सन्ध्या-वन्दना

पास्का का सातवाँ सप्ताह – सोमवार


अगुआ : हे ईश्वर, हमारी सहायता करने आ जा।

समूह : हे प्रभु, हमारी सहायता करने शीघ्र ही आ जा।


अगुआ : पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो।

समूह : जैसे वह आदि में थी, अब है और अनन्त काल तक। आमेन।


मंगलगान

अग्र. 1 : प्रभु तुम्हारी सनातन ज्योति होगा। तुम्हारा ईश्वर ही तुम्हारा गौरव होगा; अल्लेलूया।


स्तोत्र 122 ईश्वर: अपनी प्रजा का भरोसा।

मैंने तेरी ओर आँखे उठायी,
तेरी ओर, जो स्वर्ग में विराजमान है।

जिस तरह दासों की आँखें
स्वामी के हाथ पर टिकी रहती हैं,

जिस तरह दासी की आँखें
स्वामिनी के हाथ पर टिकी रहती हैं,

उसी तरह जब तक प्रभु-ईश्वर दया न करे,
हमारी आँखें उस पर टिकी हुई हैं।

हम पर दया कर, प्रभु! हम पर दया कर!
हम तिरस्कार सहते-सहते तंग आ गये हैं।

हमारी आत्मा धनियों के उपहास
और घमण्डियों के तिरस्कार से तंग आ गयी है।

अग्र. : प्रभु तुम्हारी सनातन ज्योति होगा। तुम्हारा ईश्वर ही तुम्हारा गौरव होगा; अल्लेलूया।

अग्र. 2 : फंदा टूट गया है और हम निकल भागे हैं: अल्लेलूया।


स्तोत्र 123 प्रभु का नाम ही हमारा सहारा है।

यदि प्रभु ने हमारा साथ नहीं दिया होता - इस्राएल यह दोहराये-
यदि प्रभु ने हमारा साथ नहीं दिया होता,
तो जब लोगों ने हम पर चढ़ाई की
और हम पर उनका क्रोध भड़का,
तब वे हमें जीवित ही निगल गये होते।

बाढ़ हमें डुबा गयी होती,
प्रचण्ड धारा ने हमें बहा दिया होता
और चारों ओर उमड़ती लहरों में हम डूब कर मर गये होते।

धन्य है प्रभु! उसने हमें उनके दाँतों का शिकार नहीं होने दिया।
हमारी आत्मा, पक्षी की तरह, बहेलिये के फन्दे से निकल गयी है।
फन्दा टूट गया और हम निकल भागे।

प्रभु का नाम ही हमारा सहारा है।
उसने स्वर्ग और पृथ्वी को बनाया है।

अग्र. :फंदा टूट गया है और हम निकल भागे हैं: अल्लेलूया।

अग्र. 3 : जब मैं पथ्वी से ऊपर उठाया जाऊँगा तो सब मनुष्यों को अपनी ओर आकर्षित करूँगा। अल्लेलूया।


भजन स्तुति : एफेसियों 1:3-10

धन्य है हमारे प्रभु ईसा मसीह का ईश्वर और पिता!
उसने मसीह द्वारा हम लोगों को स्वर्ग के हर प्रकार के
आध्यात्मिक वरदान प्रदान किये हैं।

उसने संसार की सृष्टि से पहले मसीह में हम को चुना,
जिससे हम मसीह से संयुक्त हो कर
उसकी दृष्टि में पवित्र तथा निष्कलंक बनें।

उसने प्रेम से प्रेरित हो कर आदि में ही निर्धारित किया
कि हम ईसा मसीह द्वारा उसके दत्तक पुत्र बनेंगे।

इस प्रकार उसने अपनी मंगलमय इच्छा के अनुसार
अपने अनुग्रह की महिमा प्रकट की है।

वह अनुग्रह हमें उसके प्रिय पुत्र द्वारा मिला है,
जो अपने रक्त द्वारा हमें मुक्ति
अर्थात् अपराधों की क्षमा दिलाते हैं।

यह ईश्वर की अपार कृपा का परिणाम है,
जिसके द्वारा वह हमें प्रज्ञा तथा बुद्धि प्रदान करता रहता है।

उसने अपनी मंगलमय इच्छा के अनुसार निश्चय किया था
कि वह समय पूरा हो जाने पर स्वर्ग तथा पृथ्वी में जो कुछ है,
वह सब मसीह के अधीन कर एकता में बाँध देगा।

अग्र. : जब मैं पथ्वी से ऊपर उठाया जाऊँगा तो सब मनुष्यों को अपनी ओर आकर्षित करूँगा। अल्लेलूया।

