघु अनुवाक्य
अगुआ : मैं निरन्तर प्रभु का गुणगान करता रहूँगा।
समूह : मैं निरन्तर प्रभु का गुणगान करता रहूँगा।
• उसकी प्रशंसा सदा-सर्वदा मेरे अधरों पर रहेगी।
• पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो।

ज़ाकरी गान

अग्र. :जीवन भर हम पवित्रता में प्रभु की सेवा करते रहें।

धन्य है प्रभु, इस्राएल का ईश्वर!
उसने अपनी प्रजा की सुध ली है
और उसका उद्धार किया है।
उसने अपने दास दाऊद के वंश में
हमारे लिए एक शक्तिशाली मुक्तिदाता उत्पन्न किया है।

वह अपने पवित्र नबियों के मुख से
प्राचीन काल से यह कहता आया है
कि वह शत्रुओं और सब बैरियों के हाथ से हमें छुड़ायेगा
और अपने पवित्र विधान को स्मरण कर
हमारे पूर्वजों पर दया करेगा।

उसने शपथ खा कर हमारे पिता इब्राहीम से कहा था
कि वह हम को शत्रुओं के हाथ से मुक्त करेगा,
जिससे हम निर्भयता, पवित्रता और धार्मिकता से
जीवन भर उसके सम्मुख उसकी सेवा कर सकें।

बालक! तू सर्वोच्च ईश्वर का नबी कहलायेगा,
क्योंकि प्रभु का मार्ग तैयार करने
और उसकी प्रजा को उस मुक्ति का ज्ञान कराने के लिए,
जो पापों की क्षमा द्वारा उसे मिलने वाली है,
तू प्रभु का अग्रदूत बनेगा।

हमारे ईश्वर की प्रेमपूर्ण दया से
हमें स्वर्ग से प्रकाश प्राप्त हुआ है,
जिससे वह अन्धकार और मृत्यु की छाया में बैठने वालों को ज्योति प्रदान करे
और हमारे चरणों को शान्ति-पथ पर अग्रसर करे।"

पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो
जैसे वह आदि में थी, अब है और अनन्त काल तक। आमेन।

अग्र. : जीवन भर हम पवित्रता में प्रभु की सेवा करते रहें।


सामूहिक निवेदन

अगुआ :ख्रीस्त के प्रेम से हमें कोई अलग नहीं कर सकता, क्योंकि उन्होंने दुनिया के अंत तक अपनी कलीसिया के साथ रहने की प्रतिज्ञा की है। हम उनकी प्रतिज्ञा पर विश्वास करते हुए, प्रार्थना करें -
समूह : हे प्रभु येसु, हमारे साथ रह।
• तेरे प्रेम के कारण हम हर परिस्थिति में विजय पाते हैं – आज हमारी देख-रेख कर।
• तेरे पवित्र आत्मा का प्रेम हमारे हृदयों में बना रहे – जिससे हम आज के दिन को तुझे चढ़ा सकें।
• सब ख्रीस्तीय तेरा आह्वान सुनें – वे पृथ्वी के नमक एवं संसार की ज्योति बने रहें।
• कल-कारखानों में कार्य करने वालों के लिए हम प्रार्थना करते हैं – वे न्याय और समस्त समुदाय के कल्याण हेतु आपसी सहयोग में काम करें।

हे हमारे पिता ....



समापन प्रार्थना


अगुआ :हे प्रभु! हमारे हृदय में अपने प्रोज्ज्वल प्रकाश की किरणें फैला दे, जिससे तेरे नियमों के अनुसार चलते हुए हम किसी भ्रम-जाल में न फँस जायें और न सन्मार्ग से भटक जायें। यह प्रार्थना हम करते हैं, उन्हीं हमारे प्रभु येसु ख्रीस्त तेरे पुत्र के द्वारा जो परमेश्वर होकर तेरे तथा पवित्र आत्मा के साथ युगानुयुग जीते और राज्य करते हैं।

समूह : आमेन।

अगुआ : प्रभु हमको आशीर्वाद दे, हर बुराई से हमारी रक्षा करे और हमें अनन्त जीवन तक ले चले।

समूह : आमेन।


Copyright © www.jayesu.com
Praise the Lord!