सम्राट डायोक्लीशियन के शासनकाल (284-305) के दौरान चाल्सेडन में उनतालीस ख्रीस्तीयों के एक समूह की हत्या कर दी गई थी। अभिलेखों से संकेत मिलता है कि शहीद चाल्सेडन गिरजाघर की गायन मण्डली के सदस्य थे। जब तीसरी शताब्दी के अंत में डायोक्लीशियन रोम के सम्राट बने, तो ख्रीस्तीय शांति के समय का आनंद ले रहे थे। लेकिन फिर अन्य राजनेताओं ने उन्हें प्रभावित किया और उन्होंने ख्रीस्तीयों पर हमला करना शुरू कर दिया। एक दिन, उनके सैनिकों ने एक पूरे गिरजाघर की गायन मण्डली के उनतालीस लोगों के एक समूह को चाल्सेडन शहर में इकट्ठा किया - और उन सभी को मार डाला। पूरी दुनिया में, हर काथलिक गिरजाघर में, ऐसे लोग हैं जो गायन मण्डली में गाते हैं ताकि हम सभी को ख्रीस्त की गहरी और अधिक सुंदर पूजा में ले जा सकें। हालांकि उनमें से अधिकांश को कभी भी अपने जीवन का बलिदान नहीं देना पड़ेगा, वे सामूहिक रूप से अभ्यास करने और गाने के लिए अपना समय बलिदान करते हैं। आज, अपने गिरजाघर में गाने-बजानेवाले तथा उन्हें निर्देशित करने वाले सभी लोगों के लिए प्रार्थना करें।