अगुआ : प्रभु! हमारे अधरों को खोल दे।
समूह : और हम तेरे नाम का गुणगान करेंगे।
आमन्त्रक अग्र. : प्रभु सचमुच जी उठे हैं; अल्लेलूया।
अग्र. 1 :हमारे प्रभु ईश्वर का वैभव हम पर बना रहे; अल्लेलूया।
प्रभु! तू पीढ़ी-दर-पीढ़ी हमारा आश्रय बना रहा।
पर्वतों की सृष्टि से पहले से,
पृथ्वी तथा संसार की उत्पत्ति के पहले से
तू ही अनादि-अनन्त ईश्वर है।
तू मनुष्य को फिर मिट्टी में मिलाते हुए कहता है:
"आदम की सन्तान! लौट जा"।
एक हज़ार वर्ष भी तुझे बीते कल की तरह लगते हैं;
वे तेरी गिनती में रात के पहर के सदृश हैं।
तू मनुष्यों को इस तरह उठा ले जाता है,
जिस तरह सबेरा होने पर स्वप्न मिट जाता है,
जिस तरह घास प्रातःकाल उग कर लहलहाती है
और सन्ध्या तक मुरझा कर सूख जाती है।
हम तेरे क्रोध से भस्म हो गये हैं; तेरे कोप से आतंकित हैं।
तूने हमारे दोषों को अपने सामने रखा,
हमारे गुप्त पापों को अपने मुखमण्डल के प्रकाश में।
तेरे क्रोध के कारण हमारे दिन मिटते हैं,
हमारे वर्ष आह भरते बीतते हैं।
हमारी आयु की अवधि सत्तर बरस है,
स्वास्थ्य अच्छा है, तो अस्सी बरस।
हम अपनी अधिकांश आयु कष्ट और दुःख मे बिताते हैं।
हमारे दिन शीघ्र ही बीतते हैं और हम चले जाते हैं।
तेरे क्रोध का बल कौन जानता है?
तेरे प्रकोप की थाह कौन ले सकता है?
हमें जीवन की क्षणभुंगुरता सिखा,
जिससे हम में सद्बुद्धि आये।
प्रभु! लौट आ। हम कब तक तेरी प्रतीक्षा करें?
तू अपने सेवकों पर दया कर।
भोर को हमें अपना प्रेम दिखा,
जिससे हम दिन भर आनन्द के गीत गायें।
दण्ड के दिनों के बदले, विपत्ति के वर्षों के बदले
हम को भविष्य में सुख-शान्ति प्रदान कर।
तेरे सेवक तेरे महान् कार्य देखें
और उनकी सन्तान तेरी महिमा के दर्शन करें।
हमारे प्रभु-ईश्वर की मधुर कृपा हम पर बनी रहे!
तू हमारे सब कार्यों को सफलता प्रदान कर।
अग्र. : हमारे प्रभु ईश्वर का वैभव हम पर बना रहे; अल्लेलूया।
अग्र. 2 : उनके सम्मुख में अंधेरे को उजियाले में बदल दूँगा; अल्लेलूया।
महासागर और जलचरो! द्वीपो! और उनके सब निवासियो!
