अगुआ : हे ईश्वर, हमारी सहायता करने आ जा।
समूह : हे प्रभु, हमारी सहायता करने शीघ्र ही आ जा।
अगुआ : पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो।
समूह : जैसे वह आदि में थी, अब है और अनन्त काल तक। आमेन।
मेरा ईश्वर मुझे कितना प्यार करता है,
पिता जैसे मेरा, कितना ख्याल रखता है,
अपनी हथेली में मुझको छिपा लेता है,
माँ की ममता से भी बढ़ कर उसकी ममता है।
माँ के गर्भ में रचने से पहले मुझे जाना
अपने पंखों की छाया में मुझे छिपा लिया
मेरी आत्मा उस प्रभु में आनन्दित है,
यह बदन भी उस प्रभु मेम आलोकित है।
आँसुओं की घाटियों से जब गुजारता हूँ,
उस प्रभु के हाथ मुझको हैं सम्भालते,
वो ही मेरा जीवन साथी और मेरा नाथ,
उसकी छाया में सदा ही मेरा जीवन है।
अग्र. 1 : प्रभु महान है, हमारा ईश्वर सब देवताओं से महान है।
प्रभु के नाम की स्तुति करो!
प्रभु के सेवकों! जो प्रभु के मन्दिर में,
हमारे ईश्वर के प्रांगण में रहते हो, उसकी स्तुति करो।
प्रभु की स्तुति करो! वह भला है।
उसके नाम की स्तुति करो! वह प्रेममय है।
प्रभु ने याकूब को चुना है;
उसने इस्राएल को अपनी प्रजा बनाया है।
मैं जानता हूँ कि प्रभु महान है,
हमारा प्रभु सब अन्य देवताओं से महान् है।
आकाश में, पृथ्वी पर, समुद्रों और उनकी गहराइयों में
प्रभु जो चाहता है, वही करता है।
वह पृथ्वी की सीमान्तों से बादल ले आता
और वर्षा के लिए बिजली चमकाता है।
वह अपने भण्डारों से पवन निकालता है।
उसने मिस्र में मनुष्यों और पशुओं,
दोनों के पहलौठों को मारा।
ओ मिस्र! उसने तुझ में फिराउन और
उसके सब सेवकों के विरुद्ध चिन्ह और चमत्कार दिखाये।
उसने बहुत से राष्ट्रों को हराया और
शक्तिशाली राजाओं को मारा,
अमोरियों के राजा सीहोन को, बाशान के राजा ओग को
और कनान के सब राजाओं को।
उसने उनका देश अपनी प्रजा इस्राएल को
विरासत के रूप में दे दिया।
अग्र. : प्रभु महान है, हमारा ईश्वर सब देवताओं से महान है।
अग्र. 2 : इस्राएल के घराने! प्रभु को धन्य कहो। उसके नाम का भजन गाओ, क्योंकि वह प्रेममय है।
प्रभु तेरा नाम चिरस्थायी है।
प्रभु तेरी स्मृति पीढ़ी-दर-पीढ़ी बनी रहती है।
प्रभु अपनी प्रजा को न्याय दिलाता
और अपने भक्तों पर दया करता है।
राष्ट्रों की देवमूर्तियाँ चाँदी और सोने की हैं,
वे मनुष्यों द्वारा बनायी गयी हैं।
उनके मुख हैं, किन्तु वे नहीं बोलती;
आँखें हैं, किन्तु वे नहीं देखती;
उनके कान हैं, किन्तु वे नहीं सुनतीं
और वे साँस भी नहीं लेतीं।
जो उन्हें बनाते हैं, वे उनके सदृश बनेंगे
और वे सब भी, जो उन पर भरोसा रखते हैं।
इस्राएल के घराने! प्रभु को धन्य कहें;
हारून के घराने! प्रभु को धन्य कहें;
लेवी के घराने! प्रभु को धन्य कहें;
जो प्रभु पर श्रद्धा रखते हैं, वे प्रभु को धन्य कहें!
धन्य है सियोन का प्रभु,
जो येरूसालेम में निवास करता है!
अग्र. : इस्राएल के घराने! प्रभु को धन्य कहो। उसके नाम का भजन गाओ, क्योंकि वह प्रेममय है।
अग्र. 3 : हे प्रभु, सब राष्ट्र आयेंगे और तेरी आराधना करेंगे।
सर्वशक्तिमान् प्रभु-ईश्वर! तेरे कार्य महान् और अपूर्व हैं।
राष्ष्ट्रों के राजा! तेरे मार्ग न्यायसंगत और सच्चे हैं।
प्रभु! कौन तुझ पर श्रद्धा और तेरे नाम की स्तुति नहीं करेगा?
