प्रभात वन्दना

पास्का का चौथा रविवार


अगुआ : प्रभु! हमारे अधरों को खोल दे।

समूह : और हम तेरे नाम का गुणगान करेंगे।


आमंत्रक स्तोत्र

आमन्त्रक अग्र. : प्रभु सचमुच जी उठे हैं; अल्लेलूया।

मंगलगान


अग्र. 1 : मैं नहीं मरूँगा, मैं जीवित रहूँगा, मैं प्रभु के कार्यों का बखान करूँगा; अल्लेलूया।


स्तोत्र 117 : उल्लास एवं मुक्ति का गीत।

प्रभु का धन्यवाद करो, क्योंकि वह भला है।
उसकी सत्यप्रतिज्ञता अनन्त काल तक बनी रहती है।
इस्राएल का घराना यह कहता जाये
उसकी सत्यप्रतिज्ञता अनन्त काल तक बनी रहती है।

हारून का घराना यह कहता जाये-
उसकी सत्यप्रतिज्ञता अनन्त काल तक बनी रहती है।
प्रभु के श्रद्धालु भक्त यह कहते जायें-
उसकी सत्यप्रतिज्ञता अनन्त काल तक बनी रहती है।

संकट में मैंने प्रभु को पुकारा।
प्रभु ने मेरी सुनी और मेरा उद्धार किया।
प्रभु मेरे साथ है, मुझे कोई भय नहीं।
मनुष्य मेरा क्या कर सकते हैं?

प्रभु मेरे साथ है, वह मेरी सहायता करता है।
मैं अपने शत्रुओं का डट कर सामना करता हूँ।
मनुष्यों पर भरोसा रखने की अपेक्षा
प्रभु की शरण जाना अच्छा है।

शासकों पर भरोसा रखने की अपेक्षा
प्रभु की शरण जाना अच्छा है।
सब राष्ट्रों ने मुझे घेर लिया था-
मैंने प्रभु के नाम पर उन्हें तलवार के घाट उतारा।

उन्होंने मुझे चारों ओर से घेर लिया था-
मैंने प्रभु के नाम पर उन्हें तलवार के घाट उतारा।
उन्होंने मुझे मधुमक्खियों की तरह घेर लिया था।
वे काँटों की आग की तरह शीघ्र ही बुझ गये-

मैंने प्रभु के नाम पर उन्हें तलवार के घाट उतारा।
वे मुझे धक्का दे कर गिराना चाहते थे, किन्तु प्रभु ने मेरी सहायता की।
प्रभु ही मेरा बल है और मेरे गीत का विषय, उसने मेरा उद्धार किया।
धर्मियों के शिविरों में आनन्द और विजय के गीत गाये जाते हैं।

प्रभु का दाहिना हाथ महान् कार्य करता है;
प्रभु का दाहिना हाथ विजयी है,
प्रभु का दाहिना हाथ महान् कार्य करता है।
मैं नहीं मरूँगा, मैं जीवित रहूँगा,

और प्रभु के कार्यों का बखान करूँगा।
प्रभु ने मुझे कडा दण्ड दिया, किन्तु उसने मुझे मरने नहीं दिया।
मेरे लिए मन्दिर के द्वार खोल दो,
मैं उस में प्रवेश कर प्रभु को धन्यवाद दूँगा।

यह प्रभु का द्वार है, इस में धर्मी प्रवेश करते हैं।
मैं तुझे धन्यवाद देता हूँ;
क्योंकि तूने मेरी सुनी
और मेरा उद्धार किया है।

कारीगरों ने जिस पत्थर को निकाल दिया था,
वह कोने का पत्थर बन गया है।
यह प्रभु का कार्य है,
यह हमारी दृष्टि में अपूर्व है।

यह प्रभु का ठहराया हुआ दिन है,
हम आज प्रफुल्लित हो कर आनन्द मनायें।
प्रभु! हमारा उद्धार कर।
प्रभु! हमें सुख-शान्ति प्रदान कर।

धन्य है वह, जो प्रभु के नाम पर आता है!
हम प्रभु के मन्दिर से तुम्हें आशीर्वाद देते हैं।
प्रभु ही ईश्वर है।
उसने हमें ज्योति प्रदान की है।

हाथ में डालियाँ लिये, जुलूस बना कर,
वेदी के कोनों तक आगे बढ़ो।
तू ही मेरा ईश्वर है!
मैं तुझे धन्यवाद देता हूँ।

