सन्ध्या-वन्दना

वर्ष का सामान्य सप्ताह - 1 मंगलवार


अगुआ : हे ईश्वर, हमारी सहायता करने आ जा।

समूह : हे प्रभु, हमारी सहायता करने शीघ्र ही आ जा।


अगुआ : पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो।

समूह : जैसे वह आदि में थी, अब है और अनन्त काल तक। आमेन।


मंगलगान


हे प्रभु स्वामी तेरी दया का अन्त नहीं है कोई!

गूँज रहा है कोने-कोने, नाम तिहारा पावन
बोल रही है धड़कन, प्रेम हृदय में आवन।

फूल खिलाते हन वन-उपवन, नाम तिहारा पावन
बोल रही है उलझन, दान दिया मन भावन।

अग्र. 1 : प्रभु अपने अभिषिक्त को विजय प्रदान करता है।


स्तोत्र 19 विजयी राजा के लिए प्रार्थना।


संकट के समय प्रभु आपकी प्रार्थना सुने,
याकूब के ईश्वर का नाम उसकी रक्षा करे।
वह मन्दिर में से आपकी सहायता करे,
सियोन पर्वत पर से आप को संभाले।

वह आपके सब चढ़ावों को स्मरण रखे
और आपकी होम-बलि स्वीकारे।
वह आपके सब मनोरथ पूर्ण करे
और आपकी समस्त योजनाएं सफल बनाये।

तब हम आपकी विजय के कारण तालियाँ बजायेंगे
और अपने ईश्वर के नाम पर ध्वजाएँ फहरायेंगे।
प्रभु आपकी सब प्रर्थनाएँ पूरी करे।

अब मैं जान गया कि प्रभु अपने अभिषिक्त को विजय दिलाता है।
वह अपने विजयी बाहुबल के प्रदर्शन से
अपने अभिषिक्त की प्रार्थना पूरी करता है।

कुछ लोग रथों पर और कुछ लोग अश्वों पर गौरव करते हैं।
हम तो प्रभु, अपने ईश्वर के नाम की दुहाई देते हैं।
वे लड़खड़ा कर गिर जाते हैं और हम डट कर सामना करते हैं।

प्रभु! राजा को विजय दिला।
जिस दिन हम तुझे पुकारते हैं, उस दिन हमारी सुन।

अग्र. : प्रभु अपने अभिषिक्त को विजय प्रदान करता है।

अग्र. 2 : हम गीत गाते हुए तेरे सामर्थ्य का बखान करेंगे।


स्तोत्र 20:2-8, 14 राजा की विजय के लिए धन्यवाद।


प्रभु! तेरे सामर्थ्य के कारण राजा आनन्दित है,
वह तेरी सहायता पा कर आनन्द मनाते हैं।
तूने उनकी अभिलाषा पूरी की,
तूने उनकी प्रार्थना नहीं ठुकरायी।

तूने उन्हें भरपूर आशीर्वाद दिया,
तूने उन्हें परिष्कृत स्वर्ण का मुकुट पहनाया।
उन्होंने तुझ से जीवन का वरदान माँगा
और तूने उनके दिन अनन्त काल तक बढ़ा दिये।

तेरी सहायता से उनका यश फैल गया;
तूने प्रताप और ऐश्वर्य प्रदान किया।
तूने उन्हें चिरस्थायी आशीर्वाद दिया।
वह तेरा सान्निध्य पा कर आनन्दित हैं।

राजा प्रभु पर भरोसा रखते हैं,
सर्वोच्च की कृपा से वह कभी विचलित नहीं होंगे।

प्रभु! उठ कर अपना बाहुबल प्रदर्शित कर।
हम गाते हुए तेरे सामर्थ्य का बखान करेंगे।

अग्र. : हम गीत गाते हुए तेरे सामर्थ्य का बखान करेंगे।

अग्र. 3 : हे प्रभु, तूने हमें ईश्वर की सेवा करने के लिए एक चुनी हुई जनता और याजक वर्ग बना दिया है।


भजन स्तुति : प्रकाशना 4:11; 5:9-10,12


हमारे पुभु-ईश्वर! तू महिमा,
सम्मान और सामर्थ्य का अधिकारी है;
क्योंकि तूने विश्व की सृष्टि की है।
तेरी इच्छा से वह अस्तित्व में आया और उसकी सृष्टि हुई है।

तू पुस्तक ग्रहण कर उसकी मोहरें खोलने योग्य है,
क्योंकि तेरा वध किया गया है।
तूने अपना रक्त बहा कर ईश्वर के लिए
प्रत्येक वंश, भाष्षा, प्रजाति और राष्ष्ट्र से मनुष्ष्यों को खरीद लिया।

तूने उन्हें हमारे ईश्वर की दृष्टि में याजकों का राजवंश बना दिया है
और वे पृथ्वी पर राज्य करेंगे।"
बलि चढ़ाया हुआ मेमना सामर्थ्य, वैभव, प्रज्ञा, शक्ति, सम्मान,
महिमा तथा स्तुति का अधिकारी है।

अग्र. : हे प्रभु, तूने हमें ईश्वर की सेवा करने के लिए एक चुनी हुई जनता और याजक वर्ग बना दिया है।


