संत अपोलोनिया, जिनकी वर्ष 249 में मृत्यु हो गई, सम्राट फिलिप के शासनकाल के दौरान अपने विश्वास का त्याग नहीं करने के लिए शहीद हो गए थे। संत अपोलोनिया के जीवन का विवरण संत डायोनिसियस द्वारा फैबियन, एंटिओक के बिशप को लिखा गया था। सम्राट फिलिप के शासनकाल में एक उत्पीड़क ने उनके चेहरे पर प्रहार कर उनके सारे दाँत तोड दिये। उनको धमकी दी गयी कि अपना विश्वास न त्यागने पर, उन्हें आग में डाल दिया जायेगा। इस पर अपोल्लोनिया स्वयं आग की लपटों में कूद गई। उन्हें दंत रोगों का संरक्षक माना जाता है और अक्सर दांत दर्द वाले लोगों द्वारा उनका आह्वान किया जाता है।