मेरे ईश्वर! मैं तेरी स्तुति करता हूँ।
प्रभु का धन्यवाद करो,
क्योंकि वह भला है।
उसकी सत्यप्रतिज्ञता अनन्त काल तक बनी रहती है।

अग्र. : मैं नहीं मरूँगा, मैं जीवित रहूँगा, मैं प्रभु के कार्यों का बखान करूँगा; अल्लेलूया।

अग्र. 2 : धन्य हो तेरा प्रतापी और पावन नाम; अल्लेलूया।

भजन स्तुति : दानिएल 3:52-57

हमारे पूर्वजों के प्रभु-ईश्वर! तू धन्य है,
सदा-सर्वदा प्रशंसनीय, महिमामय और सर्वोच्च।

तेरी महिमान्वित पवित्र नाम धन्य है,
सदा-सर्वदा प्रशंसनीय, महिमामय और सर्वोच्च।

तू अपने महिमान्वित पवित्र मंन्दिर में धन्य हैं
सदा-सर्वदा प्रशंसनीय, महिमामय और सर्वोच्च।

तू अपने राज्य के सिंहासन पर धन्य है,
सदा-सर्वदा प्रशंसनीय, महिमामय और सर्वोच्च।

तू महागर्त्त की थाह लेता और केरूबों पर विराजमान है, तू धन्य है,
सदा-सर्वदा प्रशंसनीय, महिमामय और सर्वोच्च।

स्वर्ग में विराजमान प्रभु! तू धन्य है,
सदा-सर्वदा प्रशंसनीय महिमामय और सर्वोच्च।

प्रभु की समस्त कृतियों! प्रभु को धन्य कहो,
उसकी स्तुति करो और सदा-सर्वदा उसकी महिमा गाओ।

अग्र. : धन्य हो तेरा प्रतापी और पावन नाम; अल्लेलूया।

अग्र. 3 : हमारे ईश्वर की महानता का बखान करो, ईश्वर की सभी कृतियाँ परिपूर्ण हैं; अल्लेलूया।


स्तोत्र 150 प्रभु की स्तुति करो।

प्रभु के मन्दिर में उसकी स्तुति करो।
उसके महिमामय आकाश में उसकी स्तुति करो।
उसके महान् कार्यों के कारण उसकी स्तुति करो।
उसके परम प्रताप के कारण उसकी स्तुति करो।

तुरही फूँकते हुए, उसकी स्तुति करो।
वीणा और सितार बजाते हुए उसकी स्तुति करो।
ढोल बजाते और नृत्य करते हुए उसकी स्तुति करो।

तानपूरा और बाँसुरी बजाते हुए उसकी स्तुति करो।
झाँझों की ध्वनि पर उसकी स्तुति करो।
विजय की झाँझों को बजाते हुए उसकी स्तुति करो।
सभी प्राणी प्रभु की स्तुति करें।

अग्र. : हमारे ईश्वर की महानता का बखान करो, ईश्वर की सभी कृतियाँ परिपूर्ण हैं; अल्लेलूया।

धर्मग्रन्थ-पाठ : प्रेरित-चरित 10:40-43

ईश्वर ने उन्हें तीसरे दिन जिलाया और प्रकट होने दिया - सारी जनता के सामने नहीं, बल्कि उन साक्षियों के सामने, जिन्हें ईश्वर ने पहले ही से चुन लिया था। वे साक्षी हम हैं। मृतकों में से उनके जी उठने के बाद हम लोगों ने उनके साथ खाया-पिया और उन्होंने हमें आदेश दिया कि हम जनता को उपदेश दे कर घोषित करें कि ईश्वर ने उन्हें जीवितों और मृतकों का न्यायकर्ता नियुक्त किया हैं। उन्हीं के विषय में सब नबी घोषित करते है कि जो उन में विश्वास करेगा, उसे उनके नाम द्वारा पापों की क्षमा मिलेगी।"

लघु अनुवाक्य :
अगुआ : जीवन्त ईश्वर के पुत्र, मसीह, हम पर दया कर; अल्लेलूया, अल्लेलूया।
समूह : जीवन्त ईश्वर के पुत्र, मसीह, हम पर दया कर; अल्लेलूया, अल्लेलूया।
• तू मृतकों में से जी उठा है।
• पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो।