क्योंकि तू ही पवित्र है।
सभी राष्ष्ट्र आ कर तेरी आराधना करेंगे,
क्योंकि तेरे न्यायसंगत निर्णय प्रकट हो गये हैं।
अग्र. : हे प्रभु, सब राष्ट्र आयेंगे और तेरी आराधना करेंगे।
भाइयो! जब आप लोगों को अनेक प्रकार की विपत्तियों का सामना करना पड़े, तो अपने को धन्य समझिए। आप जानते हैं कि आपके विश्वास का इस प्रकार का परीक्षण धैर्य उत्पन्न करता है। धैर्य को पूर्णता तक पहुँचने दीजिए, जिससे आप लोग स्वयं पूर्ण तथा अनिन्द्य बन जायें और आप में किसी बात की कमी नहीं रहे।
लघु अनुवाक्य
अगुआ: मसीह ने हमें प्यार किया है और अपने रक्त से हमारे पापों को धो डाला है।
समूह: मसीह ने हमें प्यार किया है और अपने रक्त से हमारे पापों को धो डाला है।
• उसने हमें ईश्वर की सेवा करने के लिए एक राजकीय तथा याजकीय वंश बनाया है।
• पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो।
अग्र. :प्रभु अपनी दया की सुधि लेकर, हम, अपने सेवकों की सहायता करने आये हैं।
"मेरी आत्मा प्रभु का गुणगान करती है,
मेरा मन अपने मुक्तिदाता ईश्वर में आनन्द मनाता है;
क्योंकि उसने अपनी दीन दासी पर कृपादृष्टि की है।
अब से सब पीढ़ियाँ मुझे धन्य कहेंगी;
क्योंकि सर्वशक्तिमान् ने मेरे लिए महान् कार्य किये हैं।
पवित्र है उसका नाम!
उसकी कृपा उसके श्रद्धालु भक्तों पर
पीढ़ी-दर-पीढ़ी बनी रहती है।
उसने अपना बाहुबल प्रदर्शित किया है,
उसने घमण्डियों को तितर-बितर कर दिया है।
उसने शक्तिशालियों को उनके आसनों से गिरा दिया
और दीनों को महान् बना दिया है।
उसने दरिंद्रों को सम्पन्न किया
और धनियों को ख़ाली हाथ लौटा दिया है।
इब्राहीम और उनके वंश के प्रति
अपनी चिरस्थायी दया को स्मरण कर,
उसने हमारे पूर्वजों के प्रति अपनी प्रतिज्ञा के अनुसार
अपने दास इस्राएल की सुध ली है।"
पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो।
जैसे वह आदि में थी, अब है और अनन्त काल तक। आमेन।
अग्र : प्रभु अपनी दया की सुधि लेकर, हम, अपने सेवकों की सहायता करने आये हैं।
अगुआ :हे पिता, मसीह ने निवेदन किया था कि उनके दुख-भोग द्वारा हमें पापों की क्षमा मिले। चूँकि वे तुझे सुग्राह्य रहे, सब पापियों के लिए उनकी प्रार्थना भी स्वीकार कर।
समूह : हे पिता, मैं तेरे हाथों अपने को सौंप देता हूँ।
• अपने प्रिय शिष्य के द्वारा मसीह ने अपनी माता को हमारी माता के रूप में दे दिया – उसी माता के संग उसके सभी पुत्र-पुत्रियों के लिए हम प्रार्थना करते हैं।
• हे पिता, जो लोग अपनी दुख-व्यथा में तेरे पुत्र के शब्दों में यों पुकार रहे हैं – “हे मेरे ईश्वर, तूने मुझे क्यों त्याग दिया है” – उनकी दीन पुकार पर तू कान दे।
• हे पिता, तेरे पुत्र की “मैं प्यासा हूँ” दुहाई को सुनने की हमें कृपा दे – दीन-हीन भाइयों में तेरे पुत्र को पहचानने की हमें कृपा दे।
• तेरे पुत्र ने अपने साथ मरते डाकू से कहा था, “मैं तुम से कहता हूँ, तुम आज ही परलोक में मेरे साथ होगे।“ हे पिता, ये वचन उन्हें भी सुनने दे जो इस रात को मृत्यु की नींद सोयेंगे।
• हम उन लोगों के लिए विनय करते हैं, जो हमसे आगे क्रूस के चिह्न से अंकित होकर इस दुनिया से चल बसे हैं – वे ख्रीस्त के साथ महिमा में पुनर्जीवित हों, तब उनकी यह वाणी सारी सृष्टि में गूँज उठेगी “सब पूरा हो चुका है”।
हे हमारे पिता
अगुआ : हे प्रभु, पावन पिता, तेरे इच्छानुसार तेरे पुत्र येसु मसीह हमारी मुक्ति के मूल्य बन गये। हमें इस तरह जीवन व्यतीत करने की कृपा दे कि हम उनके दुख-भोग के भागी बनकर, उनके पुनरुत्थान के प्रताप से सबल किये जायें। हम यह प्रार्थना करते हैं, उन्हीं हमारे प्रभु येसु ख्रीस्त तेरे पुत्र के द्वारा जो परमेश्वर होकर तेरे तथा पवित्र आत्मा के साथ युगानुयुग जीते और राज्य करते हैं।
समूह : आमेन।
अगुआ : प्रभु हमको आशीर्वाद दे, हर बुराई से हमारी रक्षा करे और हमें अनन्त जीवन तक ले चले।
समूह : आमेन।