प्रभु के आदर में नया गीत गाओ,
पृथ्वी के सीमान्तों तक उसकी स्तुति करो।
मरुभूमि और उसके नगर, केदार के ग्रामवासी ऊँचे स्वर में गायें;
चट्टान के निवासी उल्लसित हो कर गायें
और पर्वतों के शिखर से जयघोष करें।
वे प्रभु की महिमा गा कर सुनायें
और द्वीपों में उसकी स्तुति करें।
प्रभु शूरवीर की तरह प्रस्थान करेगा,
योद्धा की तरह अपना उत्साह बढ़ायेगा;
वह चिल्ला कर युद्ध का आह्वान करेगा
और अपने शत्रुओं पर विजयी होगा।
मैं बहुत समय तक निष्क्रिय रहा,
मैं मौन रहा और अपने को रोकता रहा;
किन्तु अब मैं प्रसव-पीड़ित स्त्री की तरह
आह भरता हूँ और हाँफते हुए चिल्लाता हूँ।
मैं पर्वतों और पहाड़ियों को उजाडूँगा
और उनकी हरियाली सुखा दूँगा।
मैं नदियों को टापू बनाऊँगा
और तालाबों को सुखा दूँगा।
मैं अन्धों को अपरिचित पथ पर ले चलूँगा,
मैं अपरिचित मार्गों पर उनका पथप्रदर्शन करूँगा।
मैं उनके लिए अन्धकार को प्रकाश में बदलूँगा
और ऊबड़-खाबड़ स्थानों को समतल बनाऊँगा।
अग्र. : उनके सम्मुख में अंधेरे को उजियाले में बदल दूँगा; अल्लेलूया।
अग्र. 3 : प्रभु को सब कुछ करने का सामर्थ्य है।
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प्रभु के नाम की स्तुति करो!
प्रभु के सेवकों! जो प्रभु के मन्दिर में,
हमारे ईश्वर के प्रांगण में रहते हो,
उसकी स्तुति करो।
प्रभु की स्तुति करो! वह भला है।
उसके नाम की स्तुति करो! वह प्रेममय है।
प्रभु ने याकूब को चुना है;
उसने इस्राएल को अपनी प्रजा बनाया है।
मैं जानता हूँ कि प्रभु महान है,
हमारा प्रभु सब अन्य देवताओं से महान् है।
आकाश में, पृथ्वी पर, समुद्रों और उनकी गहराइयों में
प्रभु जो चाहता है, वही करता है।
वह पृथ्वी की सीमान्तों से बादल ले आता
और वर्षा के लिए बिजली चमकाता है।
वह अपने भण्डारों से पवन निकालता है।
उसने मिस्र में मनुष्यों और पशुओं, दोनों के पहलौठों को मारा।
ओ मिस्र! उसने तुझ में फिराउन और उसके सब
सेवकों के विरुद्ध चिन्ह और चमत्कार दिखाये।
उसने बहुत से राष्ट्रों को हराया
और शक्तिशाली राजाओं को मारा,
अमोरियों के राजा सीहोन को, बाशान के राजा ओग को
और कनान के सब राजाओं को।
उसने उनका देश अपनी प्रजा इस्राएल को
विरासत के रूप में दे दिया।
अग्र. : प्रभु को सब कुछ करने का सामर्थ्य है।
वचन तुम्हारे पास ही हैं, वह तुम्हारे मुख में और तुम्हारे हृदय में है। यह विश्वास का वह वचन है जिसका हम प्रचार करते हैं। क्योंकि यदि आप लोग मुख से स्वीकार करते हैं कि ईसा प्रभु हैं और हृदय से विश्वास करते हैं कि ईश्वर ने उन्हें मृतकों में से जिलाया, तो आप को मुक्ति प्राप्त होगी। हृदय से विश्वास करने पर मनुष्य धर्मी बनता है और मुख से स्वीकार करने पर उसे मुक्ति प्राप्त होती है।
अघु अनुवाक्य
अगुआ : प्रभु मृतकों में से जी उठे हैं; अल्लेलूया, अल्लेलूया।
समूह : प्रभु मृतकों में से जी उठे हैं; अल्लेलूया, अल्लेलूया।
• वह हमारे लिए क्रूस पर मर गये।
• पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो।
अग्र. : भला गड़ेरिया मैं हूँ; मैं अपनी भेड़ों को चराता हूँ। मैं अपनी भेड़ों के लिए प्राण देता हूँ; अल्लेलूया।
धन्य है प्रभु, इस्राएल का ईश्वर!