ज़ाकरी गान

अग्र. : मैं हूँ रेवड़ का चरवाहा। मैं हूँ मार्ग, सत्य और जीवन। मैं हूँ भला चरवाहा। मैं अपनी भेड़ों को जानता हूँ और मेरी भेड़ें मुझे जानती हैं; अल्लेलूया।

धन्य है प्रभु, इस्राएल का ईश्वर!
उसने अपनी प्रजा की सुध ली है
और उसका उद्धार किया है।
उसने अपने दास दाऊद के वंश में
हमारे लिए एक शक्तिशाली मुक्तिदाता उत्पन्न किया है।

वह अपने पवित्र नबियों के मुख से
प्राचीन काल से यह कहता आया है
कि वह शत्रुओं और सब बैरियों के हाथ से हमें छुड़ायेगा
और अपने पवित्र विधान को स्मरण कर
हमारे पूर्वजों पर दया करेगा।

उसने शपथ खा कर हमारे पिता इब्राहीम से कहा था
कि वह हम को शत्रुओं के हाथ से मुक्त करेगा,
जिससे हम निर्भयता, पवित्रता और धार्मिकता से
जीवन भर उसके सम्मुख उसकी सेवा कर सकें।

बालक! तू सर्वोच्च ईश्वर का नबी कहलायेगा,
क्योंकि प्रभु का मार्ग तैयार करने
और उसकी प्रजा को उस मुक्ति का ज्ञान कराने के लिए,
जो पापों की क्षमा द्वारा उसे मिलने वाली है,
तू प्रभु का अग्रदूत बनेगा।

हमारे ईश्वर की प्रेमपूर्ण दया से
हमें स्वर्ग से प्रकाश प्राप्त हुआ है,
जिससे वह अन्धकार और मृत्यु की छाया में बैठने वालों को ज्योति प्रदान करे
और हमारे चरणों को शान्ति-पथ पर अग्रसर करे।"

पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो
जैसे वह आदि में थी, अब है और अनन्त काल तक। आमेन।

अग्र. : मैं हूँ रेवड़ का चरवाहा। मैं हूँ मार्ग, सत्य और जीवन। मैं हूँ भला चरवाहा। मैं अपनी भेड़ों को जानता हूँ और मेरी भेड़ें मुझे जानती हैं; अल्लेलूया।


सामूहिक निवेदन


अगुआ : आइये, हम सर्वशक्तिमान पिता ईश्वर से प्रार्थना करें, जिसने हमारे मुक्तिदाता और राजा येसु को पुनर्जीवित किया।
समूह : हे प्रभु, मसीह की महिमा से हमें महिमान्वित कर।
• हे पिता, तूने अपने पुत्र येसु मसीह को मृत्यु के अंधकार से महिमामय ज्योति में ले आया – तू हमें आपनी अदभुत ज्योति के लोक में प्रवेश करा दे।
• तेरे पुत्र येसु मसीह में विश्वास द्वारा तूने हमें बचाया – आज के दिन हमें बपतिस्मा की कृपा में जीने की सहायता हे।
• तूने हमें स्वर्गिक वस्तुओं की खोज में लगे रहने का आदेश दिया है – हमें पाप के प्रलोभनों से लड़ने की शक्ति दे।
• ख्रीस्त येसु में छिपे हुये हमारे जीवन की सिध्दियाँ हमें प्रकट कर – इस तरह सब लोग एक नये स्वर्ग एवं नई पृथ्वी के चिह्न पहचान सकें।

हे हमारे पिता ....



समापन प्रार्थना


अगुआ :हे सर्वशक्तिमान शाश्वत ईश्वर, हमें तेरे स्वर्गिक दरबार के आनन्द में ले चल। इससे तेरा यह नन्हा रेवड़ अपने चरबाहे मसीह का अनुसरण कर वहाँ पहुँचे, जहाँ वे अपने पुनरुत्थान के वैभव में हमसे आगे पहूँच चुके हैं। वह तेरे तथा पवित्र आत्मा के साथ युगानुयुग जीते और राज्य करते हैं।

समूह : आमेन।

अगुआ : प्रभु हमको आशीर्वाद दे, हर बुराई से हमारी रक्षा करे और हमें अनन्त जीवन तक ले चले।

समूह : आमेन।

अगुआ : ख्रीस्त की शांति में जाइये, अल्लेलूया, अल्लेलूया।

समूह : ईश्वर को धन्यवाद, अल्लेलूया, अल्लेलूया।


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Praise the Lord!