रोम में चार महागिर्जाघर है। इनमें संत योहन लातरेन महागिर्जाघर जो सबसे प्राचीन है, को सबसे प्रमुख माना जाता है। इसे समस्त वैश्विक कलीसिया की माता भी कहा जाता है। यह महागिर्जाघर रोम धर्मप्रांत का मुख्यगिर्जा भी है जहॉ से संत पापा, जो रोम के धर्माध्यक्ष भी है, अपने अधिकारिक कार्य करते हैं। प्राचीन रोम में इसी महागिर्जाघर में सभी को बपतिस्मा दिया जाता था। यह पश्चिम में बना सबसे प्राचीन गिर्जाघर है जो कोन्सटेंटाइन के समय बना तथा जिसे संत पापा सिलवेस्टर ने 324 में समर्पित किया। यह महागिर्जाघर समस्त वैश्विक कलीसिया की एकता तथा प्रेम का चिन्ह भी है।