धर्मग्रन्थ-पाठ : रोमियों 8:14-17

जो लोग ईश्वर के आत्मा से संचालित हैं, वे सब ईश्वर के पुत्र हैं- आप लोगों को दासों का मनोभाव नहीं मिला, जिस से प्रेरित हो कर आप फिर डरने लगें। आप लोगों को गोद लिये गये पुत्रों का मनोभाव मिला, जिस से प्रेरित हो कर हम पुकार कर कहते हैं, "अब्बा, हे पिता! आत्मा स्वयं हमें आश्वासन देता है कि हम सचमुच ईश्वर की सन्तान हैं। यदि हम उनकी सन्तान हैं, तो हम उनकी विरासत के भागी हैं - हम मसीह के साथ ईश्वर की विरासत के भागी हैं। यदि हम उनके साथ दुःख भोगते हैं, तो हम उनके साथ महिमान्वित होंगे।
लघु अनुवाक्य
अगुआ : पवित्र आत्मा हमारा सहायक है; अल्लेलूया, अल्लेलूया।
समूह : पवित्र आत्मा हमारा सहायक है; अल्लेलूया, अल्लेलूया।
• वहीं तुम्हें सारी बातें सिखायेगा।
• पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो।

मरियम गान


अग्र. : वह सत्य का अत्मा, वह सहायक, तुम्हारे बीच रहेगा और तुम में निवास करेगा।

"मेरी आत्मा प्रभु का गुणगान करती है,
मेरा मन अपने मुक्तिदाता ईश्वर में आनन्द मनाता है;

क्योंकि उसने अपनी दीन दासी पर कृपादृष्टि की है।
अब से सब पीढ़ियाँ मुझे धन्य कहेंगी;
क्योंकि सर्वशक्तिमान् ने मेरे लिए महान् कार्य किये हैं।
पवित्र है उसका नाम!

उसकी कृपा उसके श्रद्धालु भक्तों पर
पीढ़ी-दर-पीढ़ी बनी रहती है।
उसने अपना बाहुबल प्रदर्शित किया है,
उसने घमण्डियों को तितर-बितर कर दिया है।

उसने शक्तिशालियों को उनके आसनों से गिरा दिया
और दीनों को महान् बना दिया है।
उसने दरिंद्रों को सम्पन्न किया
और धनियों को ख़ाली हाथ लौटा दिया है।

इब्राहीम और उनके वंश के प्रति
अपनी चिरस्थायी दया को स्मरण कर,
उसने हमारे पूर्वजों के प्रति अपनी प्रतिज्ञा के अनुसार
अपने दास इस्राएल की सुध ली है।"

पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो।
जैसे वह आदि में थी, अब है और अनन्त काल तक। आमेन।

अग्र. : वह सत्य का अत्मा, वह सहायक, तुम्हारे बीच रहेगा और तुम में निवास करेगा।


सामूहिक निवेदन

अगुआ :ख्रीस्त येसु ने प्रेरितों को तथा सारी कलीसिया को पवित्र आत्मा की सान्त्वना से ओत-प्रोत कर दिया। आइये, हम इस सन्ध्या-वन्दना में उन्हें धन्यवाद दें।
समूह : हे प्रभु, अपनी कलीसिया को सान्त्वना प्रदान कर और हमें कृतज्ञ बना।
• हे ख्रीस्त येसु ईश्वर और मानव के बीच मध्यस्थ, तूने पुरोहितों को आध्यात्मिक परिचर्या में अपना सहयोगी चुना है – उनकी मुक्तिदायिनी परिचर्या द्वारा सब मनुष्यों को पिता के पास पहुँचा दे।
• धनियों के हृदयों तथा निर्धनों के जीवन में तू उपस्थित रह – मानव-समुदाय को प्रेरणा दे कि वे आवश्यकताओं में एक दूसरे की सहायता करें।
• तु अपने सुसमाचार का सन्देश सब राष्ट्रों को प्रकट कर – मानव परिवार की खण्डित एकता को पुन: स्थापित कर।
• दीन-दुखियों को सान्त्वना देने के लिए तू अपने पवित्र आत्मा को भेज दे – सान्त्वनादाता उनके दुख-तकलीफ को आनन्द में बदल दे।

हे हमारे पिता ....


समापन प्रार्थना

अगुआ :हे प्रभु ईश्वर, पवित्र आत्मा की कृपा हम पर बरसे जिससे हम निष्ठापूर्वक तेरी इच्छा के अनुकूल बने रहें। अपनी निष्ठा का हम धर्माचरण से प्रमाण देते रहें। हम यह प्रार्थना करते हैं, उन्हीं हमारे प्रभु येसु ख्रीस्त तेरे पुत्र के द्वारा जो परमेश्वर होकर तेरे तथा पवित्र आत्मा के साथ युगानुयुग जीते और राज्य करते हैं।

समूह : आमेन।

अगुआ : प्रभु हमको आशीर्वाद दे, हर बुराई से हमारी रक्षा करे और हमें अनन्त जीवन तक ले चले।

समूह : आमेन।

अगुआ : ख्रीस्त की शांति में जाइये, अल्लेलूया, अल्लेलूया।

समूह : ईश्वर को धन्यवाद, अल्लेलूया, अल्लेलूया।


Copyright © www.jayesu.com
Praise the Lord!