उसने अपनी प्रजा की सुध ली है
और उसका उद्धार किया है।
उसने अपने दास दाऊद के वंश में
हमारे लिए एक शक्तिशाली मुक्तिदाता उत्पन्न किया है।
वह अपने पवित्र नबियों के मुख से
प्राचीन काल से यह कहता आया है
कि वह शत्रुओं और सब बैरियों के हाथ से हमें छुड़ायेगा
और अपने पवित्र विधान को स्मरण कर
हमारे पूर्वजों पर दया करेगा।
उसने शपथ खा कर हमारे पिता इब्राहीम से कहा था
कि वह हम को शत्रुओं के हाथ से मुक्त करेगा,
जिससे हम निर्भयता, पवित्रता और धार्मिकता से
जीवन भर उसके सम्मुख उसकी सेवा कर सकें।
बालक! तू सर्वोच्च ईश्वर का नबी कहलायेगा,
क्योंकि प्रभु का मार्ग तैयार करने
और उसकी प्रजा को उस मुक्ति का ज्ञान कराने के लिए,
जो पापों की क्षमा द्वारा उसे मिलने वाली है,
तू प्रभु का अग्रदूत बनेगा।
हमारे ईश्वर की प्रेमपूर्ण दया से
हमें स्वर्ग से प्रकाश प्राप्त हुआ है,
जिससे वह अन्धकार और मृत्यु की छाया में बैठने वालों को ज्योति प्रदान करे
और हमारे चरणों को शान्ति-पथ पर अग्रसर करे।"
पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो
जैसे वह आदि में थी, अब है और अनन्त काल तक। आमेन।
अग्र. : भला गड़ेरिया मैं हूँ; मैं अपनी भेड़ों को चराता हूँ। मैं अपनी भेड़ों के लिए प्राण देता हूँ; अल्लेलूया।
अगुआ : आइये, हम उस समय पिता से निवेदन करें जिसकी महिमा उसके पुत्र की मृत्यु एवं पुनरुत्थान में प्रकट हुई –
समूह : हे पिता हमारे मन और हृदय को तू आलोकित कर।
• हे ज्योति के पिता, ईश्चर, तूने ख्रीस्त की महिमा-पुँज से सारे संसार को ज्योतिर्मय कर दिया है – विश्वास की ज्योति आज हमारे जीवन को ज्योतिर्मय कर दे।
• तूने अपने पुत्र के पुनरुत्थान के द्वारा मानव के लिए अमर जीवन का मार्ग प्रशस्त कर दिया है – आज के हमारे सारे काम-काज तेरे राज्य की स्थापना की प्रतीक्षा से ओत-प्रोत रहें।
• तूने अपने पुत्र के पुनरुत्थान के द्वारा पवित्र आत्मा को इस संसार में भेजा – उसके दिव्य प्रेम की ज्वाला से हमारे हृदय धधक उठे।
• क्रूस पर अपने प्राण-बलि चढ़ा कर तेरे पुत्र ने हमारे लिए शाश्वत मुक्ति प्राप्त की है – वही प्रभु आज हमारे उध्दारक और मुक्तिदाता के रूप में उपस्थित रहें।
हे हमारे पिता ....
अगुआ :हे सर्वशक्तिमान ईश्वर-पिता, अपने पुत्र की आत्म-दीनता द्वारा तूने पतित संसार को उठा लिया है। तूने अपने जिन भक्तों को पाप की दासता से मुक्त कर दिया है; उन्हें दिव्य आनन्द से भर कर अनन्त सुख प्रदान कर। हम यह प्रार्थना करते हैं, उन्हीं हमारे प्रभु येसु ख्रीस्त तेरे पुत्र के द्वारा जो परमेश्वर होकर तेरे तथा पवित्र आत्मा के साथ युगानुयुग जीते और राज्य करते हैं।
समूह : आमेन।
अगुआ : प्रभु हमको आशीर्वाद दे, हर बुराई से हमारी रक्षा करे और हमें अनन्त जीवन तक ले चले।
समूह : आमेन।
अगुआ : ख्रीस्त की शांति में जाइये, अल्लेलूया, अल्लेलूया।
समूह : ईश्वर को धन्यवाद, अल्लेलूया, अल्लेलूया।