धर्मग्रन्थ-पाठ : 1 योहन 3:1-2


पिता ने हमें कितना प्यार किया है! हम ईश्वर की सन्तान कहलाते हैं और हम वास्तव में वही हैं। प्यारे भाइयो! अब हम ईश्वर की सन्तान हैं, किन्तु यह अभी तक प्रकट नहीं हुआ है कि हम क्या बनेंगे। हम इतना ही जानते हैं कि जब ईश्वर का पुत्र प्रकट होगा, तो हम उसके सदृश बन जायेंगे; क्योंकि हम उसे वैसा ही देखेंगे, जैसा कि वह वास्तव में है।

लघु अनुवाक्य :
अगुआ : तेरा वचन, हे प्रभु, युग-युगों तक बना रहेगा।
समूह : तेरा वचन, हे प्रभु, युग-युगों तक बना रहेगा।
• तेरा सत्य युगान्तर तक बना रहेगा।
• पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो।

मरियम गान अग्र. : मेरी आत्मा अपने मुक्तिदाता प्रभु इश्वर में आनन्द मनाती है।

"मेरी आत्मा प्रभु का गुणगान करती है,
मेरा मन अपने मुक्तिदाता ईश्वर में आनन्द मनाता है;

क्योंकि उसने अपनी दीन दासी पर कृपादृष्टि की है।
अब से सब पीढ़ियाँ मुझे धन्य कहेंगी;
क्योंकि सर्वशक्तिमान् ने मेरे लिए महान् कार्य किये हैं।
पवित्र है उसका नाम!

उसकी कृपा उसके श्रद्धालु भक्तों पर
पीढ़ी-दर-पीढ़ी बनी रहती है।
उसने अपना बाहुबल प्रदर्शित किया है,
उसने घमण्डियों को तितर-बितर कर दिया है।

उसने शक्तिशालियों को उनके आसनों से गिरा दिया
और दीनों को महान् बना दिया है।
उसने दरिंद्रों को सम्पन्न किया
और धनियों को ख़ाली हाथ लौटा दिया है।

इब्राहीम और उनके वंश के प्रति
अपनी चिरस्थायी दया को स्मरण कर,
उसने हमारे पूर्वजों के प्रति अपनी प्रतिज्ञा के अनुसार
अपने दास इस्राएल की सुध ली है।"

पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो।
जैसे वह आदि में थी, अब है और अनन्त काल तक। आमेन।

अग्र. : मेरी आत्मा अपने मुक्तिदाता प्रभु इश्वर में आनन्द मनाती है।

सामूहिक निवेदन


अगुआ : मसीह के द्वारा हम ईश्वर के पुत्र पुत्रियाँ बन गये हैं। जब हम पिता के पास पहुँचेंगे तब हम क्या बन जायेंगे, यह हम उन्हीं में देखते हैं। पूर्ण विश्वास के साथ हम प्रार्थना करेंगे।
समूह : हे प्रभु! दयापूर्वक हमारी प्रार्थना सुन।
• राष्ट्र के नेताओं तथा शासकों का पथप्रदर्शन कर – उन्हें सदबुध्दि एवं सत्यनिष्ठा प्रदान कर।
• हे प्रभु, हमारी स्वतंत्रता का स्रोत एवं स्वामी तू ही है – जो लोग शारीरिक या मानसिक दासता में हैं, उन्हें तू दासता से मुक्त कर इश्वर की सन्तान की स्वतंत्रता में पहुँचा दे।
• यवक-युवतियों को तू दृढ़ता और मनोबल प्रदान कर – जिससे वे काम-काज में दृढ़संकल्प रहें तथा स्थायी जीवन-स्थिति के चयन में सही निर्णय ले सकें।
• जो लोग युवावस्था पार कर चुके हैं, उन्हें तू सहनशील बना – युवाओं के हृदयों को तू खोल दे जिससे वे उनसे समझदारी और प्रेम को स्वीकार कर सकें।
• मृत-विश्वासियों को तू सुख-चैन के अपने राज्य में प्रवेश करा दे – अपने साथ युगानुयुग राज्य करने की हमारी आशा तू फलीभूत कर दे।

हे हमारे पिता...

समापन प्रार्थना :



अगुआ :हे सर्वशक्तिमान प्रभु ईश्वर, हम तुझे धन्यवाद देते हैं क्योंकि तू हमें आज की सन्ध्या-बेला तक सकुशल ले आया है। हम विनय करते हैं कि जो प्रार्थना हम कर्बध्द अर्पित कर रहे हैं, वह तेरी दृष्टि में सुग्राह्य उपहार बन जाये। वह हमारा निवेदन है, उन्हीं हमारे प्रभु येसु ख्रीस्त तेरे पुत्र के द्वारा जो परमेश्वर होकर तेरे तथा पवित्र आत्मा के साथ युगानुयुग जीते और राज्य करते हैं।
समूह : आमेन।
अगुआ : प्रभु हमको आशीर्वाद दे, हर बुराई से हमारी रक्षा करे और हमें अनन्त जीवन तक ले चले।
समूह : आमेन।


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Praise the Lord!