अगुआ : हे ईश्वर, हमारी सहायता करने आ जा।
समूह : हे प्रभु, हमारी सहायता करने शीघ्र ही आ जा।
अगुआ : पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो।
समूह : जैसे वह आदि में थी, अब है और अनन्त काल तक। आमेन।
अग्र. 1 : तुम्हें शान्ति मिले; मैं ही हूँ; डरो मत; अल्लेलूया।
जो प्रभु पर भरोसा रखते हैं, वे सियोन पर्वत के सदृश हैं,
जो अटल है और सदा बना रहता है।
येरूसालेम पर्वतों से घिरा हुआ है:
प्रभु इसी तरह अपनी प्रजा को घेरे रहता है,
अभी और अनन्त काल तक!
धर्मियों के देश पर अयोग्य राजदण्ड का भार नहीं टिकेगा।
धर्मी अपराध की ओर अपना हाथ बढ़ायेंगे।
प्रभु! भक्तों की भलाई कर। निष्कपट मनुष्यों की भलाई कर।
किन्तु जो कुटिल मार्गों पर भटकते हैं,
प्रभु उन्हें कुकर्मियों के साथ निकालेगा।
इस्राएल को शान्ति!
अग्र. : तुम्हें शान्ति मिले; मैं ही हूँ; डरो मत; अल्लेलूया।
अग्र. 2 : हे इस्राएल, प्रभु पर भरोसा रखो; अल्लेलूया।
प्रभु! मेरे हृदय में अहंकार नहीं है। मैं महत्वाकांक्षी नहीं हूँ।
मैं बड़ी-बड़ी योजनाओं के फेर में नहीं पड़ा
और मैंने ऐसे कार्यों की कल्पना नहीं की, जो मेरी शक्ति से परे हैं।
माँ की गोद में सोये हुए दूध-छुड़ाये बच्चे के सदृश
मेरी आत्मा शान्त और मौन है।
ठीक उसी बच्चे की तरह मेरी आत्मा मुझ में है।
इस्राएल! प्रभु पर भरोसा रखो,
अभी और अनन्त काल तक!
अग्र. : हे इस्राएल, प्रभु पर भरोसा रखो; अल्लेलूया।
अग्र. 3 : सारी सृष्टि तेरा सेवा करे; क्योंकि तूने आदेश दिया और सब कुछ बन गया; अल्लेलूया।
हमारे पुभु-ईश्वर!
तू महिमा, सम्मान और सामर्थ्य का अधिकारी है;
क्योंकि तूने विश्व की सृष्टि की।
तेरी इच्छा से वह अस्तित्व में आया और उसकी सृष्टि हुई है।
तू पुस्तक ग्रहण कर उसकी मोहरें खोलने योग्य है,
क्योंकि तेरा वध किया गया है।
तूने अपना रक्त बहा कर ईश्वर के लिए
प्रत्येक वंश, भाष्षा, प्रजाति और राष्ष्ट्र से मनुष्ष्यों को खरीद लिया।
तूने उन्हें हमारे ईश्वर की दृष्टि में याजकों का राजवंश बना दिया है
और वे पृथ्वी पर राज्य करेंगे।
बलि चढ़ाया हुआ मेमना सामर्थ्य, वैभव, प्रज्ञा, शक्ति, सम्मान,
महिमा तथा स्तुति का अधिकारी है"।
अग्र. : सारी सृष्टि तेरा सेवा करे; क्योंकि तूने आदेश दिया और सब कुछ बन गया; अल्लेलूया।
आत्मा भी हमारी दुर्बलता में हमारी सहायता करता है। हम यह नहीं जानते कि हमें कैसे प्रार्थना करनी चाहिए, किन्तु हमारी अस्पष्ट आहों द्वारा आत्मा स्वयं हमारे लिए विनती करता है। ईश्वर हमारे हृदय का रहस्य जानता है। वह समझाता है कि आत्मा क्या कहता है, क्योंकि आत्मा ईश्वर के इच्छानुसार सन्तों के लिए विनती करता है।
लघु अनुवाक्य
अगुआ : पवित्र आत्मा हमारा सहायक है; अल्लेलूया, अल्लेलूया।
समूह : पवित्र आत्मा हमारा सहायक है; अल्लेलूया, अल्लेलूया।
• वहीं तुम्हें सारी बातें सिखायेगा।
• पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो।
अगुआ :ख्रीस्त येसु का सम्मान और महिमा हो। उन्होंने अपने लोगों को पवित्र आत्मा के वरदानों का भागी बनाया है।
समूह : प्रभु येसु, हमारी सुन।
• तू पिता की ओर से पवित्र आत्मा को अपनी कलीसिया में भेज दे – वह उसे पवित्र करे, सबल बनाये और पूर्ण करे।
• तू अपने पवित्र आत्मा की सहायता से राष्ट्रों के शासकों का संचालन कर – उन्हें पवित्र आत्मा की विवेक-बुध्दि और साहस प्रदान कर।
• तू दीन दुखियों के लिए अपने पवित्र आत्मा को भेज दे – आवश्यकता में पड़े लोगों की सहायता कर और उन्हें संभाल।
• हम तेरे उन परिचारकों के लिए प्रार्थना करते हैं जो दिव्य रहस्यों की परिचर्या में कार्यरत हैं – उन्हें सदैव अपनी कृपादायिनी परिचर्या के प्रति निष्ठावान बनाये रख।
• मृत विश्वासियों की आत्मा और शरीर को तेर उध्दार की पूर्णता प्रदान कर – तेरे दुख-भोग, पुनरुत्थान तथा स्वर्गारोहण द्वारा हमें दृढ़ता प्रदार कर।
हे हमारे पिता ....
अगुआ :हे शक्तिशाली एवं दयामय ईश्वर, हमें ऐसा वर दे कि जब पवित्र आत्मा आयेगा, वह हममें निवास करते हुए हमें अपना दिव्य भव्य-मन्दिर बना ले। हम यह प्रार्थना करते हैं, उन्हीं हमारे प्रभु येसु ख्रीस्त तेरे पुत्र के द्वारा जो परमेश्वर होकर तेरे तथा पवित्र आत्मा के साथ युगानुयुग जीते और राज्य करते हैं।
समूह : आमेन।
अगुआ : प्रभु हमको आशीर्वाद दे, हर बुराई से हमारी रक्षा करे और हमें अनन्त जीवन तक ले चले।
समूह : आमेन।
अगुआ : ख्रीस्त की शांति में जाइये, अल्लेलूया, अल्लेलूया।
समूह : ईश्वर को धन्यवाद, अल्लेलूया, अल्लेलूया।